इधर के दिनों में विदेशी मीडिया क्रमशः चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा और चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की प्रक्रिया की रिपोर्टिंग कर रहा है और चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थायी कमेटी के अध्यक्ष वू पांग क्वो द्वारा दी गयी कार्य रिपोर्ट पर ध्यान दे रहा है।
सिंगापुर की ल्यैन ह च्याओ पाओ की रिपोर्ट में कहा गया है कि श्री वू पांग क्वो ने चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की कार्य रिपोर्ट में कहा है कि चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिधि सभा को चीन की केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण निर्णय के कार्यान्वयन को आगे बढ़ाने के अपने निगरानी कार्य को महत्व देना चाहिए, ताकि पूरे वर्ष में आर्थिक सामाजिक विकास के मिशन को पूरा किया जा सके।
एजेंस फ्रांस-प्रेसे ने कहा कि कार्य रिपोर्ट ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व के स्थान पर जोर दिया है और चीनी राजनीतिक व्यवस्था एवं पश्चिमी राजनीतिक व्यवस्था के बीच भिन्नता पर स्पष्ट रुप से प्रकाश डाला है। यानि चीनी राजनीतिक व्यवस्था यह है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व वाली बहुदलीय सहयोगी व राजनीतिक सलाह मश्विरा की व्यवस्था है, और पश्चिमी देशों वाली बहुदलीय व्यवस्था नहीं है।
रयुटर्स की रिपोर्ट में पश्चिमी देशों की राजनीतिक व्यवस्था की तुलना में चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की श्रेष्ठता भी बतायी गयी है, यानि हर एक अल्पसंख्यक जाति के लिए कम से कम एक प्रतिनिधि है, जबकि पश्चिमी देशों के सांसद केवल किसी एक पार्टी या दल के प्रतिनिधि होते हैं।