संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष देश रूसी स्थायी प्रतिनिधि चुर्किन ने 13 मई को वक्तव्य जारी कर कहा कि सुरक्षा परिषद ने श्रीलंका सरकार विरोधी सशस्त्र शक्ति लिट्टे की आतंक कार्यवाहियों की कड़ी निंदा की और श्रीलंका सरकार द्वारा लिट्टे पर हमला कानूनी कार्यवाही माना है।
वक्तव्य में कहा गया है कि सुरक्षा परिषद पूर्वी व उत्तरी श्रीलंका में बिगड़ रही मानवीय स्थिति पर चिंतित है और लिट्टे से हथियार छोड़ने की मांग की है तथा श्रीलंका सरकार से संयुक्त राष्ट्र संघ और रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय कमेटी के साथ सहयोग करने की अपील भी की ताकि युद्ध से बेघर हुए लोगों की सुरक्षा गारंटी की जा सके।
इस के अलावा वक्तव्य में कहा गया है कि सुरक्षा परिषद ने श्रीलंका सरकार से आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और संबंधित पक्षों से अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने का आग्रह भी किया।(रूपा)