संवाददाता ने पूछा कि रिपोर्ट के अनुसार जापान के आदान प्रदान संघ के थाइपेई में स्थित कार्यालय के प्रधान सैटो मासाकि ने पहली मई को भाषण देते हुए कहा कि खुले तौर पर थाईवान की अस्पष्ट हैसियत वाली दलील का ढिंढोरा पीटा है। चीन ने इस समस्या पर क्या टिप्पणी की है ।
श्री मा जाऔ श्यू ने कहा कि जापान ने कहा कि उक्त बात जापान सरकार का रूख नहीं है। जापान सन् 1972 को संपन्न चीन जापान संयुक्त ज्ञापन के अनुसार थाईवान चीन लोक गणराज्य की प्रादेशिक भूमि का अभिन्न भाग है के बारे में चीन सरकार के रुख का पूर्ण रूप से सम्मान करता है । जापान सरकार ने यह रूख नहीं बदला है और भविष्य में भी नहीं बदलेगी। (पवन)