2009-03-02 16:38:17

चीन तिब्बती जाति की संस्कृति का संरक्षण व विकास करता है

चीन सरकार ने दो तारीख को《तिब्बत में जनवादी सुधार के पचास वर्ष》 शीर्षक श्वेत पत्र जारी किया, जिस में कहा गया कि चीन सरकार ने शक्तिशाली कदम उठाकर तिब्बती भाषा की पढ़ाई, प्रयोग व विकास को आगे बढ़ाया, जिस से तिब्बती जाति का परम्परगातक सांस्कृतिक धरोहरों का गारकर संरक्षण व विकास प्राप्त हुआ ।

श्वेत पत्र में जानकारी दी गई कि तिब्बत में तिब्बती भाषा व हान भाषा का समान महत्व तथा तिब्बती भाषा की प्रधानता वाली नीति अपनायी जाती है । हर रोज़ करीब 18 घंटे वाले तिब्बती भाषा रेडियो प्रोग्राम प्रसारित किया जाता है , तिब्बती भाषा वाले उपग्रह टी.वी. प्रोग्राम 24 घंटे में प्रसारित किया जाता है और तिब्बती भाषा वाली पत्र-पत्रिकाओं की संख्या 24 हैं । तिब्बती भाषा के कंप्युटर कोड अंतरराष्ट्रीय मापदंड की मान्यता हासिल हुई , तिब्बती भाषा ऐसी प्रथम चीनी अल्पसंख्यक जाति की भाषआ बनी है, दजिसे अंतरराष्ट्रीय मापदंड प्राप्त हुआ है ।

चीन ने《चीनी ऑपेरा का तिब्बती अंग》,《चीनी लोकगीत का तिब्बती अंग》तथा《चीनी संगीत वाद्ययंत्र का तिब्बती अंग》आदि दस से ज्यादा किताबें प्रकाशिक कीं । तिब्बत के महाकाव्य《राजा कैसर》की तीन सौ से अधिक प्रतियों का संग्रहण किया गया, जिन में 62 प्रतियों को तिब्बती भाषा में और 20 हान भाषा में प्रकाशित हुआ, और अनेक प्रतियों को अंग्रेज़ी, जापानी और फ्रांसीसी भाषाओं तक अनुवादित किया गया ।(श्याओ थांग)