वर्ष 1959 में खसुंग गांव के 400 से ज्यादा भूदासों ने स्वच्छा से तिब्बत की प्रथम किसान संघ की स्थापना की। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में तिब्बती लोकतांत्रिक सुधार शुरु हुआ। इसलिए, खसुंग गांव तिब्बती लोकतांत्रिक सुधार का प्रथम गांव माना जाता है।
इस पत्र का प्रवर्तक, पहले के भूदास सोलांगद्वनजू ने कहा कि उन्होंने इसलिए इस पत्र को जारी करने का प्रस्ताव पेश किया कि लोगों को सच्चा नया तिब्बत और पुराना तिब्बत बताना है।
खुले पत्र में कहा गया कि 14वें दलाई लामा के नेतृत्व वाले दलाई गुट ने न केवल स्थानीय तिब्बती लोगों को कोई अर्थवाला काम भी नहीं किया था, बल्कि सामंजस्यपूर्ण व सुखमय नये जीवन को निरंतर तोड़ने की कोशिश की ।
खुले पत्र ने तिब्बती जनता से चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के इर्दगिर्द एकत्र होकर समाजवादी व्यवस्था का समर्थन करने और सामंजस्यपूर्ण समाजवादी नयी जन्मभूमि का निर्माण करने का आह्वान किया।(शयाओयांग)