2009-06-08 11:43:19

दूसरा उच्च स्तरीय चीन जापान आर्थिक वार्तालाप तोक्यो में संपन्न

दोस्तो , दूसरा उच्च स्तरीय चीन जापान आर्थिक वार्तालाप 7 जून को तोक्यो में संपन्न हुआ । चीनी उप प्रधान मंत्री वांग छी शान और जापानी विदेश मंत्री हिरोफुमी नाकोसोने ने मौजूदा वार्तालाप की सहाध्यक्षता की । दोनों पक्षों ने आर्थिक व वित्तीय स्थिति , व्यापार व पूंजी निवेश , वातावरण व ऊर्जा सहयोग तथा क्षेत्रीय व अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सवालों समेत विषयों पर गहन रूप से विचारों का आदान प्रदान किया ।  चीनी उप प्रधान मंत्री वांग छी शान ने वार्तालाप में मुख्य भाषण दिया । उन्हों ने कहा कि चीन में सुधार व खुले द्वार नीति लागू किये जाने से लेकर आज तक चीन व जापान के बीच एक दूसरे पर निर्भर रहने और आपसी सहयोग करने का घनिष्ट संबंध कायम हो चुका है ।

इधर सालों में चीन जापान संबंध आम तौर पर सकारात्मक विकसित किये जाने का रुझान बरकरार है । दोनों देशों के नेताओं के बीच आपसी यात्राओं व वार्ताओं के जरिये राजनीतिक आपसी विश्वास लगातार मजबूत हो गया और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग भी दिन ब दिन विस्तृत हुए हैं । अब चीन जापान का प्रथम बड़ा व्यापार साझेदार बन गया है , जब कि जापान चीन का तीसरा बड़ा व्यापार साझेदार भी हो गया है । गत वर्ष हमारे दोनों देशों के बीच का व्यापार करीब दो खरब 70 अरब अमरीकी डालर तक पहुंच गया है । सारी पृथ्वी ही नहीं , विशेष कर एशिया में हमारे दोनों देश साथ मिलकर वित्तीय स्थिरता और आर्थिक विकास को बनाये रखने में जुटे हुए हैं ।

श्री वांग छी शान ने कहा कि वर्तमान दुनिया में विश्व वित्तीय संकट गहरा होता जा रहा है और ए एच एक एन एक फ्लू का फैलाव भी हो रहा है , विश्व आर्थिक पुनरुत्थान में बड़ा अनिश्चित तत्व मौजूद है । ऐसी स्थिति में चीन जापान वार्तालाप व सहयोग को सुदृढ़ बनाने और मुश्किलों व चुनौतियों का समान रूप से सामना करने का विशेष अहम महत्व है ।

श्री हिरोफुमी नाकासोने ने श्री वांग छी शान द्वारा प्रस्तुत दृष्टिकोणों पर सहमति जतायी और कहा जापान चीन आर्थिक संबंध उत्तरोत्तर घनिष्ट होता गया है , वर्तमान में चीन हमारे देश का प्रथम बड़ा व्यापार साझेदार बन गया है । इस के अतिरिक्त जापान व चीन एशियाई , यहां तक की सारी विश्वव्यापी अर्थतंत्र में अहम भूमिका निभा रहे हैं ।

श्री हिरोफुमी नाकासोने ने कहा कि जापान व चीन विश्व को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण देश हैं , दोनों देशों के जी डी पी सारे विश्व का 15 प्रतिशन बनते हैं , उन की अपनी अपनी आर्थिक नीतियां विश्व विकास के लिये निहायत जरूरी हैं । इन दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय आर्थिक वार्तालाप का आपसी सहयोग मजबूत बनाने और मौजूदा चुनौतियों के मुकाबले में आदान प्रदान करने के लिय़ भारी महत्व है । आशा है कि वर्तमान वार्तालाप अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को जापान चीन सहयोग मजबूत बनाने का जबरदस्त सूचना सूचित कर सकेगा ।

उसी दिन उच्च स्तरीय आर्थिक वार्तालाप की समाप्ति पर वांग छी शान व श्री हिरोफुमी नाकासोने ने समान रुप से पत्रकारों से भेंट की । वांग छी शान ने कहा कि वार्तालाप संतोषजनक सफल रहा है और दोनों पक्षों के बीच बहुत से महत्वपूर्ण मतैक्य व सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए हैं । उन्हों ने कहा कि वार्तालाप में दोनों पक्षों ने बल देते हुए कहा कि जिम्मेदाराना रवैया अपनाकर क्षेत्रीय व अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को सुदृढ़ बनाया जायेगा ।

श्री वांग छी शान ने पर्यावरण के क्षेत्र में दोनों देशों के सहयोग की चर्चा में कहा ऊर्जा किफायत व पर्यावरण संरक्षण दोनों देशों के आर्थिक व्यापार व सहयोग का प्रमुख क्षेत्र ही है , सहयोग की भारी संभावनाएं मौजूद हैं । दोनों पक्षों ने यह वचन दिया है कि ऊर्जा किफायत के मापदंड व प्रबंधन व्यवस्था . चक्रिय प्रकार वाले शहरों , दूषित पानी के निपटारे और ग्रीन हाऊस गैस की निकासी आदि क्षेत्रों में सहयोग मजबूत बनाये जायेंगे और तकनीकों , नीतियों और सुयोग्य व्यक्तियों के आदान प्रदान को गति दी जाएगी ।

मौजूदा वार्तालाप में हिस्सेदार चीनी राष्ट्रीय विकास व सुधार आयोग के प्रधान चांग फींग ने कहा कि मौजूदा विश्व वित्तीय संकट के मुकाबले के लिये विभिन्न देशों ने सिलसिलेवार सकारात्मक कदम उठा दिये हैं । चालू वार्तालाप में चीन व जापान ने इसी संदर्भ में सम्पर्क किया । वार्तालाप में दोनों देशों ने एक दूसरे द्वारा उठाये जाने वाले कमदों की प्रशंसा की है और आशा जतायी है कि ये कमद और सफल होंगे ।

श्रोताओ , अभी आप दूसरे चीन जापान उच्च स्तरीय आर्थिक वार्तालाप के बारे में एक रिपोर्ट सुन रहे थे । प्रस्तुत किया है पवन ने ।