इस के अलावा पूर्व शान पर्यटन स्थल में श्यू चन मंदिर , मिंग राजा के राजकुमार का वाचनालय , थांग राजवंश काल के पेड़ , बंदरगाह और डबल पुल समेत बेशुमार ऐतिहासिक अवशेष भी पाये जाते हैं । हमारे संवाददाता ने ऊ चन कस्बे के दौरे पर मध्य चीन के हो नान प्रांत से आये युवा दंपति से मुलाकात की । वे दोनों एक पुल के पास आराम से बैठे हुए हैं । हमारे संवाददाता के साथ बातचीत में उन्हों ने कहा कि कल हम यहां आये , यहां बहुत अच्छा है , हम यहां पर और तीन चार दिन ठहरेंगे ।मजे की बात यह है कि ऊ चन कस्बे के पूर्वी व पश्चिमी दोनों भागों से जुड़ने वाला रास्ता नदी ही है , स्थानीय वासी बाहर जाने के लिये नावों का सहारा लेते हैं । पर्यटक पूर्व शान से पश्चिम शान पर्यटन स्थल का दौरा करने में नाव पर सवार होकर ऊ चन कस्बे के सौंदर्य और शांतिमय वातावरण का अनुभव भी कर सकते हैं ।
प्रिय दोस्तो , हम जानते हैं कि हजार वर्ष पुराने ऊ चन कस्बे में अब नया निखार आया है , जिस से वड़ी तादाद में देशी विदेशी पर्यटकों को मोहित किया जाता है । ऊ चन कस्बे में पूर्व शान व पश्चिम शान दोनों पर्यटन स्थल 2001 में पर्यटकों के लिये खुल गये हैं , जिन में पूर्व शान नामक पर्यटन स्थल में बहुत से छोटे आकार वाले म्युजियम व सुप्रसिद्ध चीनी साहित्यकार माओ तुन का पुराना निवास स्थाल शामिल हैं । हालांकि इन म्युजियमों का पैमाना काफी बड़ा नहीं है , पर फिर भी वे दक्षिण चीन के हजारों वर्षों के इतिहास की निचोड़ ही हैं ।
इस के अलावा पूर्व शान पर्यटन स्थल में श्यू चन मंदिर , मिंग राजा के राजकुमार का वाचनालय , थांग राजवंश काल के पेड़ , बंदरगाह और डबल पुल समेत बेशुमार ऐतिहासिक अवशेष भी पाये जाते हैं ।
हमारे संवाददाता ने ऊ चन कस्बे के दौरे पर मध्य चीन के हो नान प्रांत से आये युवा दंपति से मुलाकात की । वे दोनों एक पुल के पास आराम से बैठे हुए हैं । हमारे संवाददाता के साथ बातचीत में उन्हों ने कहा कि कल हम यहां आये , यहां बहुत अच्छा है , हम यहां पर और तीन चार दिन ठहरेंगे ।
मजे की बात यह है कि ऊ चन कस्बे के पूर्वी व पश्चिमी दोनों भागों से जुड़ने वाला रास्ता नदी ही है , स्थानीय वासी बाहर जाने के लिये नावों का सहारा लेते हैं । पर्यटक पूर्व शान से पश्चिम शान पर्यटन स्थल का दौरा करने में नाव पर सवार होकर ऊ चन कस्बे के सौंदर्य और शांतिमय वातावरण का अनुभव भी कर सकते हैं ।
पश्चिम शान पर्यटन स्थल 2007 में विधिवत रूप से खुल गया है । पूर्व शान की तुलना में पश्चिम शान पर्यटन स्थल में मानवता , पर्यावरण , प्रकृति और इमारतें और अधिक सामंजस्यपूर्ण दिखाई देती हैं । इस पर्यटन स्थल में संरक्षित मिंग व छिंग राजवंश कालों में निर्मित दर्शनीय पुराने मकानों का क्षेत्रफल कोई दो लाख 50 हजार वर्गमीटर विशाल है और भिन्न भिन्न प्रकार वाले पुलों की संख्या 70 से ज्यादा है ।
पश्चिम शान पर्यटन स्थल में पर्यटकों की मांगों के मद्देनजर भिन्न भिन्न स्तरीय सेवाएं उपलब्ध करायी जाती हैं , कमरे का किराया युथ होस्टल जैसे दसियों य्वान से लेकर पंचतारा होटल जितना महंगा हासिल है ।साथ ही यहां पर आदिम ग्रामीण जीवन शैली बरकरार रहने पर भी होटलों , होस्टलों और ग्रामीण होस्टल में स्वच्छ पेयजल और सेटलाइट टीवी जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं । ऊ चन कस्बे के पर्यटन विकास कम्पनी के जिम्मेदार व्यक्ति काऊ यू फिंग ने ऊ चन कस्बे के विकास के नये लक्ष्य का उल्लेख करते हुए कहा मैं यहां पर आने वाले सभी पर्यटकों को बता सकता हूं कि दक्षिण चीन के जलीय ग्रामीण दृश्य , सेतु , नद नदियां व ग्रामीण घर देखने लायक ही नहीं , रहने के काबिल भी हैं । यहां आप के लिये पर्यटन स्थल ही नहीं , बल्कि पर्यटन व विश्राम करने का आरामदेह स्थल भी है ।
ये फांग छाओ होस्टल पश्चिम शान पर्यटन में एक बहुत साधारण छोटा होस्टल है , होस्टल में हालांकि कमरे कम हैं , पर हरेक कमरा अत्यंत साफसुथरा व रोशनीदार है । इस छोटे होस्टल की मालकिन ल्यू य्येन फिंग ने परिचय देते हुए कहा कि पहले हम यहां रहते थे , बाद में नौकरी के लिये कहीं बाहर गये थे । सुधार व खुले द्वार नीति के कार्यांवयन की वजह से हम फिर वापस लौट आये । हमें यहां का वातावरण बहुत अच्छा लगता है , बिजनेज भी खूब चलता है । हमारे मेहमान मलेशिया , सिंगापुर , फ्रांस और ब्रिटेन जैसे देशों के हैं ।
ऊ चन कस्बा अपने अनुपम सौंदर्य , पुरानी वास्तु शैलियों से युक्त निमाणों और समृद्ध संस्कृति से अधिकाधिक विदेशी पर्यटकों को मोह लेता रहा है ।2001 से लेकर अब तक ऊ चन कस्बे ने कुल एक करोड़ तीस लाख से अधिक देशी विदेशी पर्यटकों का सत्कार किया है , जिन में समुद्रपारीय पर्यटकों की संख्या 13 लाख से अधिक है , जो चच्यांग प्रांत के प्रथम स्थान पर है । अब ऊ चन कस्बा संरक्षण व विकास के रास्ते पर विश्वविख्यात छोटे पुराने कस्बे का रूपधारण कर रहा है ।