2009-03-06 18:09:39

तिब्बत में तिब्बती भाषा का प्रयोग व्यापक तौर पर

तिब्बती भाषा और लिपि तिब्बती जाति का अहम संपर्क साधन है, जिस का प्रयोग शुरू से अब तक तिब्बती बहुल क्षेत्रों में व्यापक तौर पर होता है और धर्म, अर्थतंत्र, संस्कृति, राजनीति तथा सामाजिक जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती आयी है। तिब्बती भाषा तिब्बती जाति के जीवन और विकास में बड़ा काम आती है। चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में 90 प्रतिशत से अधिक निवासी तिब्बती हैं, उन में तिब्बती भाषा का व्यापक प्रयोग हो रहा है और इस से भाषा का भी निरंतर विकास हुआ है।

तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की ताजी काऊंटी के बांग त्वी कस्बे के बांग त्वी गांव की गांववासी कमेटी के सचिव श्री निमात्वनजू का मोबाइल फोन बज उठा, उन्हों ने मोबाइल फोन निकाल कर बड़ी कुशलता के साथ तिब्बती भाषा में एक एस एम एस का संदेश वापस प्रेषित किया । असली बात यह है कि वर्तमान में तिब्बती लोगों की दूर संचार सुविधा के लिए चीन सरकार ने तिब्बती भाषा में मोबाइल फोन का विकास करवाया।

तिब्बती भाषा में मोबाइल फोन के अनुसंधान व विकास दल के नेता, चीनी टेलीकॉम कंपनी की तिब्बती शाखा कंपनी के डिप्टी जनरल इंजिनियर निमात्वुनजु ने हमें बताया कि तिब्बत का भू-भाग विशाल है, पहाड़ और वादियां ज्यादा हैं, यहां बेतार दूर संचार व्यवस्था के विकास के लिए शक्तिशाली तकनीकी समर्थन की जरूरत है। 2003 में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश ने प्रदेश की स्थानीय विशेषता के मुताबिक बेतार दूर संचार व्यवस्था का निर्माण शुरू किया और उसी साल के अंत में इस का निर्माण कार्य पूरा हो गया। इस के फलस्वरूप तिब्बत में काउंटी और इस के नीचे स्तर के क्षेत्रों में किसानों और चरवाहों के लिए दूर संचार की समस्या हल की गयी और उन्हें संपर्क करने में आसानी आयी । श्री निमात्वुनजु ने कहाः

"दूर संचार के माध्यम से आसानी से संपर्क कायम करने पर तिब्बती किसानों और चरवाहों को बड़ी खुशी हुई, वे हमें हार्दिक आभार देते हैं। साथ ही उन्हों ने यह भी कहा कि वे एस एम एस से संदेश भेजने का तरीका भी सीखना चाहते हैं, ताकि संपर्क में और सुविधा मिले। लेकिन मोबाइल फोन में सभी काम हान भाषा में किया जाता है, जो उन के लिए मुश्किल है। वे मौसम, व्यापार और विज्ञान तकनीक के बारे में भी सूचना लेना चाहते हैं, किन्तु वे हान भाषा नहीं जानते, इसलिए मोबाइल फोन का लाभ नहीं ले सकते। उन की रायों के मुताबिक हम ने 2004 में तिब्बती भाषी मोबाइल फोन के अनुसंधान व विकास का एक दल गठित किया और तिब्बत विश्वविद्यालय के साथ तिब्बती भाषा डेटा और इंपुट प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग किया । "

एक साल के प्रयास से तिब्बती भाषी दूर संचार व्यवस्था 2005 के अंत में औपचारिक रूप से अमल में लायी गयी । श्री निमात्वुनजु ने कहा कि तिब्बती भाषी मोबाइल फोन में चीनी हान और अंग्रेजी भाषी संचालन प्रणाली भी शामिल है, लोग अपनी सुविधा के लिए इंपुट का तरीका बदल सकते हैं। तिब्बती भाषा का मोबाइल फोन तिब्बती किसानों और चरवाहों में बहुत लोकप्रिय है। वतर्मान में तीस हजार से ज्यादा तिब्बती लोग इस का प्रयोग करते हैं। ताजी काऊंटी के बांगत्वी गांव के गांववासी कमेटी सचिव निमात्वनजु ने कहा कि उन के गांव के सभी चार सौ परिवारों में इस प्रकार के मोबाइल फोन उपलब्ध है। इस का प्रयोग बहुत आसान है। उन्हों ने कहाः

"पहले भी हम मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते थे, पर यदि कोई हान भाषा नहीं जानता, तो वह उस में अनेक फंक्शन का प्रयोग नहीं जानता । अब इस मोबाइल में तिब्बती भाषा में एसएमएस, तेलीफोन, नामपता की सूची और गेम्स आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है। मेरा पिता जी 76 साल के हो गया है, वह भी इस मोबाइल फोन का प्रयोग जानते है। जब वह किसी के साथ तेलीफोन करना चाहते हैं, तो वे खुद मोबाइल में नम्बर तलाश करते हैं, तेलीफोन करते हैं और हम से नहीं पूछते।"

तिब्बती भाषी मोबाइल फोन के विकास से व्यापक तिब्बती लोगों को संपर्क की बड़ी सुविधा मिली, जिस से तिब्बती भाषा का विकास भी सूचना युग में प्रविष्ट हो गया । तिब्बती भाषी मोबाइल फोन में तिब्बती भाषा का इंपुट तरीका बिलकुल 1997 में मान्यता प्राप्त तिब्बती भाषा के अन्तरराष्ट्रीय मानदंड पर आधारित है । तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के अनुवाद संपादन ब्यूरो के प्रधान, तिब्बती भाषा कार्य कमेटी के कार्यालय के प्रभारी श्री छ्येवांगपांगच्यु ने जानकारी देते हुए कहा कि वर्ष 1993 में चीन ने तिब्बती भाषा कोड के अन्तरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय मानदंड बनाना शुरू किया, तिब्बती भाषा, कम्प्युटर, सूचना तकनीक मापदंड विशेषज्ञों के समान प्रयासों से अन्तरराष्ट्रीय मानदंड संगठन द्वारा कड़ाई से जांच परख

और मतदान किये जाने के बाद यह मानदंड 1997 में पारित किया गया है। तिब्बती भाषा ऐसी प्रथम चीनी अल्पसंख्यक जाति की भाषा बनी है, जिसे अन्तरराष्ट्रीय मानदंड प्राप्त हुआ है। तिब्बती भाषा का सूचनाकरण चीन की अल्पसंख्यक जातियों की भाषाओं में अग्रसर रहा है। उन्हों ने कहाः

"तिब्बती भाषा बहुत प्राचीन भाषा है, प्राचीन भाषा के आधुनिक सामाजिक जीवन में प्रवेश के लिए उसे सुव्यवस्थित, मानकृत और सूचनाकृत बनाने की आवश्यकता है। यह तिब्बती भाषा के भावी विकास की दिशा भी है। 1997 में तिब्बती भाषा का अन्तरराष्ट्रीय कोड को मान्यता प्राप्त हुई, यह देश का अपना बौद्धिक संपदा अधिकार प्राप्त काम है। इस का अर्थ है कि वैश्विक सूचना एक्सप्रेस वे पर तिब्बती भाषा को पास पत्र मिला है।" (चंद्रिमा)