2009-03-12 16:39:00

दलाई लामा धार्मिक सामन्जस्य में हलचल मचाने में तुला हुआ है

दलाई लामा ने 10 तारीख को भारत में भाषण देते समय बताया कि वे धार्मिक सामन्जस्य को बढ़ाएंगे और तिब्बती समस्या का समाधान करने की कोशिश करेंगे। इसे लेकर पेइचिंग में चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन के पूर्णाधिवेशन में भाग लेने वाले धार्मिक जगत के सदस्यों ने अलग-अलग तौर पर संवाददाताओं से कहा कि दलाई लामा धार्मिक सामन्जस्य को आगे नहीं बढ़ाना चाहते हैं, बल्कि देश में शांत स्थिति को डावांडोल करना चाहते हैं।

चीनी कैथलिक धर्म के देशभक्ति संघ के उपाध्यक्ष ल्यू बेई न्यैन ने कहा कि चीन के पांच धार्मिक संगठन आशा करते हैं कि देश में सामन्जस्य होगा और वे लोग देश का विभाजन करने, तिब्बती स्वाधीनता और शिनच्यांग स्वाधीनता का विरोध करते हैं।

अखिल चीन क्रिश्चियन धर्म के युवा संघ की राष्ट्रीय समिति के महा निदेशक चिन वेई ने कहा कि दलाई लामा ने धर्म का इस्तेमाल करके राजनीतिक विभाजन की कार्यवाइयां कीं हैं, जिस से चीनी जनता को नुकसान पहुंचा है।

चीनी बौद्ध धर्म संघ के उपाध्यक्ष द्रुखांग टुबटन खेद्रुप ने आशा जताई कि दलाई लामा धार्मिक विश्वास और अनुयाइयों को राजनीतिक लक्ष्य को प्राप्त करने का साधन नहीं बनाएंगे और तिब्बती जनता को नुकसान पहुंचाने वाली कार्यवाइयां नहीं करेंगे।