2009-04-14 10:32:52

पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिति में स्थिरता आने की संभावना

पाकिस्तान के प्रधान मंत्री योसुफ गिलानी ने 12 तारीख को पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज को मंत्रिमंडल में वापस लौटने का निमंत्रण दिया ।मुस्लिम लीग नवाज ने अब तक इस निमंत्रण पर औपचारिक जवाब नहीं दिया ,पर लोकमत के विचार में पाकिस्तानी पीपल पार्टी या पी पी पी के इस कदम से जाहिर है कि दो पार्टियों के बीच फिर सुलह होने की शर्त तैयार हो चुकी है और एक अरसे से पाकिस्तान की डांवांडोल राजनीतिक स्थिति में स्थिरता आने की संभावना है ।

पूर्व राष्ट्रपति पर्वेज मुशार्रफ के प्रशासन के दौरान पी पी पी और मुस्लिम लीग नवाज मुशर्रफ के खिलाफ एक साथ आ गये और पिछली मार्च में संयुक्त मंत्रिमंडल का गठन किया ।पर बाद में अधिकारों के बंटवारे के सवाल पर दो पार्टों के बीच बडा वाद विवाद पैदा हुआ ।नयी सरकार में मुस्लिम लीग नवाज को सिर्फ 9 मंत्रियों के पद हासिल हुए ,जबकि प्रधान मंत्री व अन्य महत्वपूर्ण मंत्री पी पी पी के हैं और अंत में राष्ट्रपति भी पी पी पी के हैं ।इस से मुस्लिम लीग नवाज अत्यंत असंतुष्ट था ।इस के अलावा पी पी पी ने मुस्लिम लीग नवाज के साथ संपन्न समझौता पूरी तरह लागू किया । पी पी पी के नेतृत्व वाले प्रशासन ने पूर्व प्रमुख न्यायाधीश चौधरी समेत बर्खास्त न्यायाधीशों की बहाली नहीं की ।इन कारणों से पिछली अगस्त में मुस्लिम लीग नवाज ने सत्तारधारी गठबंधन से हटने की घोषणा की और विपक्षी पार्टी बन गयी ।इस के बाद मुस्लिम लीग नवाज ने बर्खास्त न्यायाधीशों की बहाली का मामला लेकर बार बार पी पी पी पर हमला किया ,जिस से दो पार्टियों का संबंध खराब होता रहा ।

25 फरवरी को पाकिस्तानी सर्वोच्च न्यायालय ने फैसला सुनाकर मुस्लिम लीग नवाज के नेता नवाज शरीफ और उन का भाई शाहबाज शरीफ सरकारी पद के चुनाव से वंचित किया ।इस फैसले के मुताबिक शाहबाज शरीफ फिर पंजाब प्रांत के प्रमुख मंत्री का पद नहीं संभाल सकेंगे ।ध्यान रहे पंजाब पाकिस्तान का सब से अमीर प्रांत है और मुस्लिम लीग नवाज का सब से महत्वपूर्ण अड्डा है ।मुस्लिम लीग नवाज ने सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले पर तीव्र प्रतिक्रिया की । 12 मार्च को मुस्लिम लीग नवाज ने कानून जगत के व्यक्तियों के साथ लांग मार्च नामक देश व्यापी जुलूस निकालना शुरू किया ताकि सर्वोच्च न्यायालय में शरीफ भाइयों से संबंधित मामले की सुनवाई दोबारा की जीए और पूर्व प्रमुख न्यायाधीश चौधरी की बहाली की जाए ।31 मार्च को पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय ने शरीफ भाइयों के खिलाफ पूर्व फैसले को रद्द किया और शाहबाज शरीफ का पंजाब प्रांत का मुख्य मंत्री का पद बहाल किया ।

लोकमत के विचार में इस दौर के मुकाबले में मुस्लिम लीग नवाज ने पूरी विजय पायी ।पी पी पी की रियायत ने मुस्लिम लीग नवाज का मंत्रिमंडल में लौटने की शर्त तैयार की ।12 अप्रैल को प्रधान मंत्री गिलानी ने मुस्लिम लीग नवाज के अध्यक्ष व पंजाब प्रांत के मुख्य मंत्री शाहबाज शरीफ के साथ वार्ता करने के बाद कहा कि अब मुस्लिम लीग नवाज की मंत्रिमंडल में वापसी की शर्तें पूरी हो गयी हैं ।लोकतांत्रिक व्यवस्था व वर्तमान चुनौतियों के मुकाबले में दो पार्टियों का लक्ष्य एक ही है ।रिपोर्टों के अनुसार दो पक्षों के विचार में पाक संसद को राष्ट्रीय नीति बनाने वाली सब से महत्वपूर्ण संस्था बननी चाहिए ।दो पक्ष सहमत हैं कि पूर्व पी पी पी अध्यक्ष बेनाजीर भुट्टो और मुस्लिम लीग के नेता नवाज शरीफ के बीच संपन्न लोकतांत्रिक चार्टर के मुताबिक पूर्व प्रधान मंत्री अली भुट्टो द्वारा जारी वर्ष 1973 संविधान की बहाली की जाए ।1973 संविधान की एक मुख्य विशेषता है कि संसद के अधिकार का विस्तार कर राष्ट्रपति के अधिकार को कमजोर करना है ।

लोकमत के विचार में पाकिस्तान की वर्तमान गंभीर स्थिति के सामने दोनों पार्टी सुलह करना चाहती हैं ।चालू साल पाकिस्तान में हुए आत्मघाटी आतंकवादी हमलों में 300 से अधिक व्यक्ति मारे गये और बिगडती सुरक्षा स्थिति से देश के आर्थिक विकास पर गंभीर प्रभाव पडा ।पाक राष्ट्रपति ने 28 मार्च को दो पार्टियों से पारस्परिक हमला बंदकर फिर हाथ मिलाने की अपील की ।

स्थानीय विश्लेषकों के विचार में अगर पाकिस्तान की सब से बडी पार्टियां पारस्परिक हमला बंद कर सुलह करेंगी ,तो पाकिस्तान की राजनीतिक मंच में स्थिरता आने की बडी संभावना है ।