11 मार्च को तिब्बती कलैंडर के अनुसार नए साल के पहले माह की 16वीं तारीख है और तिब्बती नव वर्ष त्योहार के बाद प्रथम दिवस।
तिब्बत के पूर्वी भाग में स्थित छाम्डू क्षेत्र के चाम्पा लिंग मठ में भिक्षुओं और भक्तों की भारी भीड़ लगी, वे चाम्पा लिंग मठ के घी दीप उत्सव की खुशी मनाने में जुटे हैं और शुभकामना कर रहे हैं।
चाम्पा लिंग मठ खांगपा इलाके में तिब्बती बौद्ध धर्म के गेलूग संप्रदाय का सब से बड़ा मठ है । तिब्बती नव वर्ष के पहले महीने में मठ में प्रार्थना सभा आयोजित होती है और तीसरी तारीख से 1300 भिक्षु सूत्रों का पाठ करने लगे और शांति की प्रार्थना करते रहे । घी दीप उत्सव इस प्रार्थना सभा की एक मुख्य कार्यवाही है।
प्रथा के मुताबिक चाम्पालिंग मठ के चौक पर भगवान बुद्ध और चाम्पा लिंग मठ के विभिन्न पीढियों के जीवित बुद्धों के प्रतीक रूप में घी से बनी मुर्तियां लगायी गयीं और मठ के लामा और भक्त पंच रंग घी मुर्तियां बिठा कर प्रार्थना करते हैं और इस के बाद खुशी में सभी लोग दिन रात नाचगान करते रहते हैं।