2009-05-12 17:46:28

चीन ने वन छुआन भीषण भूंकप की याद के पहली वर्षगांठ गतिविध समारोह के आयोजन में पुननिर्माण लक्ष्य को एक साल पहले पूरा कर लेना का संकल्प लिया

12 मई को चीन के वन छुआन भीषण भूंकप की याद की पहली वर्षगांठ है। इसी दिन चीन सरकार ने स्छवान वन छुआन काउंटी के इंग श्यो बस्ती में स्मृति दिन समारोह का भव्य आयोजन किया, चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने इस दिन की स्मृति गतिविधि समारोह में भाषण देते हुए कहा कि चीन पूर्व निश्चित तीन साल के पुननिर्माण लक्ष्य के कार्य को दो साल में पूरा कर लेने की पूरी कोशिश करेगा।

12 तारीख की दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर इंग श्यो बस्ती के श्वेन खओ मिडिल स्कूल के मलबे के आगे स्मृति दिन का बिगुल बजाया गया। एक साल पहले भीषण भूंकप ने इंग श्यो बस्ती को पूरी तरह नष्ट कर दिया था, पूरी बस्ती के 10 हजार लोगों में से करीब तीन हजार लोग ही जीवित रहें। आज इसी ही दिन, चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ, उप प्रधान मंत्री ली खे छयांग आदि राष्ट्र नेताओं ने मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की और पूरे देश के साथ उनके प्रति शोक प्रकट किया।

स्मृति दिन समारोह के शुरू में 20 चीनी जन मुक्ति सेना की सलामी गार्ड टुकड़ी ने इस दिन के भीषण भूंकप में मारे गए व लापता लोगों के प्रति शोक प्रकट करने के लिए 10 फूलों की टोकरियां रखी व फूल मालाएं चढ़ाईं , चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने फूल मालाओं को अपने हाथों से सजाया। 2 बजकर 28 मिनट पर , एक साल पहले इसी दिन इसी समय उत्पन्न भीषण भूंकप की घड़ी के स्मृति दिन समारोह में उपस्थितों ने मृतकों के प्रति एक मिनट का मौन रखा।

राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने स्मृति दिन समारोह में बोलते हुए कहा कि एक साल पहले चीन के पूरे देश की जनता व विदेशों में रह रहे चीनी बन्धुओं ने एकजुट होकर तथा विदेशी मित्रों के भारी समर्थन तले, इस भीषण भूंकप का डट कर मुकाबला किया और आज हम ने भूंकपग्रस्त क्षेत्र के पुननिर्माण कार्य में पहले चरण की महत्वपूर्ण उपलब्द्धियां हासिल की हैं। हमने मानव की जरूरत को ख्याल में रखते हुए व प्राकृति का सम्मान करते हुए वैज्ञानिक तौर से पुननिर्माण की योजना तैयार की और शीघ्र ही अनेक राहत नीतियां निर्धारित कीं , इन में एक प्रांत व एक शहर एक भूंकपग्रस्त क्षेत्र की सहायता का पूरा भार संभालने की जिम्मेदारी का तरीका अपनाना भी शामिल रहा, एक साल के अथक प्रयासों में हमने महत्वपूर्ण सफलताए हासिल की हैं, भूंकपग्रस्त क्षेत्रों के लोगों ने हौसले को बुलन्द कर नये जीवन की खोज के लिए कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है।

आंकड़ो के अनुसार, गत वर्ष की 12 मई के भीषण भूंकप ने 69 हजार से अधिक लोगों की जान ले ली थी, 17 हजार से अधिक लोग लापता हुए, सीधा नुकसान 1 खरब 40 अरब य्वान दर्ज किया गया । भूंकप के बाद चीन सरकार ने हर एक परिवार को मकान, हर परिवार को रोजगार, हर व्यक्ति को जीवन गारंटी देने व अर्थतंत्र विकास व पारिस्थितिकी में सुधार करने की महत्वपूर्ण नीतियां तैयार कीं। यह नए चीन की स्थापना के बाद, इतिहास में सबसे बड़े व विशाल पैमाने , सबसे कठिन कार्य व सबसे जटिल समस्याओं व सबसे कठोर पुननिर्माण कार्य वाला एक अभूतपूर्व महान पुनरूत्थान कार्य माना जाता है।

आंकड़े बताते हैं कि अब तक भूंकप से गंभीर रूप से प्रभावित स्छवान, कानसू व शानसी प्रांतो के भूंकपग्रस्त गावों के मकानों की मरम्मत का काम सौ प्रतिशत पूरा हो गया है, नष्ट व बर्बाद हुए मकानों के पुननिर्माण का काम 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। बस्तियों के मकानो की मरम्मत का काम करीब 50 प्रतिशत व नष्ट हुए मकानों के पुननिर्माण का काम 40 प्रतिशत पूरा हो चुका है, अनेक किस्म के स्कूलों के पुननिर्माण का काम 75 प्रतिशत पूरा हो गया है, चिकित्सा व स्वास्थ्य संस्था, रेलसेवा, एक्सप्रेस वे व हवाई अडडे आदि आधारभूत संस्थापनों के निर्माण समेत दूर संचार संस्थापनों व उद्योग, पर्यटन तथा सांस्कृतिक उद्योग आदि पुननिर्माण परियोजनाए भी अलग अलग तौर से पूरी तरह शुरू हो चुकी हैं। अधिकाधिक भूंकपग्रस्त क्षेत्रों के लोग स्थायी मकानों में स्थानातंरण हो रहे हैं, भूंकपग्रस्त क्षेत्रों का उत्पादन व जीवन सामान्य होता जा रहा है।

भविष्य की कामना करते हुए श्री हू चिन थाओ ने कहा कि पुननिर्माण का कार्य बेहद कठोर है, हमें शक्ति को प्रबल कर इस को गति देनी चाहिए। उन्होने कहा भूंकपग्रस्त क्षेत्रों का पुननिर्माण कार्य भूंकपग्रस्त लोगों के मूल हित से संबंध ही नहीं भूंकपग्रस्त क्षेत्रों के दूरगामी विकास से भी संबंध रखता है। हमें अपनी शक्ति को अधिक प्रगाढ़ कर गति को तीव्र करते हुए आगे खड़ी अनेक कठिनाईयों का सामना कर ,दो सालों के भीतर तीन साल के पुननिर्माण लक्ष्य को पूरा करने की कोशिश करनी चाहिए, लोगों के जीवन के ख्याल को प्राथमिकता देते हुए सबसे पहले जन समूह के बुनियादी जीवन जरूरतों व सार्वजनिक सेवा संस्थापनों को सुनिश्चत किया जाए और भूंकपग्रस्त लोगों को जल्द से जल्द स्थायी मकानों में रहने की सुनिश्चता प्रदान की जाए।