तिब्बती बौद्ध धर्म के जीवित बुद्ध लोसांग सेन्दन ने 14 तारीख को ल्हासा में कहा कि तिब्बत की स्थिरता व विकास विभिन्न जातियों के समान प्रयास से अलग नहीं हो सकता है। तिब्बत और बैहत्तर व स्थिर होगा।
लोसांग सेन्दन ने कहा कि देश की विभिन्न जातियों की निस्वार्थ सहायता के बीना आज के तिब्बत का विकास नहीं हो सकता। दर्सियों वर्षों में तिब्बत में विकास की दिशा स्थिर व सामंजस्यपूर्ण है। गत वर्ष की 14 मार्च घटना अस्थायी घटना थी, जिसे तिब्बती जनता का समर्थन नहीं मिला है। तिब्बत का विकास और बेहत्तर होगा और और सामंजस्यपूर्ण होगा।
लोसांग सेन्दन ने कहा कि 14वें दलाई लामा ने अनेक बार तिब्बत का विभाजन करने की कार्यवाइयों को उत्तेजित किया था, इसलिए, दलाई लामा तिब्बत में अस्थिरता का तत्व है। (श्याओयांग)