2009-06-02 10:08:34

भारतीय लोगों ने ऑस्ट्रेलिया में पढ़ रहे भारतीय छात्रों पर किए जा रहे हिंसक हमलों का विरोध किया

भारत के अनेक शहरों में 1 जून को नस्लभेदभाव विरोधी जुलूस निकला गया, जिसका उद्देश्य है ऑस्ट्रेलिया में पढ़ रहे भारतीय छात्रों पर लगातार किए जा रहे हिंसक हमलों का विरोध करना। नई दिल्ली और मुंबई में भारतीय जनता पार्टी के कुछ सदस्यों ने ऑस्ट्रेलिया के विशेष दूत दल के ठिकाने के बाहर विरोध गतिविधि आयोजित की। बंगलौर में कुछ छात्रों ने एक व्यस्त मार्ग पर तख्तियां उठाए हुए नारे लगाए। इस प्रकार ऑस्ट्रेलिया में भारतीय छात्रों पर किए गए हिंसक हमले एक राजनयिक सवाल बन गया है। भारतीय विदेश मंत्री एस. एम. कृष्णा ने 1 जून को संसद भवन के बाहर संवाददाताओं से कहा कि सरकार ने इसे लेकर ऑस्ट्रेलिया के विभिन्न स्तरों के सरकारी संगठनों के साथ संपर्क किया है। श्री कृष्णा के अनुसार प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधान मंत्री केविन रूड को अपनी चिंता से अवगत कराया है। श्री कृष्णा ने भी ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री के साथ संपर्क किया है। उन की आशा है कि इस सवाल का समाधान किया जाएगा। भारत सरकार ने कहा कि भारत संबंधित कदम उठाने के लिए ऑस्ट्रेलिया सरकार का इंतजार कर रहा है। उधर ऑस्ट्रेलिया के प्रधान मंत्री ने 1 जून को जारी एक वक्तव्य में स्पष्ट रूप से भारत सरकार से कहा है कि हालांकि भारतीय छात्रों को लक्षित करके हिंसक हमले किए गए हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया नस्लभेदभाव वाला देश नहीं है। (ललिता)
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