2009-05-22 13:04:49

विश्व के बड़े शहरों के नेताओं ने जलवायु परिवर्तन के मुकाबले के लिए"कम कार्बन वाले शहर"का निर्माण करने का वचन दिया

विश्व के बड़े शहरों जलवायु लीडरशिप ग्रुप यानी सी.40 का तीन दिवसीय तीसरा जलवायु परिवर्तन मेयर स्तरीय सम्मेलन《सोल घोषणा पत्र》जारी कर 21 तारीख कोरिया गणराज्य की राजधानी सोल में समाप्त हुआ । सम्मेलन में उपस्थित विश्व के 70 बड़े शहरों के नेताओं ने घोषणा पत्र में वचन दिया कि भविष्य में जलवायु परिवर्तन के मुकाबले के लिए"कम कार्बन वाले शहर"के निर्माण वाला नया लक्ष्य बनाया जाएगा, इस के साथ ही इस लक्ष्य को मूर्त रूप देने के लिए ठोस कार्यान्वयन प्रस्ताव भी बनाया गया है।

विश्व के बड़े शहरों के जलवायु लीडरशिप ग्रुप की स्थापना वर्ष 2005 में हुई, जिस में विश्व के 40 बड़े शहर शामिल हैं, इस का मकसद विश्व के बड़े शहरों के बीच सहयोग को मज़बूत कर ग्रीन हाउस गैस की निकासी को कम करना है । इस संगठन का प्रति दो साल में एक बार मेयर स्तरीय सम्मेलन आयोजित होता है । पेइचिंग, शङयांग, च्यांगसू प्रांत और चीन के थाईपे और हांगकांग आदि चीनी प्रतिनिधि समेत विश्व के 76 शहरों के प्रतिनिधियों ने मौजूदा सम्मेलन में भाग लिया ।

"जलवायु परिवर्तन के मुकाबले में प्राप्त उपलब्धियां व चुनौतियां"शीर्षक मौजूदा सम्मेलन के दौरान प्रतिनिधियों ने जलवायु परिवर्तन व आर्थिक संकट, कम कार्बन वाले शहर का निर्माण प्रस्ताव, केंद्र सरकार और स्थानीय सरकार के बीच सहयोग तथा ग्रीन हाउस गैस का जांच प्रस्ताव आदि विषयों को लेकर 7 पूर्णाधिवेशन आयोजित हुए । इस के साथ ही नए तकनीकी वाहन, रद्दी वस्तुओं के संसाधनकरण आदि सवाल को लेकर 16 बैठक बुलायीं गईं। विभिन्न पक्षों ने पिछले दो सत्र वाले सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन के मुकाबले के लिए प्रस्तावों की कार्यान्वयन स्थिति का सिंहावलोकन किया और विभिन्न बड़े शहरों की नीति व तकनीक क्षेत्र में प्राप्त अनुभवों का उपभोग किया । उन्होंने भविष्य के उन्मुख नए प्रस्ताव भी पेश किए ।

सम्मेलन की समाप्ति पर जारी《सोल घोषणा पत्र》ने सामूहिक तौर पर जलवायु परिवर्तन के मुकाबले के लिए विभिन्न पक्षों का संकल्प दिखाया , जिस में सी.40 के सदस्य शहरों ने वचन दिया कि बड़ी हद तक ग्रीन हाउस गैस की निकासी को कम करेंगे, जलवायु परिवर्तन के मुकाबले की क्षमता को उन्नत करेंगे ।

उन्होंने"कम कार्बन वाले शहर"के निर्माण को समान लक्ष्य बनाया । घोषणा पत्र के अनुसार सी.40 के सदस्य शहर भविष्य में शहरी विकास के दौरान ग्रीन हाउस गैस की निकास स्थिति पर ज्यादा ध्यान देंगे, नीति व परियोजना बनाने के तरीके से गैस की कम निकासी साकार करेंगे । सी.40 के सदस्य शहरों ने कहा कि वे कम कार्बन वाली तकनीक के विकास व संबंधित कार्य का समर्थन करेंगे, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं, विभिन्न सरकारों व कारोबारों के साथ सहयोग के जरिए ग्रीन हाउस गैस की निकासी को कम करने वाले कदमों को मज़बूत करेंगे ।

मौजूदा सम्मेलन का एक और फल है कि जलवायु परिवर्तन के मुकाबले के लिए ठोस कार्यान्वयन प्रस्ताव बनाया गया है। वर्ष 2005 में सी.40 के लंदन सम्मेलन और वर्ष 2007 के न्यूयार्क सम्मेलन में विभिन्न पक्षों के प्रतिनिधियों ने जलवायु परिवर्तन के मुकाबले के दौरान विभिन्न शहरों की आदर्श मिसाल का उपभोग किया था और पारस्परिक सहयोग के बुनियादी सिद्धांत को निश्चित किया था। मौजूदा सोल सम्मेलन में"कम कार्बन वाले शहर"के निर्माण वाला समान लक्ष्य बनाए जाने के अलावा जलवायु परिवर्तन के मुकाबले के लिए कार्यान्वयन प्रस्ताव भी पेश किया गया है, जिस में विभिन्न दौर में ग्रीन हाउस गैस की निकासी को कम करने का लक्ष्य व नीति, कार्यान्वयन की ठोस योजना तथा समय तालिका आदि शामिल है । अगले बार के सम्मेलन में इस का सिंहावलोकन किया जाएगा । साथ ही सी.40 के सदस्य शहर घोषणा पत्र के अनुसार जलवायु परिवर्तन सवाल संबंधी जिम्मेदार नीतिगत अधिकारी निश्चित करेंगे, ताकि सी.40 से समय पर संबंधित मामलों को सूचित किया जा सके। इस व्यवस्था ने जलवायु परिवर्तन के मुकाबले में विभिन्न बड़े शहरों द्वारा उठाए गए कदमों के कारगर निरीक्षण के लिए जबरदस्त गारंटी दी है।

इस के अलावा, सम्मेलन का एक अंग के रूप में"जलवायु परिवर्तन मेला"कोरिया गणराज्य के प्रदर्शनी केंद्र में आयोजित हुआ, जिस में नए पुनरुत्पादित ऊर्जा,ऊर्जा के प्रयोग की दर की उन्नति और जलवायु परिवर्तन से जुड़ी उच्च व नई तकनीक प्रदर्शित की गयी । आंकड़ों के अनुसार 20 तारीख तक कुल 20 हज़ार व्यक्तियों ने मेले में भाग लिया, जिन में 1200 से ज्यादा कारोबार प्रतिनिधियों ने प्रदर्शनी वाले पक्षों के साथ सहयोग से जुड़े मामलों पर विचार विमर्श किया ।