2009-04-13 19:22:49

तिब्बती विद का कहना है कि तिब्बत की परम्परागत संस्कृति की समृद्धि का श्रेय चीन सरकार के संरक्षण व विकास को जाता है

चीनी तिब्बती विद टेंज़िन चेपा ने 13 तारीख को पेइचिंग में कहा कि तिब्बत की श्रेष्ठ परम्परागत संस्कृति आज जैसी समृद्ध व विकसित नहीं थी, इस का श्रेय चीन सरकार द्वारा तिब्बती प्राचीन जातीय संस्कृति के संरक्षण व विकास के लिए अपनाई गई नीतियों व कदमों को जाता है ।

श्री टेंज़िन चेपा ने इसी दिन चीनी संवाददाता संघ द्वारा आयोजित देशी विदेशी संवाददाता आदान-प्रदान गतिविधि में कहा कि तिब्बत की परम्परागत संस्कृति की समृद्धि व विकास को चीन सरकार की संबंधित उचित नीतियों से लाभ मिला है,साथ ही इस से तिब्बत के आर्थिक व सामाजिक विकास को भी फायदा हुआ है । तिब्बत स्वायत्त प्रदेश ने विशेष तौर पर तिब्बती भाषा की पढ़ाई, प्रयोग व विकास से जुड़े नियम बनाए, तिब्बत के विभिन्न प्रकार के स्कूलों में तिब्बती भाषा की कक्षाएं खोलीं। तिब्बती भाषा का प्रयोग पत्र-पत्रिका, रेडियो, टी.वी. और प्रकाशन क्षेत्रों में व्यापक तौर पर किया जा रहा है ।

श्री तेंज़िन चेप ने कहा कि चीन सरकार ने तिब्बती प्राचीन ग्रंथों के संरक्षण व संग्रह में भी भारी पूंजी लगाई है । सरकार ने तिब्बती भाषा में《संपूर्ण पिटक संग्रह》को ठीक करने व प्रकाशित करने के लिए क्रमशः चार करोड़ य्वान लगाए । वर्तमान में दस हज़ार से अधिक तिब्बती औषधि नुस्खों से जुड़ी किताब का संकलन सरकार के समर्थन से किया जा रहा है । (श्याओ थांग)