चाइना रेडियो इंटरनेशनल की हिन्दी सेवा की 50वीं जयंति 15 मार्च को हुई, इस के उपलक्ष्य में 10 अप्रैल को सी आर आई हिन्दी विभाग ने सीआरआई बिल्डिंग के सभा भवन में एक भव्य समारोह आयोजित किया। पूर्व एन पी सी उपाध्यक्ष व चीन भारत मैत्री संघ के अध्यक्ष च्यांग जङ ह्वा, चीन स्थित भारतीय राजदूत निरूपमा राव और बंदलादेश के राजदूत अहमद तथा सीआरआई डायरेक्टर वांग गङन्यान और भारत, बंगलादेश व नेपाल से आए मेहमानों समेत करीब दो सौ चीनी व विदेशी मेहमानों ने समारोह में भाग लिया। सी आर आई हिन्दी विभाग की डायरेक्टर सुश्री यांग यी फङ ने समारोह की अध्यक्षता की और डी वि डी प्रोग्राम से हिन्दी विभाग के पिछले 50 सालों में प्राप्त बड़ी उपलब्धियों का संक्षिप्त परिचय किया। समारोह में सी आर आई हिन्दी सेवा की स्थापना में योगदान किए पुरानी पीढी के लोगों को विशेष पुरस्कार दिए गए।
समारोह में सीआरआई डायरेक्टर वांग गङन्यान ने भाषण देते हुए सीआरआई हिन्दी सेवा द्वारा पिछले 50 सालों में प्राप्त उल्लेखनीय उपलब्धियों की प्रशंसा की । उन्हों ने कहा कि पिछली आधी शताब्दी में सी आर आई हिन्दी प्रसारण में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल हुई हैं।
मैं आशा करता हूं कि हिन्दी विभाग के सभी साथी प्राप्त कामयाबियों के आधार पर और पूरिपूर्ण शक्ति से कार्यक्रम में सुधार करेंगे और नयी नयी उपलब्धियां प्राप्त करेंगे। इस साल, सी आर आई हिन्दी विभाग जोरदार रूप से काम के ढांचे का रणनीतिक रूपांतर करेगा और पहले के बेतार प्रसारण की प्रधानता को विकसित कर रेडियो प्रसारण एवं ऑन लाइन सेवा दोनों को प्रधानता देगा। बेतार प्रसारण के कार्यक्रम को रंगारंग व विविध बनाने के साथ साथ वेबसाइट के निर्माण पर भी पूरा ध्यान दिया जाएगा। इंटरनेट के माध्यम से श्रोताओं और पाठकों को समृद्ध ओडिया-वीडियो प्रोग्राम, तस्वीरें और लिखित सामग्री मुहैय्या कराई जाएगी।
इस के अलावा हम परिपक्व श्रोता संघों की मदद से रेडियो कम्फ्यूसियस कक्षाएं खोलेंगे और चीनी भाषा सीखने में रूचि रखने वाले भारतीय मित्रों को चीनी भाषा पढ़ाएंगे तथा चीन व भारत के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान का नया आयाम विकसित करेंगे।
समारोह में भारतीय राजदूत सुश्री राव ने सीआरआई हिन्दी सेवा की 50वीं वर्षगांठ पर बधाई देते हुए कहा कि भारत और चीन दोनों देशों की जनता एक दूसरे को जानने ,समझने की तीव्र इच्छा रखती है । दोनों देशों के मीडिया इस में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं ।गहरी पारस्परिक समझ मैत्री की नीवं है और दोनों देशों की जनता की मैत्री दोनों देशों की मैत्री का आधार है । यह जानकर मैं बहुत खुश हूं कि चाइना रेडियो इंटरनेशल की हिंदी सेवा ने पिछले पचास वर्षों में चीनी जनता व भारतीय जनता की पारस्परिक समझ व मैत्री के लिए बहुत काम किया है और योगदान दिया है ।
मैं चाइना रेडियो इंटरनेशनल की हिंदी सेवा को बधाई देती हूं और शुभकामना करती हूं कि सी आर आई की हिंदी सेवा और बड़ी तरक्की करे और चीन भारत मैत्री बढाने की दिशा में और योगदान दे ।
समारोह में भारतीय और चीनी कलाकारों ने रंगबिरंगे नृत्य गान कार्यक्रम पेश कर सी आरआई हिन्दी सेवा की 50वीं जयंति की खुशियां और बढ़ा दी।