चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की स्थायी कमेटी के सदस्य, तिब्बत स्वायत प्रदेश की छांगदु प्रिफेक्चर के जीवित बुद्ध ज़ोनलो छामपा केदुप ने 11 तारीख को तिब्बत के लोकतांत्रिक सुधार की 50वीं वर्षगांठ की प्रदर्शनी को देखने के बाद संवाददाताओं को बताया कि तिब्बती लोग धार्मिक विश्वास की स्वतंत्रता का पूरा उपभोग करते हैं। यह स्थिति अभूतपूर्व है।
जीवित बुद्ध ज़ोनलो छामपा केदुप ने कहा कि य्वेन राजवंश से ही तिब्बत चीन का एक अभिन्न अंग है। अब तिब्बती जनता सुखी जीवन बिता रही है, यह निर्विवाद तथ्य है। कोई भी व्यक्ति इस तथ्य को नहीं बदल सकता है।
गत वर्ष की 14 मार्च घटना के बाद जीवित बुद्ध ज़ोनलो छामपा केदुप ने लामाओं व अनुयाइयों से कहा था कि दलाई लामा ग्रुप की हरकत ने गंभीर रुप से बौद्ध धर्म के बुनियादी सिद्धांतों का उल्लंघन किया है और तिब्बती बौद्ध धर्म की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है।