2009-04-14 17:38:29

चीन ने अपने सब से प्रतिस्पर्द्धी शहरों की नामसूची घोषित की

दोस्तो , 14 अप्रैल को पेइचिंग में जारी 2009 वर्ष के शहरी प्रतिस्पर्द्धा शक्तियों से जुड़े नीले पत्र में घोषित हुआ है कि हांगकांग , शन चन और शांगहाई चीन के शहरों के पहले तीन स्थानों पर रहे हैं । संबंधित विशेषज्ञों ने कहा कि चीन की तेज शहरीकरण प्रक्रिया चीन की आर्थिक वृद्धि की प्रेरक शक्ति बन गयी है , आइंदे चीन को शहरीकरण प्रक्रिया बढाने में वैज्ञानिक विकास धारणा अपनानी चाहिय़े ।

शहरी प्रतिस्पर्द्धा शक्ति से जुड़ा नीला पत्र चीन की मुख्य भूमि और हांगकांग व मकाओ क्षेत्रों के विशेषज्ञों तथा विद्वानों ने संयुक्त रुप से संपादित किया है , चालू वर्ष में यह सातवीं बार जारी हो चुका है । नीले पत्र के मुख्य संपादक व चीनी सामाजिक आकादमी के वित्त व व्यापार अर्थतंत्र अनुसंधान प्रतिष्ठान के अनुसंधानकर्ता श्री नी फंग फई ने व्याख्यान करते हुए कहा शहरी प्रतिस्पर्द्धा शक्ति का अर्थ दूसरे शहरों की तुलना में पर्यावरण का प्रयोग करने , उत्पादनों व सेवाओं को उपलब्ध कराने , बाजारों पर काबू पाने और निरंतर संपदाओं का सृजन करने और नागरिकों की भलाई करने में किसी एक शहर की समर्थता ही है ।

मौजूदा वार्षिक नीले पत्र में चीन के शहरों के नमूनों की संख्या 200 से बढ़कर 294 तक पहुंच गयी और मानव सन साधन , पूंजी , विज्ञान व तकनीक , पर्यावरण , संस्कृति व सरकारी प्रबंधन समेत 12 प्रतिस्पर्द्धा शक्तियों के लक्ष्यों के आधार पर उक्त शहरों का तफसील से विश्लेषण करने के बाद हांग कांग , शनचन और शांगहाई इन तीनों शहरों को चुना गया ।

इस नीले पत्र के विश्लेषण के अनुसार गत एक वर्ष में हालांकि वित्तीय संकट लगातार फैल रहा है , पर चीन के शहरों का विकास फिर भी जोरों पर है , 90 प्रतिशत के शहरों की आर्थिक वृद्धि दर फिर भी 10 प्रतिशत तक पहुंच गयी है ।

इस के साथ ही श्री नी फंग फई ने कहा कि चीन के पूर्वी शहरों का विकास पश्चिम चीन के शहरों से तेज है और बड़े शहरों और छोटे व मझौले शहरों के विकास के बीच बड़ा अंतर मौजूद है । 

चीनी शहरों के विकासक्रम से देखा जाये , तो अति बड़े शहर व बड़े शहर शहरी प्रतिस्पर्द्धा शक्तियों का इजारेदार हैं , जबकि छोटे शहर काफी कमजोर हैं , जिस से शहरी प्रतिस्पर्द्धा शक्तियों में पैमाने वाले अर्थतंत्र की भूमिका जाहिर हो गयी है ।

नीले पत्र से पता चला है कि चीन के आधे से अधिक शहर औद्योगिकरण की शुरुआत के दौर में हैं , यह चीन के निरंतर आर्थिक वृद्धि के प्रेरक शक्ति बनेगा । इस के अलावा ध्यान देने योग्य बात यह भी है कि चीन के मोती नदी डेल्टे , छांगच्यांग नदी डेल्टे और पो हाई व थाईवान इन चार बड़े क्षेत्रों में चीन के दस सब से शक्तिशाली शहर अवस्थित हैं ।

चीनी राष्ट्रीय विकास व सुधार आयोग के भूमि खुदाई व क्षेत्रीय आर्थिक अनुसंधान प्रतिष्ठान के उप प्रधान श्री श्याओ चिन छंग ने हमारे संवाददाता के साथ बातचीत में कहा कि चीनी शहरीकरण के विकास चलते आइंदे और अधिक शहर समूह प्रकाश में आयेंगे । 

कारोबार लागत कम करने के लिये अपना जोर मझौले व छोटे शहरों में स्थानांतरित कर देंगे , लेकिन उद्योगों की सेवा फिर भी केंद्रीय शहरों में उपलब्ध होगी , जिस से आसपास के छोटे व मझौले शहरों के लिये मार्गनिर्देशन व सेवा की भूमिका निभायी जायेगी ।

उन्हों ने आगे कहा कि भविष्य में चीन के शहरीकरण की प्रक्रिया में वैज्ञानिक विकास की धारणा अपनाकर कम कीमत से शहरीकरण का लक्ष्य साकार किया जाना चाहिये ।