2009-05-05 17:06:43

विदेशी व्यापारी स्छ्वान प्रांत के भूकम्प ग्रस्त क्षेत्रों में निवेश लगाने में उत्साहित

दोस्तो , गत वर्ष के 12 मई को हुए भूकम्प से स्छ्वान प्रांत के कुछ क्षेत्रों को जान माल का भारी नुकसान हुआ है । आज इस भूकम्प की ठीक पहली वर्षगांठ के मौके पर हमारे संवाददाता ने स्छ्वान प्रांत के कुछ भूकम्प ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया और भूकम्प के बाद इन क्षेत्रों के पुनर्निर्माण के दौरान विदेशी पूंजी का आकर्षण व इस्तेमाल करने के बारे में जानकारी जुटायी । हालांकि गत वर्ष में स्छ्वान प्रांत को भूकम्प और विश्व वित्तीय संकट से दोहरी चोट लगी है , पर स्थानीय सरकार द्वारा उठाये गये सिलसिलेवार कदमों के जरिये विदेशी व्यापारी स्छ्वान प्रांत के भूकम्प ग्रस्त क्षेत्रों के पुनर्निर्माण में काफी उत्साहित व आशाप्रद नजर आते हैं ।

गत वर्ष में वन छ्वान तगड़ा भूकम्प स्छवान प्रांत के छंतू , त्ह यांग और म्येन यांग जैसे क्षेत्रों में आया , जहां की अर्थव्यवस्था सब से विकसित है और विदेशी पूंजी का ज्यादा प्रयोग किया गया है , जिस से विदेशी पूंजी के आकर्षण पर भारी कुप्रभाव पड़ गया है , ऐसी स्थिति में विदेशी पूंजी के विश्वास को बढावा देना पुनर्निर्माण का एक फौरी कार्य बन गया है । भूकम्प के बाद स्छ्वान प्रांत के संबंधित विभागों ने तुरंत ही विदेशी पूंजी को प्रोत्साहन देने के लिये अनेक सार्थक कदम उठा दिये हैं । स्छ्वान प्रांत के विदेशी पूंजी आकर्षण ब्यूरो के उप प्रधान ई चुन ने इस का परिचय देते हुए कहा एक तरफ हम ने मुख्यतः बडी विदेशी कम्पनियों व शक्तिशाली ग्रुपों के साथ निश्चित व्यवसायिक पूंजी निवेश संवर्द्धन किया । उदाहरण के लिये हम ने सब से पहले प्रमुख उद्योगों व उद्यमों को निश्चित किया , फिर हम ने संवर्द्धन व आकर्षण के विशेष तौर तरीकों के जरिये उक्त कम्पनियों व उद्यमों में पूंजी निवेश करने और सहयोग करने पर उन के साथ वार्ता की । दूसरी तरफ विश्व के कुछ देशों व कुछ देशों के प्रांतों व शहरों के साथ सक्रिय रूप से साझा सहयोग व्यवस्था स्थापित की ।

रिपोर्ट के अनुसार भूकम्प के बाद पुनर्निमाण में और अधिक विदेशी पूंजी आकर्षित करने के लिये स्छ्वान प्रांत ने इंजीनियरिंग मशीन , वाहन कलपुर्जे और सीमेंट आदि उद्योगों के पुनर्निर्माण पर जोर दिया । इस के साथ ही केंद्रीय सरकार और स्छ्वान प्रांत की स्थानीय सरकारों के संबंधित विभागों ने बहुदेशीय कम्पनियों के साथ पूंजी सहयोग संगोष्टी , स्छ्वान प्रांत स्थित विदेशी पूंजी संस्थाओं के साथ वार्तालाप और कुछ बहुदेशीय कम्पनियों के सी ई ओ को स्छवान प्रात के सर्वेक्षण जैसी गतिविधियां चलायीं ।

स्छ्वान प्रांत की स्थानीय सरकारों के विदेशी पूंजी आकर्षित करने के सकारात्मक कदमों और 16 खरब य्वान के पुनःनिर्मित पैमाने के मद्देनजर काफी अधिक विदेशी पूंजी वाले उद्यमों ने भारी मुनाफा देख लिया है , स्वीडन की एरिक्सोन कम्पनी भी उन में से एक है । इस कम्पनी के पश्चिमी चीन के उप जनरल मेनेजर ली युंग छांग ने कहा भूकम्प के बाद हम ने चीनी बाजार विस्तृत करने का मौका देखा है । विशेषकर भूकम्प ग्रस्त क्षेत्रों में ग्रहकों को संभवतः सब से पहले एरिक्सोन के उत्पादनों की याद आती है , क्योंकि हमारी तकनीक परीक्षा में खरी उतरी है । 2007 की तुलना में गत वर्ष चीन में एरिक्सोन की बिक्री 40 प्रतिशत अधिक रही । एरिक्सोन की तरह स्छ्वान भूकम्प ग्रस्त क्षेत्रों के पुनःनिर्माण में व्यापार मौके को गिरफ्त में ऱखने वाले समुद्रपारीय कम्पनियां और भी हैं । हांगकांग के ली कुम की ग्रुप ने गत वर्ष में चीनी वाणिज्य मंत्रालय द्वारा गठित बहुदेशीय कम्पनी पूंजी सहयोग संगोष्ठी में भाग लिया । पेइचिंग स्थित इस ग्रुप के कार्यालय के चीफ प्रतिनिधि ल्यू श्येन क्वांग का विचार है कि भूकम्प ग्रस्त क्षेत्रों में पूंजी लगाना कम्पनी और भूकम्प ग्रस्त क्षेत्रों के पुनः निर्माण के लिये फायदेमंद है । उन का कहना है भूकम्प ग्रस्त क्षेत्रों में पूंजी लगाने के दो उद्देश्य हैं , प्रथम है स्छ्वान प्रांत के भूकम्प ग्रस्त जन समुदाय को अस्तित्व और विकास के मामलों के समाधान में मदद दी जाये । दूसरा है उद्यम की दृष्टि से अपनी कच्ची सामग्री की सप्लाई के लिये एक स्थिर अड्डे की खोज की जाये । इस से कम्पनी और भूकम्प ग्रस्त जनसमुदाय को लाभ मिलेगा ।

आंकड़ों के अनुसार वन छ्वान तगड़ा भूकम्प आने से पहले छंगतू , त्ह यांग , म्येयांग , क्वांग य्वान आदि क्षेत्रों में कुल 4149 विदेशी पूंजी वाले कारोबार स्थापित हुए , जबकि गत मार्च के अंत तक उक्त क्षेत्रों में विदेशी पूंजी वाले कारोबार बढ़कर 4323 तक पहुंच गये ।