अमरीका व कनाडा की यात्रा समाप्त कर चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा के तिब्बती प्रतिनिधि मंडल ने 27 मार्च को पेइचिंग में संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया। मंडल के नेता शिंगसा थेनजिनचोड्राक ने कहा कि मौजूदा यात्रा बहुत सफल रही है।
शिंगसा थेनजिनचोड्राक ने कहा कि अमरीका व कनाडा के विभिन्न जगतों को तिब्बत के चीन का एक अभिन्न भाग होने पर कोई एतराज नहीं है । लेकिन प्रतिनिधि मंडल का ध्यान इस बात पर गया है कि क्योंकि दलाई लामा ने दुनिया में धार्मिक हैसियत से तिब्बत के बारे में झूठ प्रचार किया है, इसलिये बहुत से लोगों को तिब्बत के बारे में सही जानकारी नहीं मिली है। यात्रा के दौरान तिब्बती प्रतिनिधि मंडल ने उन्हें तिब्बत की असलियत स्थिति से अवगत कराया।
शिंगसा थेनजिनचोड्राक ने कहा कि 50 साल पहले भूदास तिब्बती जनसंख्या का 95 प्रतिशत बनते थे , पर उन्हें कोई भी शारीरिक स्वतंत्र व अन्य अधिकार नहीं था । 1959 में जनवादी सुधार लागू होने के बाद तिब्बती जनता को मानव अधिकार समेत अनेक अधिकार मिले हैं। 1959 के बाद तिब्बत के इतिहास में सब से अच्छा काल है।
उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा के दौरान कुछ व्यक्तियों ने प्रतिनिधि मंडल से कहा कि 28 मार्च 1959 में तिब्बती सौ लाख भूदासों की मुक्ति का दिवस का मतलब लिनकोल द्वारा गुलामों की मुक्ति के दिवस के बराबर है।(रूपा)