चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा का वार्षिक सम्मेलन 13 तारीख को पेइचिंग में संपन्न हुआ। सम्मेलन में चीनी प्रधान मंत्री वन च्या पाओ की सरकारी रिपोर्ट को पारित किया गया और सरकार के अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय संकट की एक पैकज योजना को भी अनुमति दी गयी। सम्मेलन की समाप्ति के बाद आयोजित चीनी विदेशी पत्रकार सम्मेलन में श्री वन च्या पाओ ने चीन के किस तरह वित्तीय संकट का निपटारा करने पर पूछे सवाल पर बोलते हुए कहा कि चीन को इस बार के वित्तीय संकट का सामना करने पर पूरा विश्वास है और अन्तरराष्ट्रीय समुदाय के साथ सहयोग कर एक साथ इस कठिन समस्या का हल करेगा। उन्होने कहा(आवाज 1) हालांकि इस साल का वसंत जाने को है, लेकिन कल का वसंत और बेहतरीन होगा। हमारी कामना है कि अगले साल चीन और विश्व और अधिक अच्छे होगें।
संवाददाता सम्मेलन के शुरू में ही श्री वन च्या पाओ ने एक कविता के वाक्य को लेकर अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय संकट के विषय को सीधे खोला। उन्होने इस प्राचीन कविता के द्वारा चीन के वित्तीय संकट का मुकाबला करने के विश्वास को प्रगाढ़ करने के साथ दुनिया के विभिन्न देशों को संकट पर विजय पाने की शुभकामनाएं भी प्रकट कीं। दो घन्टे से अधिक समय में पत्रकारों द्वारा चीनी प्रधान मंत्री के आगे रखे 23 सवालों में 70 प्रतिशत सवाल चीन के अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय संकट का मुकाबला करने पर उठाए घरेलु व विदेशी नीतियों पर केन्द्रित रहे हैं । चीन द्वारा पेशकश 40 खरब पूंजी वाली आर्थिक पैकेज योजना को लेकर श्री वन च्या पाओ ने कहा(आवाज 2) हमने यह जो आर्थिक पैकेज पेश किया है उसमें चार विषय सम्मलित हैं, वे हैं बड़े पैमाने का सरकारी पूंजी निवेश, बड़े पैमाने वाला औद्योगिक समायोजन व पुनरूत्थान, बड़ी शक्ति से विज्ञान तकनीक को समर्थन देना तथा बड़े पैमाने से सामाजिक प्रतिभूति स्तर को उन्नत करना । श्री वन च्या पाओ ने 11 खरब 80 अरब अतिरिक्त पूंजी निवेश की चर्चा करते हुए कहा कि ये धनराशि मुख्य तौर से केवल जन जीवन के सुधार, तकनीकी सुधार, पारिस्थितिकी पर्यावरण संरक्षण व महत्वपूर्ण आधारभूत संस्थापनों के निर्माण में लगाने के लिए ही नहीं, बल्कि चीन सरकार के कर को कम या माफ करने, रोजगार को प्रेरित करने तथा सामाजिक प्रतिभूति व्यवस्था के सुधार में भी इस्तेमाल किया जाएगा।
प्रधान मंत्री वन च्या पाओ ने बलपूर्वक कहा कि इस बार की वित्तीय संकट पर हमें पूरी तरह सतर्क है और इस के प्रति आशावादी भी हैं और हमने इसका निपटारा करने के लिए पूरी तैयारियां भी कर ली हैं। उन्होने कहा(आवाज3) इस वित्तीय संकट का सामना करने के लिए हमने चिरस्थायी कठिनाईयों का मुकाबला करने की तैयारी कर ली है, हमने नीति के लिए खुला स्थान सुरक्षित रखा है, इस का मतलब यह है कि हमने कठिनाईयों से जूझने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है और पर्याप्त जरूरत उपायों को सुरक्षित रखा है, हम कभी भी इनका उपयोग कर आर्थिक को प्रेरित करने की नयी नीति पेश कर सकते हैं।
अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय संकट के आगे भी चीन सरकार ने इस साल भी अपने कुल घरेलु उत्पादन मू्ल्य की दर को 8 प्रतिशत तय किया है, लोगों ने इस पर भारी ध्यान दिया है। प्रधान मंत्री वन च्या पाओ ने पत्रकारों से खुले रूप से कहा कि हालांकि इस लक्ष्य को पाने के लिए सचमुच बड़ी कठिनता है, तो भी पूरे प्रयासों से इस लक्ष्य को साकारने की संभावना मौजूद है। उन्होने बलपूर्वक कहा कि चीन वर्तमान बाजारीकरण व बस्तियों के शहरीकरण की दिशा में तेज गति से आगे बढ़ रहा है और इस के साथ उपभोक्ता के तेज विस्तार व उसके ढांचेगत की बढ़ोतरी के काल से भी गुजर रहा है। हमारे पास पर्याप्त श्रमिक शक्ति संसाधन की श्रेष्ठता है, और तो और चीन के वित्तीय बाजार के पिछले दसेक सालों के सुधार व स्वस्थ व सतत विकास की बदौलत. इन अनुकूल कारकों ने आर्थिक विकास के लिए शक्तिशाली समर्थन प्रदान किये हैं।
जल्द ही लदंन में आयोजित होने वाले 20 समूह देशों के वित्तीय शिखर सम्मेलन की चर्चा करते हुए श्री वन च्या पाओ ने कहा कि इस अभूतपूर्व अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय संकट के आगे हमें लोगों द्वारा भूले कोने वाले देशों को नहीं भूलना चाहिए। उन्होने कहा(आवाज 5) अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय संकट का सामना करने के दौर में विकासशील देशों की कठिनाईयां कहीं अधिक जटिल है और उसे आसानी से नजरअन्दाज भी किया जा सकता है, 20 समूह के वित्तीय शिखर सम्मेलन को अवश्य विकासशील देशों , विशेषकर सबसे अविकसित देशों का ख्याल रखने व उन्हे मदद देने के सवाल को एक महत्वपूर्ण मुददा तय करना चाहिए।
20 खरब अमरीकी डालर का विदेशी भंडार हासिल करने वाला चीन फिलहाल अमरीका का सबसे बड़ा कर्ज प्रदान करने वाला देश बन गया है। श्री वन च्या पाओ ने कहा कि चीन इस सवाल पर देश के हितों को सुरक्षित रखने को सबसे पहले स्थान पर रखता है, इस के साथ अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय की पूर्ण स्थिर स्थिति पर भी भारी ध्यान देता है। चीन अमरीका के अर्थतंत्र के विकास को बड़ा ध्यान देता है । अमरीका की नयी सरकार ने अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय संकट से निपटने के लिए अनेक कदम उठाए हैं, चीन इन कदमों की कारगरता पर भारी उम्मीद रखता है। उन्होने अमरीकी सरकार से चीन के संसाधन की सुरक्षा को सुनिश्चत करने की भी मांग की।