2009-05-26 15:06:38

अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने जनवादी कोरिया के दूसरे नाभिकीय परीक्षण का जबरदस्त विरोध किया

जनवादी कोरिया की केंद्रीय समाचार एजेंसी की 25 तारीख की रिपोर्ट के अनुसार, जनवादी कोरिया ने उसी दिन फिर एक बार सफल भूमिगत नाभिकीय परीक्षण किया। यह 9 अक्तूबर 2006 के बाद जनवादी कोरिया द्वारा किया गया दूसरा नाभिकीय परीक्षण है। इस खबर के जारी होते ही तुरंत अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस का जबरदस्त विरोध किया है।

जनवादी कोरिया की केंद्रीय समाचार एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि जनवादी कोरिया ने 25 तारीख को फिर एक बार सफल भूमिगत नाभिकीय परीक्षण किया। वर्तमान नाभिकीय परीक्षण में विस्फोट की क्षमता व प्रचलन की तकनीक में भारी उन्नति हुई है। जनवादी कोरिया की केंद्रीय समाचार एजेंसी ने यह भी कहा कि परीक्षण से नाभिकीय धमकी को उन्नत करने आदि वैज्ञानिक तकनीक समस्या का समाधान किया गया है, जो जनवादी कोरिया द्वारा देश की रक्षा करने और कोरियाई प्रायद्वीप तथा पड़ोसी क्षेत्र की शांति व स्थिरता को सुनिश्चित करने के लिए योगदान देगा।

लेकिन, जनवादी कोरिया के नाभिकीय परीक्षण का अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने जबरदस्त विरोध किया है। जापान के अनुरोध पर, सुरक्षा परिषद ने उसी दिन इस समस्या पर आपात बैठक बुलायी। सुरक्षा परिषद के वर्तमान अध्यक्ष देश, संयुक्त राष्ट्र संघ स्थित रुसी स्थायी प्रतिनिधि श्री छुरकिन ने बैठक के बाद कहा कि सुरक्षा परिषद के 15 सदस्य देशों ने एक स्वर में कहा है कि जनवादी कोरिया के नाभिकीय परीक्षण ने सुरक्षा परिषद के नम्बर 1718 प्रस्ताव का उल्लंघन किया है। इसलिए, सुरक्षा परिषद ने इस का जबरदस्त विरोध करके निंदा की है। सुरक्षा परिषद ने जनवादी कोरिया से सुरक्षा परिषद के संबंधित प्रस्तावों तथा वक्तव्य के अनुसार, चतुर्मुखी रुप से संबंधित कर्त्तव्य निभाने की मांग की। उन्होंने कहा कि सुरक्षा परिषद जनवादी कोरिया के वर्तमान नाभिकीय परीक्षण से संबंधित एक प्रस्ताव पारित करेगी। उसी दिन, संयुक्त राष्ट्र महा सचिव बान की मून ने जनवादी कोरिया से यथाशीघ्र अंतरराष्ट्रीय समुदाय को दिये गये वचनों का पालन करने का आग्रह किया।

चीनी विदेश मंत्रालय ने उसी दिन वक्तव्य जारी करके कहा कि जनवादी कोरिया ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के व्यापक विरोध को नजरअंदाज करके फिर एक बार नाभिकीय परीक्षण किया है, चीन सरकार इस का दृढ़ विरोध करती है। चीन ने जनवादी कोरिया से अपने वचनों का पालन करके परिस्थिति को और बिगड़ने से बचाने के लिए संबंधित कार्यवाइयों को बंद करने और पुनः 6 पक्षीय वार्ता के रास्ते में वापस लौटने की जबरदस्त मांग की। साथ ही चीन ने संबंधित विभिन्न पक्षों से संयम रखकर सलाह मश्विरा व वार्तालाप के जरिये समस्या का समाधान करने की अपील भी की। चीन इस के लिए अथक प्रयास करता रहेगा।

अमरीकी राष्ट्रपति ओबामा ने वक्तव्य जारी करके जनवादी कोरिया की निंदा की कि उस ने भूमिगत परीक्षण किया, जिस ने अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया गया है। वक्तव्य में कहा गया है कि जनवादी कोरिया द्वारा नाभिकीय परीक्षण करने की कार्यवाई उसे और अलगाव की स्थिति में डालेगी।

कोरिया गणराज्य के राष्ट्रपति ली म्युंग बाक ने भी उसी दिन दोपहर को सरकार के संबंधित विभागों के अधिकारियों को इकट्ठा करके राष्ट्रीय सुरक्षा गारंटी बैठक की। कोरिया गणराज्य के राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता ने बैठक के बाद जारी वक्तव्य में कहा है कि व जनवादी कोरिया ने फिर एक बार नाभिकीय परीक्षण किया, यह कोरियाई प्रायद्वीप, उत्तर पूर्वी एशिया यहां तक विश्व की शांति के लिए गंभीर धमकी है और अंतरराष्ट्रीय नाभिकीय अप्रसार व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण चुनौती भी है, जो असहनीय है। उसी दिन कुछ समय पहले, कोरिया गणराज्य सरकार ने घोषणा की कि केसुंग औद्योगिक उद्यान के अलावा, कोरिया गणराज्य जनवादी कोरिया की यात्रा करने को अस्थायी रुप से बंद करेगा।

जापानी प्रधान मंत्री टारो असो ने भी वक्तव्य जारी करके जनवादी कोरिया द्वारा नाभिकीय परीक्षण करने की जबरदस्त निंदा की। वक्तव्य में कहा गया है कि जनवादी कोरिया द्वारा नाभिकीय परीक्षण करना जापानी सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण धमकी है, जिस ने गंभीर रुप से उत्तर पूर्वी एशिया तथा अंतरराष्ट्रीय शांति व सुरक्षा को नुकसान पहुंचाया है।

रुसी विदेश मंत्रालय ने भी वक्तव्य जारी करके जनवादी कोरिया से क्षेत्रीय स्थिरता की रक्षा करने एवं बड़े पैमाने वाले विध्वंसक हथियारों का अप्रसार करने आदि क्षेत्रों में जिम्मेदार रुख अपनाने की अपील की। वक्तव्य में कहा गया है कि जनवादी कोरिया के नाभिकीय परीक्षण ने गंभीर रुप से नाभिकीय अप्रसार व्यवस्था को मजबूत करने के अंतरराष्ट्रीय समुदाय के प्रयास को चोट पहुंचायी है और नाभिकीय परीक्षण पर पूरी तरह से पाबंदी लगाने की संधि का उल्लंघन किया है।

युरोपीय संघ के विदेश व सुरक्षा नीति के जिम्मेदार वरिष्ठ प्रतिनिधि सोलाना ने भी कहा कि जनवादी कोरिया की वर्तमान कार्यवाई सुरक्षा परिषद के नम्बर 1718 प्रस्ताव का खुलेआम उल्लंघन है। युरोपीय संघ अन्य साझेदार देशों के साथ संबंधित कदमों पर विचार विमर्श करेगा और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से प्रबल कदम उठाकर जनवादी कोरिया की गैरजिम्मदाराना कार्यवाई का जवाबी देने की अपील की।युरोपीय संघ के वर्तमान अध्यक्ष देश चेक के विदेश मंत्री चैन कोहोट ने वक्तव्य जारी करके कहा कि युरोपीय संघ जनवादी कोरिया द्वारा फिर एक बार नाभिकीय परीक्षण करने के प्रति चिंतित है।

इन के अलावा, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, स्वीटज़रलैंड, वियतनाम एवं सिंगापुर आदि विभिन्न पक्षों ने भी अलग-अलग तौर पर जनवादी कोरिया के नाभिकीय परीक्षण के प्रति चिंता प्रकट की और उस की निंदा की।(श्याओयांग)