2009-05-14 10:29:02

भारत में आम चुनाव का मतदान समाप्त

भारत की 15वीं लोक सभा के चुनाव में पांचवें चरण का मतदान यानी मौजूदा आम चुनाव का अंतिम चरण का मतदान 13 मई को सफलतापूर्वक समाप्त हुआ। भारत के संबंधित नियमों के मुताबिक आम चुनाव का मतदान परिणाम 16 तारीख को घोषित किया जाएगा। विश्लेषकों का कहना है कि मौजूदा चुनाव में ऐसी कोई भी पार्टी नहीं उभरी है, जिस ने अकेले नयी सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत प्राप्त किया हो। इस का यह अर्थ निकला है कि 16 तारीख के बाद चुनाव में शिरकत पार्टियों में संयुक्त गठबंधन सरकार बनाने के लिए फिर शक्ति की आजमाइश होगी । 13 तारीख को चला अंतिम चरण का मतदान भारत के उत्तर पश्चिम और दक्षिण पूर्व भागों में स्थित 7 राज्यों और दो केन्द्र शासित प्रदेशों में हुआ था। कुल 6 करोड़ मतदाताओं ने मत डाले और विभिन्न स्थानों में मतदान दर 50 प्रतिशत से अधिक हो गयी, जो इस से पूर्व के चार चरणों की दर से थोड़ी ऊंची है। भारत का मौजूदा आम चुनाव 16 अप्रैल से शुऱू हुआ, पहले चार चरणों के मतदान क्रमशः 16 अप्रैल, 23 अप्रैल, 30 अप्रैल और 7 मई को हुए। भारतीय चुनाव आयोग द्वारा विभिन्न चरणों के मतदान समाप्त होने के बाद जारी की गयी विज्ञप्तियों के अनुसार चंद कुछ क्षेत्रों में हिंसक कार्यवाहियों व हमलों को छोड़कर विभिन्न मतदान के दौरान स्थिति आम तौर पर शांत थी और काम सुव्यवस्थित रूप से चला था। मतदान दर 52 और 59 प्रतिशत के बीच रही, जो पिछले आम चुनाव से थोड़ी ऊंची है। भारतीय मीडिया ने कहा कि सुरक्षा की समस्या का मौजूदा आम चुनाव की मतदान दर पर कुछ नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। हालांकि पांचों चरणों में भारत सरकार ने 20 लाख से अधिक सुरक्षा कर्मियों को चुनाव की स्थिति बनाए रखने और स्थानीय सार्वजनिक सुरक्षा की रक्षा करने में लगाया, फिर भी कुछ क्षेत्रों में आम चुनाव के खिलाफ हिंसक कार्यवाहियां और हमले हुए थें। भारतीय संविधान के मुताबिक भारत में संसद की दो सदन व्यवस्था होती है यानी राज्य सभा और लोक सभा की व्यवस्था होती है। लोक सभा मुख्य कानून निर्माण संस्था होती है जिस की 545 सीटें हैं, दो सीटें राष्ट्रपति द्वारा सीधे नियुक्त की जाने के अलावा अन्य सभी सीटों के लिए चुनाव किया जाता है। लोक सभा के चुनाव में भारी बहुमत जीतने वाली पार्टी या पार्टियों के गठबंधन को मंत्रि मंडल गठित करने का अधिकार प्राप्त होता है। संबंधित नियमों के मुताबिक मौजूदा आम चुनाव का परिणाम 16 मई को घोषित किया जाएगा और दूसरी जून से पहले नयी सरकार गठित की जानी है। विश्लेषकों का यह आम मत है कि मौजूदा चुनाव में प्रतिस्पर्धा दो राष्ट्रीय स्तरीय पार्टी यानी सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधनों के बीच होगी । भारतीय दूरदर्शन आदि तीन संस्थाओं द्वारा 13 तारीख को जारी मतदान पर किए गए मत सर्वेक्षण के मुताबिक कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगति गठबंधन चुनाव में 189 से 201 तक की सीटें जीत सकेगा, जो जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय प्रजावादी गठबंधन से थोड़ा बढतर होगी, अनुमान है कि राष्ट्रीय प्रजावादी गठबंधन को 183 से 195 तक की सीटें मिल सकेंगी। दोनों पक्षों में से किसी को सरकार बनाने के लिए अवश्यक 272 सीटें नहीं मिल सकेगी। इस का यह मतलब हुआ है कि मौजूदा चुनाव में ऐसी संसद नहीं बनेगी, जिस में किसी एक पार्टी का बहुमत हो। नयी सरकार बड़ी पार्टी द्वारा छोटी पार्टियों के साथ संयुक्त रूप से गठित की जाएगी। अभी कहना मुश्किल है कि अखिर में कौन सी पार्टी मिली जुली सरकार की रहनुमाई करे। लोकमतों का ध्यान इस पर भी गया है कि वर्तमान भारत में कांग्रेस खेमे और जनता पार्टी खेमे से अलग एक तीसरा मोर्चा राजनीतिक मंच की कुंजीभूत शक्ति के रूप में उभर रहा है। इस गठबंधन में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) समेत दस से अधिक वामपंथी पार्टियां और कुछ स्थानीय राजनीतिक पार्टियां शामिल हैं। हालांकि तीसरे मोर्चे के घटक अलग थलग हैं, किन्तु भारतीय दूरदर्शन आदि द्वारा मतदान के वक्त किए गए सर्वेक्षण के अनुसार तीसरे मोर्चे को 113 से 121 तक की सीटें मिलने की संभावना है, जो अनपेक्षित नहीं की जा सकती है। भारत के आम चुनाव का मतदान समाप्त होने के बाद विभिन्न संबंधित पक्षों ने कहा कि आम चुनाव का परिणाम घोषित किए जाने से पहले कोई भी पक्ष गठबंधन का काम नहीं कर सकेगा, लेकिन फिलहाल विभिन्न पार्टियों में नए चरण का सलाह मशविरा शुरू हो गया है।