2009-04-27 17:03:56

समृद्ध हो रही तिब्बती परंपरागत संस्कृति

तिब्बत स्वायत्त प्रदेश चीन की तिब्बती संस्कृति का स्रोत है। तिब्बती जाति ने दीर्घकालिक उत्पादन, परिश्रम व सामाजिक जीवन में अपनी विशेष जातीय संस्कृति रची । तिब्बत में जातीय व लोक संस्कृति के अवशेषों, खास तौर पर लोक संगीत, लोक नृत्य, लोक कला व लोक शिल्प आदि समेत गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासतों का इतिहास बहुत लंबा है।

अभी आपने राष्ट्रीय गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासतों के नामसूची में अंकित तिब्बत के शिकाज़े क्षेत्र के परंपरागत नृत्य त्वेशे की प्रस्तुति सुनी। त्वेशे तिब्बती क्षेत्र में एक लोकप्रिय लोक नृत्य है, जिस में गीत संगीत व नाच शामिल है। तिब्बत के शिकाज़े क्षेत्र की ल्हात्से काऊंटी में त्वेशे प्रचलित है, इसलिये यहां इस जगह को त्वेशे का घर कहा जाता है। लगभग सभी स्थानीय किसानों व चरवाहों को यह नृत्य आता है। तिब्बत की लोक संस्कृति व कला के विकास के लिये वर्ष 2005 में ल्हात्से काऊंटी ने एक किसान कला मंडल की स्थापना की। इस मंडल के सभी सदस्य स्थानीय किसान व चरवाहे हैं। वे सरल व मधुर गीत और जोशपूर्ण नृत्य द्वारा अपने सुखी जीवन को प्रकट करते हैं। शुरू में मंडल में केवल तीस सदस्य थे। लेकिन अब वह शिकाज़े क्षेत्र में सब से बड़े कला मंडलों में से एक बन गया है। ल्हात्से काऊंटी के उप सचिव श्री ली हाए छ्वान ने परिचय देते हुए कहा:

"ल्हात्से काऊंटी का किसान कला मंडल आरंभ में केवल एक प्रस्तुति दल था। उस समय इस में केवल 32 सदस्य थे। कम समय तक प्रशिक्षण करने के बाद भी उन्होंने वर्ष 2006 में तिब्बती टी.वी. स्टेशन के नये साल के समारोह में भाग लिया। सजावट के बिना मूल रस की प्रस्तुति का बड़ा स्वागत हुआ। हम तिब्बत के ल्हात्से काऊंटी की लोक कला दर्शकों को दिखाना चाहते हैं, और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इस लोक कला को पहुंचाना चाहते हैं।"

वर्ष 2008 में ल्हात्से काऊंटी के किसान कला मंडल को चीन के राष्ट्रीय टी.वी. स्टेशन——सी.सी.टी.वी. के वसंत त्योहार रात्रि समारोह में भाग लेने के लिए निमंत्रण मिला। उन की प्रस्तुति सारे देश के दर्शकों ने पसंद की। 22 साल के सोनाम छुपेइ ल्हात्से काऊंटी में रहने वाले एक किसान हैं। कला मंडल की स्थापना के शुरू से ही उन्होंने इस में भाग लिया है। उन्होंने कहा:

"मैं बचपन से वाद्य बजाना व गीत गाना सीखता था। किसान कला मंडल की स्थापना के शुरू में मैं ने इस में भाग लेने के लिए पंजीकरण किया। क्योंकि मेरी तकनीक बहुत अच्छी है, इसलिये मैं कला मंडल में दाखिल हुआ। मैं बहुत खुश हूं कि मैंने ल्हात्से काऊंटी की ओर से वसंत त्योहार रात्रि समारोह की प्रस्तुति में भाग लिया। मुझे लगता है कि हमें त्वेशे का अच्छी तरह से विकास करना चाहिए और इस का प्रसार-प्रचार करना चाहिए।"

अभी आपने सुना ल्हात्से काऊंटी के किसान कला मंडल द्वारा प्रस्तुत गीत। इस में तिब्बत के नये गांव के विकास व किसानों के सुखी जीवन को प्रदर्शित किया गया है। कला मंडल के निदेशक ताशी वांगला ल्हात्से काऊंटी के प्राइमरी स्कूल के एक संगीत अध्यापक हैं। वे बहुत खुश हैं कि दर्शक उन के द्वारा निर्देशित गीत नृत्य को पसंद करते हैं। उन्होंने कहा:

"हम ने हांगकांग, क्वांगचो व हांगचो आदि जगहों में कार्यक्रम प्रस्तुत किये हैं। दर्शकों की प्रतिक्रिया बहुत अच्छी रही है। हम ल्हात्से काऊंटी के परंपरागत कला त्वेशे के आधार पर कुछ नये कार्यक्रम रचकर इस कला का विकास कर रहे हैं।"

आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में त्वेशे समेत 60 राष्ट्रीय गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासतें हैं। और राष्ट्रीय गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासतों के 31 उत्तराधिकारी हैं। गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासतों की नामसूचि में दाखिल मुद्दों पर हर वर्ष उन की रक्षा व विकास के लिये पूंजी लगती है। और उन गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासतों के उत्तराधिकारियों को भी देश से सहायता व पूंजी मिल सकती है।

इस लेख का दूसरा भाग अगली बार प्रस्तुत होगा, कृप्या इसे पढ़े।