2009-05-14 16:28:38

विश्व स्वास्थ्य संगठन को चीन के फ्लू रोग के नियंत्रण पर विश्वास है

13 मई को कनाडा से स्वदेश लौटे एक चीनी पुरूष ए एच1एन1 फ्लू से संक्रमित रोगी पुष्ट किया गया, इस तरह चीन के भीतरी इलाकों में बाहर से आए फ्लू के मामले बढ़कर दो हो गए हैं। सार्स व बर्ड फ्लू के शिकार हुए चीन के लिए, आखिर इस बार ए एच1एन1 फ्लू रोग को फैलने से रोकने की क्षमता हासिल है या नहीं। इसी दिन हमारे संवाददाता ने चीन स्थित विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डाक्टर हान्स ट्रोएडसन से इन्टरव्यू लिया। उन्होने कहा कि उन्हे चीन के फ्लू को फैलने से रोकने की क्षमता पर विश्वास है, लेकिन चीन को नियंत्रण कार्य में विभिन्न जगहों के बीच के अन्तरों व प्रवाहित जन संख्या आदि चुनौतियां का सामना करना होगा ।

चीन स्थित विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डाक्टर हान्स ट्रोएडसन ने हमारे संवाददाता के साथ साक्षात्कार में कहा मेरे ख्याल में चीन ने तैयारियां पूरी कर ली है,चीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ की बातचीत में चीनी स्वास्थ्य मंत्रालय की तैयारियों ने हमारे उपर गहरी छवि छोड़ी है। मैं चीन सरकार के वर्तमान उठाए कदमों व कार्यवाहियों को समझता हूं, ये चीन के सार्वजनिक स्वास्थ्य के संबंधित कानून व नियम कायदों से मेल रखते हैं।

डाक्टर हान्स ट्रोएडसन ने अपने विचार पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हालांकि चीन में फ्लू के दो पुष्ट मामलों का पता लगाया गया है, लेकिन इस से कहा जाए कि फ्लू बड़े पैमाने पर फैलगा, यह कहना अभी बहुत ही जल्दी होगा। उनके विचार में चीन के पास ए एच1एन1 फ्लू को फैलने से रोकने के लिए बहुत सी सर्वश्रेष्ठताएं हैं, इन में सबसे महत्वपूर्ण यह है कि चीन ने सार्स, बर्ड फलू व हाथ-पांव रोग के दौरान प्रचुर अनुभव हासिल कर लिए हैं। उन्होने कहा हाल ही में मैने चीन के बहुत सी जगहों का दौरा किया, मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि चीन के प्रांतीय सरकारों की स्वास्थ्य संस्थाएं स्वस्थ हैं, साज सामानों की गुणवत्ता ऊंची हैं, और तो और एक साल पहले हाथ-पांव रोग के दौरान हमने चीन के स्वास्थ्यकर्ताओं की शीघ्रता प्रतिक्रियाओं को महसूस किया, इस रोग से बचने की सूचनाएं शीघ्रता पूरे देश के बुनियादी ईकाइयों तक पहुंचा दी गयी। चिकित्सा संस्थाओं के अलावा, मिडिल व प्राइमरी स्कूलों के दौरे में , विद्यार्थियों को किस तरह रोगों से बचने की जानकारी बिल्कुल साफ तरह से मालूम थी। यदि इस तरह की कार्यवाहियों को ए एच1एन1 फ्लू के निपटने में प्रयोग किया जाएं तो मुझे विश्वास है कि वह एक महान शक्ति बन सकती है।

डाक्टर हान्स ट्रोएडसन का कहना बिल्कुल ठीक है, ए एच1एन1 फ्लू के मैक्सीको में फैलने के समय से ही चीन ने पहली घड़ी में आपात व्यवस्था को लागू कर दिया था और स्वास्थ्य मंत्रालय के नेतृत्व में अनेक मंत्रालयों की समान भागीदारी से एक संयुक्त बचाव संयुक्त नियंत्रण कार्य व्यवस्था व फ्लू रोग की सीधी रिपोर्ट व्यवस्था कायम कर ली थी. इस के साथ अनेक सीमा प्रवेश चौकियों में संगरोधन जांच पर बल देने के साथ फ्लू टीके व फ्लू रोग अनुसंधान आदि पहलुओं में तैयारियां शुरू हो चुकी थीं।

अलबत्ता, भूंडलीकरण के युग में विषाणु की कोई सीमा नहीं रह गयी है, कोई भी एक छोटा सा रोग विश्वव्यापी सार्वजनिक स्वास्थ्य घटना में परिवर्तित हो सकती है। 11 मई को चीन में पहला बाहर से आया ए एच1एन1 फ्लू मामले की पुष्टि होने के बाद, नियंत्रण कार्य एक नए दौर में प्रवेश कर गया। इस रोग को रोकने के लिए, चीन ने एक तरफ पुष्ट रोगी से घनिष्ठ संबंध रखने वाले लोगों को ढूंढ निकाला, दूसरी तरफ, शीघ्रताशीघ्र इस मामले को विश्व स्वास्थ्य संगठन व जनता को सूचित कर दिया, ताकि पूरा मामला पारदर्शी रहे। इस कार्यवाही की सराहना करते हुए डाक्टर हान्स ट्रोएडसन ने कहा हम चीन की इतनी शीघ्रता से चीन की स्थिति से हमें अवगत कराने की सराहना करते हैं। हम रोज चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ आदान प्रदान करते हैं और अक्सर एक साथ बचाव कार्यवाहियों पर कदम उठाने के उपायों पर विचार विमर्श करते हैं। हम चीनी स्वास्थ्य मंत्रालय को दुनिया के अन्य देशों की संबंधित सूचनाएं प्रदान करते हैं, और चीनी स्वास्थ्य मंत्रालय हमें चीन की नवीनतम स्थिति प्रदान करता है।

एक अरब 30 करोड़ बड़ी आबादी वाले चीन के लिए, चीन को ए एच1एन1 फ्लू को रोकने की कठिनाईयां कहीं अधिक जटिल है। मिसाल के लिए, 13 मई को पुष्ट किया गया 19 वर्षीय पुरूष मरीज का संबंध बहुमत लोगों से रहा था, इस ने हमारे कार्य की कठिनता को कहीं ज्यादा जटिल बना दिया। डाक्टर हान्स ट्रोएडसन ने कहा कि वर्तमान ए एच1एन1 फ्लू के आगे चीन को तीन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। उन्होने कहा पहला, रोग के फैलने की परम संख्या। चीन की एक अरब तीस करोड़ आबादी में यह रोग एक भंयकर स्थिति बन सकती है। दूसरा, चीन की जगह जगह की विभन्नता। चीन में अर्थतंत्र विकसित क्षेत्र होने के साथ गरीब क्षेत्र भी हैं, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य की स्थिति इतनी संतोषजनक नहीं है। तीसरा, जन संख्या का एक जगह से दूसरी जगह की हस्तांतरण स्थिति बहुत तीव्र है, जो रोग के रोकने के लिए अधिक कठिनाईयां पैदा कर सकता है।