चीन के छिंग हाई जातीय कॉलिज के प्रधान हो फोन ने हाल में चीन सरकार द्वारा जारी तिब्बत के लोकतांत्रिक सुधार के 50 साल नामक श्वेत पत्र की चर्चा करते हुए कहा कि इधर के 50 सालों में तिब्बती जातिबहुल इलाकों में तिब्बती जाति की संस्कृति का विरासत में कारगर रूप से ग्रहण किया गया है। तिब्बती जाति की संस्कृति लुप्त होने वाली तथाकथित दलील कोई आधार नहीं है।
चीन का छिंग हाई प्रांत, तिब्बत को छोड़कर चीन का बड़ा तिब्बती जातिबहुल इलाका है। हो फोन ने कहा कि प्राईमरी स्कूल से विश्वविद्यालय तक देश ने हमेशा सिलसिलेवार उदार नीतियां अपनाकर तिब्बत जातीय छात्रों के शिक्षा अधिकार को सुनिश्चित किया है।
हो फोन ने कहा कि तिब्बती जातीय वीरगाथा《राजा गेसर》की रक्षा करने के लिए छ्यिन हाई जातीय कॉलिज ने एक विशेष राजा गेसर अनुसंधान संस्था की स्थापना की है।
तथ्यों से जाहिर है कि तिब्बती जाति की संस्कृति लुप्त होने के बजाये अब वह चीनी व वैश्विक सांस्कृतिक निधि में एक चमकदार मोती बन गयी है। (होवेइ)