2009-05-15 16:32:12

ए एच1एन1 फ्लू को समय से पहले रोकना व समय से पहले उसपर काबू पाना एक अच्छी शुरूआत नीति है

15 मई तक विश्व में कुल 34 देशों ने पुष्ट व संदिग्ध ए एच1एन1 फ्लू के मामलों की रिपोर्टे दी हैं, इन में चीन के भीतरी इलाकों में दो मामले पुष्ट किए गए हैं। चीनी रोग बचाव व नियंत्रण केन्द्र के संक्रमण रोग के प्रमुख विशेषज्ञ प्रोफेसर चंग क्वांग ने कहा कि वर्तमान फ्लू ने केवल अपने बुर्के का एक हिस्सा ही उतारा है, चीन समेत अन्य देशों में नये पुष्ट मामलों के उत्पन्न होने की संभावना है, इस साल का शऱद मानव के ए एच1एन1 फ्लू से मुकाबला करने की नाजुक घड़ी होगी। इस विशेषज्ञ का मानना है कि समय से पहले इस रोग को रोकना व उसपप काबू पाना फ्लू से निपटने की एक अच्छी शुरूआत नीति है।

13 मई को कनाडा से स्वेदश लौटा एक चीनी पुरूष एच1एन1 फ्लू रोग का पुष्ट मामला बना, जिस से चीन के भीतरी इलाकों में बाहर से आए दो मामले दर्ज किए गए हैं। चीनी रोग नियंत्रण केन्द्र के संक्रमण रोग के प्रमुख विशेषज्ञ प्रोफेसर चंग क्वांग का मानना है कि हरेक फ्लू के आने के समय, विश्व के अनेक प्रमुख देश इस के शिकार होते हैं, इस बार ए एच1एन1 फ्लू बड़ी तीव्रता से आया है, लेकिन वर्तमान इस रोग ने केवल अपने बुर्कै का एक छोटा सा हिस्सा ही खोला है। उन्होने कहा इस प्रकार की स्थिति बरकरार रहेगी, अधिक देशों में इस रोग का पता चलेगा, हो सकता है कि पहले वह बाहर से आयी हो, इस के बाद अमरीका और ब्रिटेन की तरह , बाहर से आया फ्लू मामला नहीं होगा बल्कि अपने देश के लोगों द्वारा फैलाना वाला मामला बन जाएगा, इस तरह की स्थिति बिल्कुल उत्पन्न हो सकती है।

प्रोफेसर चंग का मानना है कि इस बार के फ्लू रोग की संक्रमण दर पहले के तीन बार मानव फ्लू के फैलने के बराबर है,जबकि उससे मरने वालों की दर तीसरी बार के फ्लू का केवल एक प्रतिशत ही है। उन्होने कहा कि मरने की दर के नीचा व उंचा होना अपने के संक्रमण रोग पर निर्भर नहीं होता है, बल्कि उसके उपचार पर। रोग के उत्पन्न होने के बाद, अनेक देशों की स्थिति पर नजर डाले तो आप देखेंगे कि यदि मरीज को एन वक्त पर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवा दिया जाए , तो मृत्यु दर कम हो सकती है। इस के अलावा, इस विशेषज्ञ का मानना है कि रोग के निपटारे में पेशावर लोगों को पहले संबंधित कदम उठाने दिये जाएं, रोग की गंभीर स्थिति की जरूरत पर ही समाज को लामबन्दी करने का माध्यम इस्तेमाल किया जाए।

चीन ने सार्स व बर्ड फ्लू के हमले का दर्द सह है, इसने समय से पहले रोग बचाव की तैयारी कर ली है। अप्रेल के अन्त में मैक्सीको में ए एच1एन1 फ्लू मामलों का पता लगाया गया, चीन ने पहले समय में ही आपात व्यवस्था लागू कर दी और अपने अनेक चुंगी चौकियों की सीमा प्रवेश सामानों व व्यक्तियों की संगरोधन जांच करना शुरू कर दिया।

श्री चंग फिंग लातिन अमरीकी स्थित पत्रिका --आज का चीन-- के उप प्रमुख संपादक होने के नाते, 9 अप्रेल को मैक्सीको में गए थे, 30 अप्रेल को वह ए एम 098 यात्री विमान से स्वदेश लौट आए। वह हांगकांग के पहले एच1एन1 फ्लू रोग के पुष्ट व्यक्ति के साथ इस विमान पर सवार थे और इस तरह वह प्रथम जत्थे के अलगाव कर चिकित्सा निगरानी में रखने वाले व्यक्ति रहे। सात दिन की चिकित्सा निगरानी के बाद, श्री चंग फिंग अलगाव स्थिति से मुक्त कर दिए गए। उन्होने अपने अनुभव का व्याख्यान करते हुए कहा हवाई जहाज से उतरने के बाद, हमें सबसे पहले स्वस्थ्य घोषणा पत्र दिया गया और हमारे शरीर का तापमान भी लिया। विमान से उतरने के बाद कस्टम से निकल कर हवाई जहाज के आंगन में फिर एक बार शरीर तापमान देना पड़ा। इन दो बार मेरा हाल सामान्य रहा। हांगकांग में फ्लू मामले की पुष्टि करने के बाद, पहली मई की शाम को रोग नियंत्रण केन्द्र ने मुझे टेलीफोन कर पूछा कि मेरे शरीर के तापमान में कुछ बदलाव आया है कि नहीं। मैंने बताया कि मैं बहुत अच्छा हूं। 2 मई की सुबह के चार बजे, मेरा मोबाइलफोन बजने लगा, फोन उठाते ही रोग निंयत्रण केन्द्र के व्यक्ति ने कहा कि हम अभी ही आप के घर आ रहे हैं, आशा है आप हमारा सहयोग देगें।

चीनी सरकार द्वारा उठाए नियंत्रण कार्यवाहियां पर प्रोफेसर चंग क्वांग ने जानकारी देते हुए कहा कि पहली कार्यवाही मरीज की जांच व उसे अलगाव में रखना, ताकि रोग फैल न सके। यदि संदिग्ध या पुष्ट मामला तय हुआ तो चिकित्सा राहत प्रदान की जाएगी, इस के साथ फ्लू टीके व विषाणु विरोधी दवा आदि का अनुसंधान भी जारी रहेगा। उनका मानना है कि एक अरब 30 करोड़ आबादी वाला देश होने के नाते, चीन की जन संख्या के एक जगह से दूसरी जगह जाने की रफ्तार काफी तेज रहती है, चीन के रोग नियंत्रण कार्य की कठिनता का आप खुद ही अनुमान लगा सकते हैं, उसपर कड़ी कार्यवाही करने के बिना कोई चारा नहीं है। उन्होने कहा एक किस्म के रोग के चीन में आने से निकला प्रभाव ,आम तौर पर अन्य देशों की तुलना में अधिक गंभीर होता है, इस लिए हमें समय से पहले रोग के रोकथाम व नियंत्रण पर भारी बल देना चाहिए। हमने अपनी स्थिति के मुताबिक पूर्व प्रस्ताव व नीति तैयार कर ली हैं और इन कार्यवाहियों की कानूनी बुनियाद भी स्पष्ट है, इस तरह का कदम कुछ हद तक रोग को रोकने में उम्दा भूमिका अदा कर सकता है।