नेपाल की विभिन्न राजनीतिक पार्टियां राष्ट्रपति राम बारन यादव द्वारा निर्धारित समय के अनर्गत नयी सरकार का गठन नहीं कर सकीं ।
इस स्थिति में अगर नेपाली राष्ट्रपति यादव ने नयी सरकार की स्थापना की समय सीमा आगे नहीं बढाया ,तो नये प्रधान मंत्री संविधान सभा से निर्वाचित होंगे ।
नेपाल की सब से बडी पार्टी नेपाली युनाइटिड कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) पांच मई से संविधान सभा के आयोजन को रोकने की कोशिश करती आ रही है ।नेपाली प्रधान मंत्री प्रचंड का इस्तीफा भी संबंधित नियमों के अनुसार संविधान सभा में घोषित नहीं किया जा सका ।
नेपाली युनाइटिड कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी ) के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल ने तीन मई को नेपाली सेना के चीफ आफ स्टाफ कटवाल को बर्खास्त करने का फैसला लिया ।इस फैसले को सत्ताधारी गठबंधन के कुछ दलों का समर्थन प्राप्त नहीं हुआ , इस पर नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी (संयुक्त मार्क्सिस्ट व लेनिनिस्ट) और नेपाली संद्भाव पार्टी सरकार से हट गयीं ।
नेपाली राष्ट्रपति यादव ने मंत्रिमंडल का फैसला मिलने के बाद, 3 मई की रात को बर्खास्त हुए कटवाल को अपने पद पर बनाए रखने की मांग की ।इस काररवाई की नेपाली युनाइटिड कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) ने कड़ी निंदा की और पार्टी के अध्यक्ष प्रचंड ने 4 मई को प्रधान मंत्री का पद छोडने की घोषणा की ।
नेपाली राष्ट्रपति यादव ने पांच मई को विभिन्न पार्टियों से 9 तारीख से पहले नयी सरकार की स्थापना करने की मांग की ।