2009-03-27 20:31:15

चीनी तिब्बती विदों के प्रतिनिधि मंडल ने अमरीका के लिए तिब्बत की समझ की एक खिड़की खोली

चीनी सामाजिक विज्ञान अकादमी के जातीय शास्त्र व मानव शास्त्र के अनुसंधान कार्यालय के अध्यक्ष हाओ शी युएन के नेतृत्व वाले चीनी तिब्बती विदों के प्रतिनिधि मंडल ने इस हफ्ते वाशिंगटन में अमरीकी सरकार, संसद, मीडिया आदि जगहों के व्यक्तियों के साथ विस्तृत आदान-प्रदान किया, अमरीका में पढ़ रहे चीनी विद्यार्थियों व प्रवासी चीनियों के साथ बैठक आयोजित की, और मैरिलैंड विश्वविद्यालय में एक विशेष व्याख्यान का भी आयोजन किया। तिब्बती विदों ने तिब्बत के इतिहास, अर्थतंत्र व समाज के विकास और तिब्बती संस्कृति व पारिस्थिति पर्यावरण के संरक्षण में चीनी केंद्र सरकार द्वारा की गयी कोशिशों का परिचय दिया, और तिब्बत के मामले पर अमरीकी समाज के पूर्वाग्रहों व गलतफ़हमियों को दूर करने की कोशिश की । अब लीजिये सुनिये इस के बारे में एक रिपोर्ट।

अध्यक्ष हाओ शी युएन ने कहा कि तिब्बत के बारे में कम जानकारी की वजह से अमरीकी राजनीतिक जगत, प्रमुख विद जगत व कुछ जनता के मनों में पूर्वाग्रह हैं। और कुछ मामलों पर मतभेद लंबे समय से हैं। लेकिन भिन्नता का स्वीकार व सम्मान करने और एक दूसरे की संस्कृति का सम्मान करने के आधार पर दोनों पक्ष आदान-प्रदान कर सकते हैं।

मैं चाहता हूं कि पहले, हमारे आदान-प्रदान से तिब्बत मामले पर पश्चिमी समाज की गलतफ़हमियों को दूर किया जा सकेगा। दूसरे, उन्हें तिब्बत की असली स्थिति व इतिहास बताया जा सकेगा। और तीसरे, हम ऐसे संपर्क से आदान-प्रदान का नया रास्ता ढूंढ़ना चाहते हैं। मुझे विश्वास है कि असलियत जानने के बाद वे हमारे कुछ विचारों को स्वीकार कर सकेंगे।

प्रतिनिधि मंडल के सदस्य, राजनयिक कॉलेज के तिब्बती अध्यापक वन छ्वेन ने अमरीका में पढ़ रहे चीनी विद्यार्थियों व प्रवासी चीनियों के साथ आयोजित बैठक में अपना अनुभव बताया कि उन की तीन छोटी बहनें एक संगीत दल बना करके पूरे चीन में तिब्बती शैली के गीत गाती हैं। और उन के पिता जी ने तिब्बत की कई जगहों में बौद्ध धर्म के मंदिरों का निर्माण करने व धार्मिक संस्कृति का प्रसार-प्रचार करने में मदद दी है। उन्होंने कहा कि,

पश्चिमी मीडिया की रिपोर्टों में पूर्वाग्रह व गलतफ़हमियां हैं, इस का मुख्य कारण है उन्हें तिब्बत के बारे में कम जानकारी है। इसलिये उन्हें एक सच्चे तिब्बत का परिचय पाना बहुत ज़रूरी है। मैं तिब्बत को सुन्दर बनाने के लिये कोई झूठ नहीं बोलूंगा, मैं केवल वास्तविक स्थिति उन्हें बताना चाहता हूं।

अमरीका स्थित चीन की मुख्य भूमि के उच्च शिक्षालयों के संयुक्त छात्र संघ के अध्यक्ष ली के ने कहा कि न सिर्फ़ अमरीकी जनता तिब्बत के बारे में कम जानती है, बल्कि अमरीका में रह रहे चीनियों व प्रवासी चीनियों को भी तिब्बत की कम जानकारी है। इसलिये हम अमरीकी मित्रों के साथ तिब्बत से जुड़ी बातचीत करते समय अक्सर उन के सवालों का जवाब नहीं दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि वे अमरीका में बीस वर्ष तक रहे हैं, यह पहली बार है कि उन्होंने इतने घनिष्ठ रूप से तिब्बत से आए आदमियों से संपर्क किया। उन्होंने कहा कि, तिब्बत के प्रति अमरीकी जनता के विचार मुख्य तौर पर प्रमुख मीडिया के गलत मार्गदर्शन से आये हैं। वास्तव में वे तिब्बत के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं। जब मैंने उनसे यह पूछा कि क्या आप ने तिब्बती लोगों को देखा है, तो उन्होंने बताया कि नहीं। आज अध्यक्ष हाओ के व्याख्यान से हम ने तिब्बत के बारे में बहुत सी जानकारियां प्राप्त कीं। इसलिये भविष्य में जब मैं अमरीकी मित्रों के साथ तिब्बत मामले की चर्चा करूंगा, तो मैं ज्यादा सबूत दे सकूंगा।

दाइलोर ओस्बोर्ने मैरिलैंड विश्वविद्यालय के पहले साल की छात्रा हैं। उन्होंने कहा कि, मैं तिब्बत के बारे में कम जानती हूं। विश्वविद्यालय में मैं कभी-कभी तिब्बत के बारे में दूसरे लोगों की चर्चा सुनती हूं। और विश्वविद्यालय में कई संगठन तिब्बती मामले पर ध्यान देते हैं। लेकिन इस से पहले मैंने उन की गतिविधियों में भाग नहीं लिया। आज की संगोष्ठी में मैंने तिब्बती संस्कृति की असली स्थिति देखी। और मालूम हुआ कि चीन तिब्बत की परंपरागत संस्कृति का संरक्षण करने की कोशिश कर रहा है। मुझे तिब्बती संस्कृति को जानने की बड़ी रुचि है, और इस के बारे में और ज्यादा जानकारी प्राप्त करना चाहती हूं।

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