2009-05-13 15:10:46

पेइचिंग के पुराने राज्य शाही प्रासाद के बगल में स्थित शाही होटल

शाही होटल पुराने राज्य शाही प्रासाद के पूर्व में शहर रक्षा नदी के तट पर अवस्थित है और बिलकुल पुराने राज्य शाही प्रासाद के बगल में खड़ा हुआ है । सुबह धुप की मुलायम किरणों में पुराने राज्य शाही प्रासाद , शाही पार्क चिंग शान और पेइहाई पार्क के अनुपम भू दृश्यों का आनन्द उठाते हुए नाश्ता किया जा सकता है , जबकि शाम को आसपास की गलियों में बुजुर्ग हाथ में पिंजड़े लिये घूमते और बाल बच्चे क्रीड़ा करते हुए दिखायी देते हैं , यह मन छूने वाला दृश्य केवल प्राचीन देश की राजधानी पेइचिंग और पेइचिंग की पुरानी गलियों में देखने को मिल सकता है । इस शाही होटल के संस्थापक व महा निर्देशक ल्यू शाओ चुन ने ठीक यहां की बेमिसाल भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखकर इसी शाही होटल स्थापित करने का फैसला किया है ।

प्रिय दोस्तो , जैसा कि आप जानते हैं कि चीन की राजधानी पेइचिंग का पुराना राज्य शाही प्रासाद प्राचीन चीन के राजाओं व रानियों का सब से प्रतिष्ठित रहस्यपूर्ण स्थल रहा है । आज एक अलग पहचान बनाने वाला होटल आप को राजाओं के पड़ोसी बनाने का असाधार अनुभव देगा । इसी होटल में ठहरने पर आप को जो आनन्द मिलता है , वह पुराने जमाने के किसी राजा को कभी भी महसूस नहीं हुआ था । तो आइये , अब हम चले पेइचिंग के पुराने राज्य शाही प्रासाद के बगल में स्थित शाही होटल देखने ।

शाही होटल पुराने राज्य शाही प्रासाद के पूर्व में शहर रक्षा नदी के तट पर अवस्थित है और बिलकुल पुराने राज्य शाही प्रासाद के बगल में खड़ा हुआ है । सुबह धुप की मुलायम किरणों में पुराने राज्य शाही प्रासाद , शाही पार्क चिंग शान और पेइहाई पार्क के अनुपम भू दृश्यों का आनन्द उठाते हुए नाश्ता किया जा सकता है , जबकि शाम को आसपास की गलियों में बुजुर्ग हाथ में पिंजड़े लिये घूमते और बाल बच्चे क्रीड़ा करते हुए दिखायी देते हैं , यह मन छूने वाला दृश्य केवल प्राचीन देश की राजधानी पेइचिंग और पेइचिंग की पुरानी गलियों में देखने को मिल सकता है । इस शाही होटल के संस्थापक व महा निर्देशक ल्यू शाओ चुन ने ठीक यहां की बेमिसाल भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखकर इसी शाही होटल स्थापित करने का फैसला किया है । उन का कहना है कि मेरे ख्याल से यहां एक बहुत अच्छी जगह है । यहां चहल पहल होने पर भी एकदम शांत रहा है , और ध्यान देने योग्य बात यह भी है कि वह शहर के बीचोंबीच में स्थित भी है । क्योंकि पर्यटक यहां पर आज से कोई सात सौ साल पहले निर्मित पुराने राज्य शाही प्रासाद को देख सकते हैं , फिर पूर्व की ओर नजर दौड़ाये , तो शहर की प्रसिद्ध रौनकदार वांग फू चिंग सड़क के दोनों किनारों पर निर्मित आधुनिक इमारतों को देख पाते हैं , हालांकि इन दोनों प्रकार वाले निर्माणों के बीच कोई सात आठ सौ वर्ष का अंतर है , पर फिर भी वे इतने सामंजस्यपूर्ण रूप से नजर आते हैं , यह अकाल्पनिक भू दृश्य देखकर लोग चमतकृत रह जाते हैं और पर्यटकों को यह कल्पना करने पर मजबूर हो गया कि मैं कौन हूं , कहां से आया हूं और फिर कहां जाऊंगा । इसलिये मुझे यह स्थल अतुल्य स्थान बेहद पसंद आया ।

दोस्तो , शायद शाही होटल का नाम सुनते ही आप के मन में शानदार चीनी पुरानी पारम्परिक वास्तु शैली युक्त महल का चित्रण आया हो , पर यदि आप ने वास्तव में इस होटल में कदम रखा , तो इस होटल की फेशनेबुल वास्तु शैली और सजावटें आप को अवश्य ही अचंभे में डालेंगी । इस शाही होटल के महानिर्देशक ल्यू शाओ चुन ने कहा कि यह शाही होटल एक विश्वविख्यात जर्मन डिजाइन कम्पनी ग्राफट ने पहले छोटी गय़ी पक्की दीवारों व छतों के आधार पर एक आधुनिक होटल का रूप दिया है । उन्हों ने कहा कि इसीलिये आप को इस होटल में प्रवेश करते ही मन में स्वभावतः यह शंका पैदा हो सकती है कि क्या यह होटल चीन में है , क्या यहां शाही होटल का है , यह तो सरासर एक अत्याधुनिक व फेशनेबुल स्थल ही है । वास्तव में आप की यह शंका पूर्व व पश्चिम और प्राचीन परम्परागत चीन व वर्तमान अग्रसर चीन के बीच की सही जोड़ ही है ।

इस लेख का दूसरा भाग अगली बार पेश किया जायेगा , कृपया आप इसे आगे पढें ।