चीन एक पांच हजार वर्ष का लिखित इतिहास वाला प्राचीन देश है , विश्व के चार प्राचीनतम सभ्यता वाला देश होने के कारण चीन में बड़ी संख्या में प्राचीन शहर सुरक्षित मौजूद है । अब चीन का पर्यटन साप्ताहिक कार्यक्रम में हम आप को दक्षिण चीन के विख्यात हजार वर्ष पुराने ऊ चन कस्बे का दौरा करने ले चलते हैं । ऊ चन कस्बा दक्षिण चीन का मशहूर जलीय पुराना कस्बा है और वह सादी व पारम्परिक वास्तु शैली और दीर्घकालीन व गहरी सांस्कृतिक महत्ता से जाना जाता है । स्थानीय सरकार द्वारा कार्यांवित समुचित संरक्षण व विकास नीति से दक्षिण चीन के इस हजार वर्ष पुराने कस्बे में निखार आया है और वह पूर्व प्राचीन संभ्यता क् जीवित जीवाश्म के रुप में फिर प्रकाश में आया है । अच्छा
, अब हम चले इस अलग पहचान बनाने वाले छोटे कस्बे को देखने । ऊ चन कस्बा पूर्वी चीन के चच्यांग प्रांत के चा शिंग शहर के पास अवस्थित है । आप चच्यांग प्रांत की राजधानी हांग चओ से उत्तर की ओर रवाना होकर कार से एक घंटे से कुछ ज्यादा समय में वहां पहुंच सकते हैं । ऊ चन कस्बा पानी के किनारों पर खड़ा हुआ है , मतलब है कि पेइचिंग से हांग चओ शहर तक पहुंचने वाली सुप्रसिद्ध प्राचीन लम्बी नहर इसी कस्बे को चीरकर आगे बह जाती है , अतः पूरा कस्बा पानी व्यवस्था से पूर्व शान , पश्चिम शान , दक्षिण शान और उत्तर शान इन चार क्षेत्रों में बटा हुआ है , जिस से यह कस्बा दक्षिण चीन के समृद्ध जलीय गांवों का सूक्ष्म नमूना जाना जाता है , पूरे कस्बे में अंगिनत नद नदिया , सड़कें और पूल जाल की तरह एक दूसरे से जुड़े हुए हैं , सौ वर्ष पुरानी वास्तु शैलियों से युक्त मकान कल कल कर आगे बहने वाली नद नदियों के दोनों किनारों पर खड़े हुए नजर आते हैं
। कस्बे की खूबसूरत गाईट बड़े गर्व से आप को इस कस्बे के विशेष वास्तु शैलियों से युक्त मकानों का परिचय देना पसंद करते हैं ।
एक खूब सूरत गाईट कुमारी ने कतारों में खड़े कमानों की ओर से इशारा करते हुए कहा कि ये मकान हमारे ऊ चन कस्बे की विशेषता रखने वाली जलीय इमारतें हैं , इसी वास्तु शैलियों से युक्त ये इमारतें सिर्फ हमारे ऊ चन कस्बे में ही देखी जा सकती हैं , ये सभी इमारतें सौ वर्षों से अधिक पुरानी हैं ।
यह सच है , ऊ चन कस्बे की हरेक नदी या नहर के किनारों पर इसी प्रकार वाले मकान देखने को मिलते हैं और यहां के निवासी पीढ़ी दर पीढ़ी ऐसे मकानों में रहते आये हैं । ऐसे मकान का एक भाग पानी के ऊपर निर्मित हुआ है , मकान के नीचे लकड़ी खंभे या पत्थर खंभे टिके हुए हैं ।
क्योंकि ऊ चन कस्बे का इतिहास कोई हजार वर्षों से अधिक पुराना है , इसलिये यहां के स्थानीय वासियों के बीच इस जलीय पुराने कस्बे के अधिक संपूर्ण व समृद्ध सांसारिक संस्कृति बनी रही है । यह संस्कृति पिछले हजारों वर्षों की परम्पराओं की विरासत के रुप में लेने से ऊ चन कस्बे की आत्मा बन गयी है। इसीलिये इस प्राचीन कस्बे में सेतुओं , सरिताओं और घरों से युक्त जलीय ग्रामीण विशेषताओं व सादी व अनुपम वास्तु शैलियों को छोड़कर गाढ़ा ऐतिहासिक व सांस्कृतिक माहौल भी व्याप्त रहा है । दक्षिण चीन के दूसरे पुराने कस्बों की तुलना में ऊ चन की सांस्कृतिक विषयमता और अधिक विविधतापूर्ण है । ऊ चन कस्बे के प्रधान चांग च्येन लिन ने इस का परिचय देते हुए कहा
ऊ चन कस्बे के लिये अपनी अलग पहचान बनाये रखने के लिये जरूरी है । हम अपने विशेष संस्कृति के संरक्षण को काफा बड़ा महत्व देते हैं , क्योंकि हमारे प्राचीन जलीय कस्बे की संस्कृति सचमुच ही देशी विदेशी पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र रही है ।
एक प्राचीन सांस्कृतिक शहर के रूप में ऊचन कस्बे में बहुत से ऐतिहासिक पर्यटन स्थल देखने को मिलते हैं, जिन के बारे में अगले दिन के लेख में वर्णन किया जाएगा।