2009-05-21 16:04:54

11वीं चीन यूरोप शिखर वार्ता में अहम सहमति प्राप्त हुई

चीनी प्रधान मंत्री वन चापाओ ने 20 तारीख को प्राग में यूरोपीय संघ के वर्तमान अध्यक्ष देश चेक के राष्ट्रपति कलोस और यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष बारोसो के साथ चीनी व यूरोपीय नेताओं की 11वीं भेंटवार्ता का आयोजन किया। दोनों पक्षों ने चीन यूरोप संपूर्ण रणनीतिक साझेदारी संबंध के आगे विकास, संयुक्त रूप से अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय संकट तथा मौसम परिवर्तन जैसी चुनौतियों के मुकाबले पर गहन रूप से रायों का आदान प्रदान किया और अहम सहमतियां प्राप्त कीं ।

चीनी प्रधान मंत्री वन चापाओ स्थानीय समय के अनुसार 20 तारीख के दोपहरबाद प्राग पहुंचे थे । प्राग पहुंचने के बाद ही उन्हों ने यूरोपीय संघ के वर्तमान अध्यक्ष देश चेक के राष्ट्रपति कलोस और यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष बारोसो के साथ 11 वीं शिखर वार्ता की । वार्ता के बाद संवाददाताओं से बातचीत के समय चीनी प्रधान मंत्री वन चापाओ ने कहा कि मौजूदा वार्ता में फलदायी उपलब्धियां और अनेक सहमतियां प्राप्त हुई हैं। उन्हों ने कहाः

मेरे विचार में मौजूदा शिखर वार्ता फलदायी है और आपसी विश्वास व सहयोग बढ़ाने तथा संबंधों को गहरा बनाने का लक्ष्य हासिल हुआ है । चीन और यूरोप में समान विकास और सामंजस्यपूर्ण विकास पाना मूलतः विश्व के सामंजस्य व अनवरत विकास के हित में है। यह चीन और यूरोप दोनों का समान कर्तव्य और मिशन है।

वर्तमान अन्तरराष्ट्रीय परिस्थिति में जटिल व गहरा परिवर्तन आ रहा है, वित्तीय संकट गहन रूप लेकर फैल रहा है और मौसम परिवर्तन व ऊर्जा सुरक्षा जैसी विश्वव्यापी चुनौतियां दिनोंदिन बढ़ती जा रही हैं। ऐसी स्थिति में चीन यूरोप संबंध के सामने नए अवसर और चुनौति खड़ी हो गयी । चीन यूरोप संबंध के भविष्य पर चर्चा करते हुए श्री वन चापाओ ने कहा कि चीन यूरोप संबंध का केन्द्र रणनीतिक है और विषय व्यापक है तथा इस के विकास की कुंजी युग के साथ आगे बढ़ना है । श्री वन चापाओ ने कहाः

वर्तमान की जटिल व परिवर्तनशील अन्तरराष्ट्रीय राजनीतिक व आर्थिक परिस्थिति में चीन और यूरोप को रणनीतिक साझेदारी के आधार पर कायम रहते हुए व्यवहारिक सहयोग के विस्तार को मुख्य काम बनाना और युग के साथ कदम मिलाकर द्विपक्षीय संबंधों के पूर्ण, गहन व निरंतर विकास को बढ़ावा देना चाहिए । इस के लिए द्विपुक्षीय संबंधों के विकास में चीनी व यूरोपीय नेताओं की वार्ता व्यवस्था की रणनीतिक नेतृत्वकारी भूमिका अदा करानी चाहिए।

यूरोपीय पक्ष ने कहा कि यूरोपीय संघ चीन के साथ वार्ता व सहयोग पर उच्च महत्व देता है और सक्रिय रूप से चीन यूरोप संपूर्ण रणनीतिक साझेदारी संबंध के विकास में जुटा रहेगा और ईमानदारी व खुली भावना के साथ यूरोप चीन शिखर वार्ता व उच्च स्तरीय आर्थिक व्यापारिक वार्ता आदि व्यवस्थाओं को और घनिष्ठ बनाने को तैयार है। यूरोपीय संघ यूरोप चीन साझेदारी व सहयोग के बारे में समझौते के लिए वार्ता को तेज करने, यूरोप चीन संबंधों को और फलदायक बनाने तथा कारगर रूप से विश्वव्यापी चुनौतियों का मुकाबला करने की कोशिश करेगा।

यूरोपीय संघ के वर्तमान अध्यक्ष देश चेक के कलोस ने संवादाताओं से कहा कि वार्ता बहुत सफल रही है। उन्हों ने कहाः

आज दोपहरबाद हम ने संजिदगी के साथ मैत्रीपूर्ण व रचनात्मक शिखर वार्ता की है। हम सभी का कहना है कि हम चीन व यूरोप के बीच प्रबल व फलदायक संपूर्ण साझेदारी संबंध को गहरा व विस्तृत करने के लिए लगातार प्रयास करने को तैयार हैं। यह दोनों पक्षों की जनता व विश्व जनता के लिए लाभदायक है।

यूरोपीय पक्ष ने दोहराया कि वह एक चीन नीति पर कायम रहेगा और थाइवान जलडमरूमध्य के दोनों तटों के बीच संबंधों के शांतिपूर्ण विकास का स्वागत व समर्थन करता है । चीन की चिंता में आए बाजार अर्थव्यवस्था के स्थान, चीन को शस्त्र बेचने के सवाल पर यूरोपीय पक्ष ने कहा कि वह न्यायपूर्ण व वस्तुगत तरीके से चीन के बाजार अर्थ स्थान के सवाल का निपटारा करेगा और चीन को शस्त्र बेचने पर लगी पाबंदी समस्या को हल करने का राजनीतिक इरादा रखता है।

वार्ता में दोनों पक्षों के नेताओं ने मुख्यतः अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय संकट पर रायों का आदान प्रदान किया और वे व्यवहारिक तरीके से हर प्रकार के व्यापार व निवेश संरक्षणवाद का विरोध करने पर सहमत हैं। चीनी प्रधान मंत्री वन चापाओ ने वार्ता के बाद घोषणा की कि चीन निकट भविष्य में यूरोप को खरीददारी मंडल भेज कर यूरोप से आयात बढ़ाएगा । उन्हों ने कहा कि चीन यूरोप के साथ अनेक क्षेत्रों में सहयोग करते हुए वित्तीय संकट का मुकाबला करने को तैयार है।

वार्ता में श्री वन चापाओ ने मौसम परिवर्तन के मुकाबले के बारे में चीन की नीति, सुझाव व ठोस कदम का परिचय भी किया।

दोनों पक्षों के सलाह विशमरे के अनुसार 12 वीं शिखर वार्ता इस साल के उत्तरार्द्ध में पेइचिंग में होगी।