2009-04-20 16:28:47

चीन नाभिकीय उर्जा के शान्तिपूर्ण प्रयोग को आगे बढ़ाएगा

20 तारीख को पेइचिंग में आयोजित 21वीं शताब्दी के उर्जा मंत्री स्तरीय अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन में चीनी उप प्रधान मंत्री चांग ते च्यांग ने कहा कि नाभिकीय बिजली के विकास को गति देना, नाभिकीय बिजली आदि साफ उर्जा की उर्जा आपूर्ति कुल मात्रा के अनुपात को उन्नत करना, चीन के उर्जा विकास रणनीति का एक महत्वपूर्ण बिन्दु है। इस के साथ चीन कारगर कार्यवाहियों से नाभिकीय सुरक्षा को भी सुनिश्चत करेगा। परम्परागत उर्जा की आपूर्ति में दिनोंदिन तीव्रता आने तथा जल वायु परिवर्तन की बढ़ती गंभीर स्थिति को देखते हुए, बहुत से देश नाभिकीय उर्जा का विकास कर उर्जा की जरूरत को पूरा करने तथा उर्जा सुरक्षा की रणनीतिक स्थान को प्रगाढ़ करने में संलग्न हैं, चीन भी इस का एक अंग है। 20 तारीख को आयोजित नाभिकीय उर्जा मंत्री स्तरीय अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन में चीनी उप प्रधान मंत्री चांग ते च्यांग ने कहा चीन का नाभिकीय उर्जा कार्य पिछली शताब्दी के 50 वाले दशक में शुरू हुआ था, आधी शताब्दी के विकास के बाद प्रारम्भिक रूप से एक पूर्ण नाभिकीय औद्योगिक व्यवस्था कायम कर ली गयी है। नाभिकीय बिजली की कुल उत्पादन मात्रा 91 लाख किलोवाट जा पहुंची है, जो कुल बिजली उत्पादन मात्रा का 2 प्रतिशत बनता है। नाभिकीय उर्जा का चीन के अर्थतंत्र निर्माण की भूमिका दिनोंदिन उल्लेखनीय होती जा रही है।

श्री चांग ते च्यांग ने कहा कि नाभिकीय बिजली का विकास चीन के उर्जा आपूर्ति के ढांचेगत में सुधार लाएगा और राष्ट्रीय उर्जा सुरक्षा व अर्थतंत्र सुरक्षा तथा जल वायु पर्यावरण में सुधार लाने को सुनिश्चत करने के लिए भी हितकारी होगा। उन्होने कहा कि वर्तमान चीन का नाभिकीय बिजली का प्रयोगात्मक स्तर काफी पिछड़ा है, नाभिकीय बिजली उत्पादन की कुल मात्रा व उसका अनुपात विश्व के औसत स्तर से बहुत नीचे है , फिलहाल उर्जा आपूर्ति मुख्य तौर पर कोयला से हल किया जाता है।

उक्त परिस्थिति को बदलने के लिए, चीन ने उर्जा किफायत व सर्वश्रेष्ठ उर्जा ढांचे के उर्जा विकास रणनीति को आगे बढ़ाने की नीति को बखूबी अंजाम दिया है। श्री चांग ते च्यांग ने कहा कि नाभिकीय बिजली विकास को गति देना, नाभिकीय बिजली आदि साफ उर्जा की कुल उत्पादन मात्रा व उसके अनुपात को उन्नत करना, चीन के उर्जा विकास का रणनीतिक केन्द्र कार्य बन गया है। उन्होने कहा वर्तमान चीन का नाभिकीय उर्जा का शान्तिपूर्ण प्रयोग कार्य तेज गति के विकास काल में प्रवेश कर गया है, कुछ जत्थे के नवीन नाभिकीय बिजली मुददे चीन के समुद्रतटीय क्षेत्रों में लागू किए जा रहे हैं, अन्य मुददों की तैयारी कार्य भी सुव्यस्थित रूप से चल रही है, तीसरी पीढ़ी की नवीन समुन्नत तकनीक के आयात का काम सुचारू रूप से जारी है।

योजनानुसार वर्ष 2020 में चीन का नाभिकीय बिजली जनरेटर संचालन की उत्पादन मात्रा 4 करोड़ किलोवाट तक जा पहुंचेगी , जो आज का चार गुना होगा। चीनी राष्ट्रीय परमाणु उर्जा संस्था के अध्यक्ष छन च्यो फा ने जानकारी देते हुए कहा कि नाभिकीय बिजली के प्रयोग को आगे बढ़ाने के दौर में चीन हमेशा नाभिकीय उर्जा की सुरक्षा सवाल को भारी महत्व देता आया है। उन्होने कहा चीन ने अलग अलग तौर से नाभिकीय उर्जा संबंधित सुरक्षा की अन्तरराष्ट्रीय संधियों में भाग लिया है और एक परिपूर्ण नाभिकीय सुरक्षा कानून व्यवस्था और निगरानी व प्रबंधन व्यवस्था का निर्माण भी किया है। चीन ने विशेष रूप से 18 मंत्रालयों से संगठित राष्ट्रीय नाभिकीय दुर्घटना आपात समन्वय कमेटी की स्थापना कर ली है और राष्ट्रीय नाभिकीय आपात प्रस्ताव भी निर्धारित कर लिया है।

इस बार के सम्मेलन में भाग ले रहे अन्तरराष्ट्रीय परमाणु उर्जा संस्था के महा निदेशक बारादी ने चीन के नाभिकीय उर्जा के शान्तिपूर्ण प्रयोग की कार्यवाहियों की सराहना करते हुए कहा(आवाज 4) मैं चीन के नाभिकीय बिजली योजना के विकास का भारी समर्थन करता हूं। चीन के अर्थतंत्र विकास को उर्जा की बहुत जरूरत है, केवल घरेलु उर्जा आपूर्ति उसकी जरूरतों को पूरा नहीं कर सकती है, लेकिन आयातित तेल व प्राकृतिक गैस न सिर्फ बहुत महंगे हैं बल्कि अनेक समस्याए भी ला सकते हैं, जैसे कि जल वायु परिवर्तन। इस लिए चीन का नाभिकीय उर्जा विकास अत्यन्त जरूरी है, वह उर्जा ढांचे का एक हिस्सा रहेगा।

इसी दिन के सम्मेलन में चीनी उप प्रधान मंत्री चांग ते च्यांग ने दोहराते हुए कहा कि एक जिम्मेदारना देश होने के नाते, चीन नाभिकीय हथियार की पाबन्दी व उसके पूर्ण सर्वनाश का पक्षधर है और किसी भी तरह के नाभिकीय हथियार के प्रसार का कड़ा विरोध करता है, चीन हमेशा की तरह अन्तरराष्ट्रीय अप्रसार सहयोग में सक्रियता से भाग लेता रहेगा।