पाकिस्तान के सैनिक प्रवक्ता ने 2 जून को ऐलान किया कि पाक सुरक्षा टुकड़ी ने उसी दिन, एक दिन पहले अपहृत किए गए 71 रजमाक पुलिस स्कूल के छात्रों और 9 सैनिक स्कूल के कर्मचारियों को बचाया । लेकिन इस अपहरण घटना पर पाक मीडिया की रिपोर्ट अलग अलग है । ऐसी रिपोर्ट भी है कि कुछ बंधकों को नहीं बचाया गया और स्थानीय लोकमत का कहना है कि अपहरण घटना सशस्त्र शक्तियों द्वारा स्वाट क्षेत्र में पाक सुरक्षा टुकड़ी की फौजी कार्यवाही के खिलाफ प्रतिशोध करने के लिए की गयी है । इस सब से जाहिर है कि पाकिस्तान के उत्तरी वजिरीस्तान कबाइली क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति अब भी बहुत गंभीर है।
पाक अखबार डेली टाइम्स ने 2 तारीख को बेंनू पुलिस के अधिकारी मार्वात के हवाले से कहा कि रजमाक पुलिस स्कूल में गर्मियों की छुट्टी लागू होने के बाद 500 से ज्यादा शिक्षक और छात्र 30 बसों में सवार होकर बेंनू जा रहे थे, रास्ते में पूरी तरह हथियारबंद सशस्त्र लोगों ने उन्हें बंधक बनाया । किन्तु अपहृत छात्रों की संख्या के बारे में विभिन्न पाक मीडिया में अलग अलग कथन है। रिपोर्टों ने यह भी कहा है कि स्थानीय अधिकारियों का पूर्व अनुमान था कि करीब 500 लोग अपहृत हुए, लेकिन बाद में पता चला कि करीब 200 छात्र सुरक्षित हैं।
अपरहण घटना घटित होने के बाद पाक सरकार ने तुरंत सशस्त्र शक्तियों के साथ वार्ता शुरू की । वार्ता विफल होने के बाद पाक सुरक्षा टुकड़ी ने सशस्त्र शक्तियों के साथ घमासान लड़ाई की , इस से सफलतापूर्वक 80 बंधकों को बचाया। पाक सैनिक प्रवक्ता ने 2 तारीख को कहा कि पाक सुरक्षा टुकड़ी ने अपहरण घटना वाले क्षेत्र में जांच चौकी कायम की और सभी रास्तों पर नाकेबंदी लगायी । जब सशस्त्र शक्ति बंधकों को कबाइली क्षेत्र के उत्तरी वजिरीस्तान से दक्षिण वजिरीस्तान को स्थानांतरित कर रहे थे, सुरक्षा टुकड़ी ने उन का पता लगाया । सूत्रों के अनुसार बचाये गए बंधक सैनिक हैलिकोप्टरों से बेंनू में पहुंचाए गए । और यह रिपोर्ट भी है कि कम से कम 20 बंधक नहीं बचाया जा पाए।
अब तक किसी भी संगठन ने इस अपरहण घटना के लिए जिम्मेदारी लेने का ऐलान नहीं किया। स्थानीय पुलिस ने कहा कि यह घटना तालिबान ने बनायी है । विश्लेषकों का कहना है कि अपहरण का मकसद स्वाट क्षेत्र में पाक सुरक्षा टुकड़ी के सफाया मुहिम पर प्रतिशोध करना है। वर्तमान में पाक सुरक्षा टुकड़ी ने स्वाट क्षेत्र के मुख्य शहरों व कस्बों पर कब्जा कर लिया है और वह पूरी शक्ति से तालिबान की बची खुची शक्तियों का सफाया करने में जुटी हुई है । पाक उत्तर पश्चिम सीमांत प्रांत की सरकार ने हाल में नोटिस जारी कर स्वाट में सक्रिय पाक तालिबान के 21 सरगनाओं की गिरफ्तारी के लिए इनाम घोषित किया है।
पाक गृह मंत्रालय के स्थाई सचिव कमाल शाह ने 2 तारीख को कहा कि गत अप्रैल से पाक सुरक्षा टुकड़ी ने मालकंद इलाके में फौली कार्यवाही शुरू की , तब से अब तक कम से कम 1244 सशस्त्र व्यक्तियों को मारा गया , जिन में 26 तालिबान कमांडर शामिल हैं। इस के अलावा 92 सशस्त्र व्यक्ति पकड़े गए हैं। पाक राष्ट्रपति जरदारी ने कहा कि पाक सुरक्षा टुकड़ी ने उत्तर पश्चिम सीमांत प्रांत में मालकंद समेत सभी अहम क्षेत्रों को अपने काबू में कर लिया है और पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम इलाके में चलायी जा रही तालिबान विरोधी फौजी कार्यवाही जल्द ही समाप्त होगी।
उत्तरी वजिरीस्तान स्वाट क्षेत्र के दक्षिण में स्थित है , वहां तालिबान की शक्ति प्रबल है । हाल ही में श्री जरदारी ने ब्रिटिश मीडिया के साथ साक्षाक्तार में कहा था कि स्वाट में सैनिक कार्यवाही चलाने के बाद पाक सेना वजिरीस्तान आदि इलाकों में सक्रिय तालिबान शक्तियों पर भी हमला कर सकेगी। लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि हालांकि पाक सेना ने स्वाट में कुंजीभूत विजय पायी है, फिर भी बहुत से तालिबान सशस्त्र व्यक्ति, खास कर तालिबान के उच्च स्तरीय सदस्य बच कर भाग गए, जो स्थानीय सुरक्षा के लिए निहित खतरा बन गया है । स्वाट की तुलना में वजीरिस्तान में सक्रिय तालिबान के सशस्त्र तत्व ज्यादा उग्र और कट्टर हैं और वहां की भू-स्थिति भी बहुत जटिल है ,इसलिए वहां तालिबान का सफाया करना और मुश्किल होगा।