2009-03-10 17:35:41

हिन्दी प्रसारण पर विभिन्न श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं

कोर्लिम गोवा के जय प्रकाश गुप्ता का पत्र । उन्हों ने अपने पत्र में कहा कि मैं आप के कार्यक्रम का नियमित श्रोता हूं । जब कभी आप का प्रोग्राम रेडियो पर शुरू होता है , उसी समय मैं अपना काम धाम छोड़ कर आप का कार्यक्रम सुनने में जुट जाता हूं। मुझे आप का कार्यक्रम बहुत अच्छा लगता है तथा मैं आप के कार्यक्रम के बारे में अपने दोस्तों को भी बताता हूं और कहता हूं कि वो भी आप के प्रोग्राम सुने । आप के प्रोग्राम की अच्छाई के बारे में लिखने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है , बस इतना समझ लीजिएः

चांद सी प्यारी चांदनी , चांदनी से प्यारी रात

रास से प्यारी जिन्दगी , जिन्दगी से प्यारी सी .आर .आई का साथ

मुझे आप के द्वारा भेगा गया सी .आर .आई का गिफ्ट मिला , वह पाकर मुझे बहुत खुशी हुई । आप लोग चीन के बारे में मुझे जितनी भी जानकारी देते हैं , मैं उन सब को बहुत ध्यान से रखता हूं । और चीन के बारे में अपने परिवार और दोस्तों के बारे में बताता हूं । मुझे ये सब करके बहुत ही अच्छा लगता है ।

जय प्रकाश गुप्ता का प्यार भरा पत्र पढ़ कर हमें बड़ी खुशी हुई , सी .आर .आई हमारे हिन्दी कार्यक्रम से आप को इतना लगाव हुआ कि हम बहुत ही प्रभावित हुए । हम चाहते हैं कि हमारा हिन्दी कार्यक्रम हमेशा श्रोता मित्रों की जिन्दगी का एक अंग बन जाएगा , और श्रोता मित्रों को जिस से चीन के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगी , ताकि चीनी जनता और भारतीय जनता में सदियों पुरानी परम्परागत दोस्ती पीढ़ी दर पीढ़ी बरकरार रहेगा और उत्तरोत्तर फलती फूलती रहेगी ।

अब है भाजमगढ़ उत्तर प्रदेश के नेजामुद्दिन एम .ए का पत्र । उन्हों ने पत्र में कहा कि प्रसन्नता की बात है कि आज कल चाइना रेडियो इंटरनेशनल की हिन्दी सेवा का प्रसारण अत्याधिक साफ सुनाई देता है ,यही बात है कि कार्यक्रम सुनने में बड़ा मजा आ रहा है । वास्तव में हिन्दी सेवा के कार्यक्रम अत्याधिक ज्ञान वर्धक होते हैं ।

चीन का संक्षिप्त इतिहास , आज का तिब्बत ,चीन की अल्पसंख्यक जाति , विज्ञान , शिक्षा व स्वास्थ्य ,आप का पत्र मिला हमारा सब से लोकप्रिय कार्यक्रम है । हम इन कार्यक्रमों को बड़ी चाव से सुनते हैं । शायद आप के लिए अत्याधिक प्रसन्नता की बात है कि हमारे क्लब सदस्यों ने हिन्दी सेवा से लोगों को परिचित कराने हेतु एक संगठन का चयन किया है , यह संगठन पांच आदमी पर आधारित है ,ये लोग क्लब सदस्यों में से हैं । लेकिन इन लोगों का केवल कार्यक्रम सुनना और लोगों को हिन्दी सेवा के बारे में बताने का काम है । ये शाम चार बजे क्लब से निकलते हैं और शाम सात बजे यानी तीन घंटे प्रति दिन लोगों में जा कर हिन्दी सेवा का प्रचार प्रसार करते हैं , प्रसन्नता की बात है कि इन दिनों हमारे इलाके में हिन्दी सेवा के श्रोताओं की संख्या में अत्याधिक वृद्धि हुई है , लेकिन हमें खेद है कि आप हमारे क्लब की बहुत कम सराहना करते हैं ।

नेजामुद्दिन का पत्र पढ़ कर हमें बड़ी खुशी हुई है कि सी .आर .आई हिन्दी कार्यक्रमों का प्रचार प्रसार करने के लिए आप ने संगठन का गठन कर ढेर सारे काम किए और बड़ी मेहनत की , आप लोगों की इस प्रकार की मेहनत बहुत ही सराहनीय है । इस के लिए हम आप लोगों के बहुत बहुत आभारी हैं । हमें विश्वास है कि हम दोनों पक्षों के निरंतर प्रयासों के चलते सी .आर .आई हिन्दी सेवा और आप लोगों में दोस्ती जरूर आगे विकसित होती जाएगी ।

अब प्रस्तुत है बिलासपुर छत्तीसगढ़ के चुन्नीलाल कैवर्त का पत्र । उन्हों ने अपने पत्र में कहा कि चीन भारत मैत्री पुल के निर्माता कार्यक्रम को पुनः प्रारंभ करने के लिए सी .आर .आई का बहुत बहुत धन्यावाद । श्रोता वाटिका में कुछ चीनी वाक्यों का प्रकाशन बहुत अच्छा प्रयास है , लेकिन इसे कम से कम आधा पृष्ठ में प्रकाशित की जाए , तो चीनी भाषा सीखने वाले श्रोताओं को बड़ा लाभ मिलेगा या फिर चीनी भाषा की रेडियो पाठ माला की एक पुस्तक प्रकाशित करवाएं , तो और बड़ा लाभ मिलेगा । श्रोता वाटिका की पृष्ठ संख्या को बढ़ाएं तथा हर अंक में चीन के किसी पर्यटन स्थल का सचित्र परिचय , चीनी पाक कला , सी .आर .आई की कोई विशेष रिपोर्ट ,नए एनाउंसरों का परिचय आदि को भी स्थान दें , तो श्रोता वाटिका और आकर्षक बन जाएगी । आप से अनुरोध है कि चीनी कहानी पुनः आरंभ करें , ताकि चीन के विभिन्न प्रदेशों में एक से एक बढ़ कर सुन्दर सुन्दर लोक कथाएं और कथा साहित्य प्रचलित व समृद्ध हो ।