सिलसिलेवार पुनर्गठन की विफलता के बाद अमरीका के सब से बड़े मोटर गाड़ी उद्योग यानी जनरल मोटर्स का दिवाला होने वाला है । पहली जून को जनरल मोटर्स ने न्यूयार्क में अमरीकी संघीय दिवालियेपन अदालत से दिवालियेपन रक्षा के लिए आवेदन पेश किया , इस तरह वह अमरीका के निमार्ण उद्योग के इतिहास में सब से बड़ा दिवालियेपन मामला बन गया । अमरीका सरकार के तत्वाधान में दिवालियेपन के बाद पुनर्गठन योजना के अन्तर्गत ओबामा सरकार राष्ट्रीयकरण के जरिए जनरल मोटर्स को कठिन काल से पार कराके उसे पुनः जीवित करने की कोशिश करेगी। लेकिन इस की सफलता या विफलता पर अब लोगों का बड़ा ध्यान आकर्षित हुआ है।
अमरीका में दिवालियेपन रक्षा के लिए आवेदन के बाद आम तौर पर एक नयी कंपनी गठित कर पुरानी कंपनी के अच्छी गुणवत्ता वाले संसाधन को अपने पास रखेगी और कानूनी तरीके से पुराने कंपनी पर लगे कर्जों को अलग कर छोड़ देगी, इस से कंपनी नया रूप धारण कर आगे उत्पादन चला सकेगी । दिवालियेपन रक्षा मांगने के बाद जनरल मोटर्स भी इस प्रकार का रास्ता अपनाएगी। अमरीका सरकार की योजना के अनुसार जनरल मोटर्स और उस की शाखा कंपनियां अपने श्रेष्ठ संसाधनों को नवगठित कंपनी को बेच देंगी और अमरीकी वित्त मंत्रालय 30 अरब डालर की पूंजी प्रदानकर दिवालियेपन रक्षा के सहारे कंपनी का संचालन आगे बढाएगी । इस से अमरीका सरकार नई कंपनी का 60 प्रतिशत शेयर रखेगी और कंपनी का सब से बड़ा शेयर धारक बन जाएगी । पुनर्गठन का काम 60 से 90 दिन तक चलेगा , इस के दौरान जनरल मोटर्स 21 हजार कर्मचारियों की छंटनी करेगी और अपने देश के उत्पादन ब्रांडों में आधी कटौती करेगी, ताकि अपने पर लगे 79 अरब डालर के कर्जों को अलग कर छोड़ा जाए ।
लेकिन जनरल मोटर्स का पुनर्गठन सफल होगा या नहीं, अभी इस पर प्रश्न चिन्ह लगा है। विश्लेषकों का कहना है कि अमरीका सरकार की भरसक कोशिश से जाहिर है कि पुनर्गठन का काम कामयाब होने की बड़ी आशा है। गत अप्रैल में जनरल मोटर्स द्वारा कर्जों को शेयर के रूप में बदले जाने की योजना कर्ज देने वालों के विरोध के कारण विफल हुई. अंततः अमरीका सरकार ने तुरंत रियात देकर क्षतिपूर्ति का प्रस्ताव पेश किया ।
इस के अलावा ओबामा सरकार ने जनरल मोटर्स में 19 अरब 40 करोड़ डालर की पूंजी डाली, फिर 30 अरब डालर डालने का निश्चय किया , जिस से पुनर्गठन के लिए आधार कायम हुआ। लेकिन जानकार सूत्रों के अनुसार यदि पुनर्गठन की योजना विफल हुई, तो कर्ज देने वालों को भारी नुकसान लगेगा । फिर भी ओबामा सरकार को जनरल मोटर्स के पुनर्जीवन पर पूरा विश्वास है । ओबामा ने ह्वाइट हाउस के न्यूज ब्रिफींग में कहा कि उन्हें विश्वास है कि जनरल मोटर्स दिवालियेपन रक्षा से बाहर निकल सके । अमरीकी मीडिया ने कहा कि यह मामला अमरीका की उद्योग नीति में एक अभूतपूर्व कोशिश है । अमरीका सरकार और अमरीकी कांग्रेस दोनों जनरल मोटर्स की मिसाली छवि बनाए रखना चाहती है।
किन्तु दिवालियेपन रक्षा एक विवशतापूर्ण विकल्प है, यदि पुनर्गठन विफल हुआ, तो वह दिवाला निकलेगा और उस की संपत्तियों का हिसाब किताब लगाया जाएगा । अगर जनरल मोटर्स का पुनर्गठन सफल हो, तो भी अमरीका सरकार के सामने चुनौति लम्बे अरसे के लिए मौजूद रहेगी । वास्तव में जनरल मोटर्स के पुनः जीवित होने के लिए महज पुनर्गठन पर निर्भर करना काफी नहीं है, अमरीका के अर्थतंत्र में पुनरूत्थान होना जनरल मोटर्स के लिए कठिनाइयों से निकलने का सच्चा रास्ता है।
जनरल मोटर्स के उच्च स्तरीय नेतृत्व दल ने उसी दिन न्यूज ब्रिफींग में कहा कि दिवालियेपन रक्षा के लिए आवेदन से अमरीका के बाहर जनरल मोटर्स के व्यवसायों का संबंध नहीं है। खासकर चीन का बाजार विश्व में जनरल मोटर्स की सफलता के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है, चीन में उस का व्यवसाय सामान्य बरकरार रहा है । जनरल मोटर्स की चीनी कंपनी ने भी कहा कि चीन में जनरल मोटर्स की विकास रणनीति नहीं बदलेगी और वह चीन के बाजर पर विश्वस्त है।