चीनी वाणिज्य मंत्रालय के प्रेस प्रवक्ता श्री याओ च्यान ने 16 मार्च को पेइचिंग में कहा कि हालांकि इस साल के पहले दो महीनों में चीन में विदेशी पूंजी के वास्तविक प्रयोग में 26 प्रतिशत की कमी आयी और विश्व में प्रत्यक्ष पूंजी निवेश की गति बहुत अधिक धीमी हुई, फिर भी चीन पूंजी निवेश को आकर्षित करने वाले सब से श्रेष्ठ देशों में से एक रहा । प्रवक्ता ने कहा कि चीन में स्थिर आर्थिक वृद्धि और विशार बाजार तथा संबद्ध सरकारी नीतियों के चलते विदेशी निवेशकों का विश्वास बढाया जा सकेगा।
श्री याओ च्यान ने कहा कि संबंधिक आंकड़ों से जाहिर है कि विश्व वित्तीय संकट से बहुत सी बहुराष्ट्रीय कंपनियों की संपत्ति घट गयी और उन में निवेश की इच्छा और शक्ति कमजोर हुई, जिस का चीन द्वारा विदेशी पूंजी के आकर्षण पर असर पड़ा है, किन्तु वह असर सीमित भी है। उन्हों ने कहाः
संयुक्त राष्ट्र संघ के आंकड़ों के मुताबिक 2008 में प्रत्यक्ष अन्तर्देशीय निवेश में 21 फीसदी की कटौती हुई , अनुमान है कि 2009 में 30 प्रतिशत की कटौती होगी, इस का चीन द्वारा विदेशी पूंजी के आकर्षण पर कुछ प्रभाव पड़ेगा । फिर भी चीन में प्रत्यक्ष अन्तरराष्ट्रीय निवेश को आकर्षित करने की प्रबल शक्ति मौजूद है। अमरीका चीन व्यापार कमेटी के एक हालिया सर्वेक्षण से जाहिर है कि सर्वेक्षण में आए चीन स्थित 88 प्रतिशत विदेशी कारोबारों ने मुनाफा कमायी है , जिन में से 81 प्रतिशत कारोबारों का लाभांष स्तर विश्व मुनाफा दर से ऊंचा है और 85 फीसदी कारोबारों ने चीन को अपने सीमापार व्यवसाय का प्रथम स्थल चुना ।
इस साल के पहले दो महीनों में चीन ने 13 अरब 30 करोड़ अमरीकी डालर का वास्तविक इस्तेमाल किया और चीन में नवस्थापित विदेशी कंपनियों की संख्या 2700 से अधिक रही, जो पिछले साल की इसी अवधि से 37 प्रतिशत कम हुई।
विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने गत हफ्ते घोषणा की कि 10 करोड़ अमरीकी डालर और इस से कम राशि की पंजीकृत पूंजी वाली विदेशी कंपनियों की पुष्टि का अधिकार वाणिज्य मंत्रालय से प्रांतीय वाणिज्य प्रबंध विभागों को सौंपा जाएगा । इस से पहले वाणिज्य मंत्रालय ने यह भी कहा कि विदेशी निवेशकों को चीन में नव व उच्च तकीनीकी कारोबारों, ऊर्जा किफायत व पर्यावरण संरक्षण वाले कारोबारों और आधुनिक सेवा उद्योगों में पूंजी लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा और चीन के मध्य व पश्चिम भाग के राष्ट्र स्तरीय आर्थिक तकनीकी विकास क्षेत्रों के आधार पर उद्योगों के रूपांतरण को गहरा बनाया जाएगा।
चाइना एकॉनोमिक बिजेनिस मोनिटर के प्रधान अर्थ विश्लेषक श्री सू छांग ने कहा कि विदेशी निवेश के क्षेत्रों के समायोजन को चीन के आर्थिक क्षेत्रों के विन्यास के साथ श्रेष्ठ रूप से मिलाये जाने से साझे लाभ का नदीजा निकलेगा। श्री सू ने कहाः
जैसा कि फॉक्सकान कंपनी ने दक्षिण चीन के शनजन शहर में अपने कुछ कारखाने बन्द कर उत्तर चीन के शानसी प्रांत में नए कारोबार खोले हैं, इंटेल कंपनी ने शांगहाई के अपने चिप कारखाने को पश्चिम चीन के छङतू में स्थानांतरित किया, मौजूदा मौके पर कारोबारों के पुनः बंदोबस्त से चीन के स्थिर आर्थिक विकास को लाभ मिलेगा।
चीन अमरीका वाणिज्य संघ के एक सर्वेक्षण से जाहिर है कि चीन में स्थित एक तिहाई अमरीकी कारोबारों की इस साल की आय में कमी होगी और पूर्व निर्धारित निवेश योजना भी टलेगी । किन्तु सर्वेक्षण में आए आधे से ज्यादा लोगों ने चीन के मध्यम व दीर्घकालीन आर्थिक भविष्य पर आशावादी रूख अपनाया और माना कि इस साल को जैसे तैसे गुजारने के बाद स्थिति अच्छी निकलेगी। सर्वेक्षण में यह भी जाहिर है कि चीन का बाजार अमरीकी कंपनियों के लिए और अहम हो गया है और 63 प्रतिशत के अमरीकी कारोबार चीन में उत्पादन और खरीददारी करते हैं और सीधे चीन के बाजारों की सेवा करते हैं, यह अनुपात 2007 से काफी बढ़ा है।
श्री सू छांग ने कहा कि अन्य आर्थिक समुदायों की तुलना में चीन के पास विदेशी पूंजी आकर्षित करने की अनेक श्रेष्ठताएं हैं । उन्हों ने कहाः
चीन के पास बेशुमार सस्ती श्रम शक्ति उपलब्ध है और कारोबार का पैमाना बड़ा विकसित किया जा सकता है और उत्पादन की लागत बहुत कम हो सकती है इस के अलावा चीन का बहुत बड़ा बाजार भी है।
पिछले साल चीन में 90 अरब अमरीकी डालर की विदेशी पूंजी का वास्तविक इस्तेमाल किया गया और विदेशी पूंजी वाले कारोबारों की संरचना और क्षेत्रीय फैलाव भी श्रेष्ठ हो गया है।
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