2009-02-26 11:13:38

चीनी खरीददारी मंडल जर्मनी यात्रा पर

चीनी वाणिज्य मंत्री श्री छन त्ह मिंग के नेतृत्व में चीनी व्यापार व पूंजी संवर्द्धन मंडल ने 25 फरवरी को जर्मनी की यात्रा के दौरान जर्मन उपक्रमों के साथ बड़ा खरीददारी अनुबंध या सहयोग समझौता संपन्न किया । इस का वर्तमान वित्तीय संकट की स्थिति में दोनों पक्षों के बीच व्यापार के मुक्तिकरण को बढाने , एक दूसरे के बाजारों को खोलने , व्यापार संरक्षणवाद का विरोध करने और चीनी व यूरोपीय अर्थव्यवस्थाओं को शीघ्र ही संकट से छुटकारा दिलाने के लिये भारी महत्व है । 

चीनी व्यापार व पूंजी संवर्द्धन मंडल गत माह में चीनी प्रधान मंत्री वन चा पाओ की यूरोप यात्रा के दौरान यूरोप के साथ संपन्न खरीददारी समझौते को मूर्त रुप देने के लिये यूरोप की यात्रा पर गया है । इस व्यापार व पूंजी संवर्द्धन मंडल में मशीनरी निर्माण , इलेक्ट्रोनिक , वाहन , मोबाइल संचार और संबंधित हाई टेक व सेवा व्यापार के क्षेत्रों से जुड़े सौ से अधिक चीनी कारोबार शामिल हैं । चीनी वाणिज्य मंत्री छन त्ह मिंग ने इस का परिचय देते हुए कहा चीनी खरीददारी मंडल के यूरोप यात्रा के कई महत्व हैं । सर्वप्रथम इस से जाहिर है कि हम खुलेपन से व्यापार करने और संरक्षणवाद का विरोध करने पर डटे हुए हैं । दूसरी तरफ हमारे लिये यह जरूरी है कि इस मौके का फायदा उठाकर ढांचे को व्यवस्थित कर विकास के तौर तरीके को सुधारा जाये और आवश्यक तकनीकों , साज सामानों और सेवाओं का आयात किया जाये । इसी प्रकार लोगों के विश्वास की उन्नति को अपने ढांचे के सुधार के साथ ठीक से जोड़ा जायेगा ।

36 चीनी उपक्रमों ने बर्लिन में जर्मनी के साथ जो दस अरब अमरीकी डालर मूल्य वाले खरीददारी अनुबंध या सहयोग समझौते संपन्न किये हैं , उन में मुख्यतः मशीन निर्माण , इलेक्ट्रोनिक , वाहन , टेक्सटाइल वस्तुएं , दवादारु , कागज निर्माण और सेवा आदि क्षेत्र शामिल हैं । श्री छन त्ह मिंग ने कहा कि इस से चीन सरकार का यह स्पष्ट रुख पूर्ण रूप से जाहिर हो गया है कि चीन सरकार वर्तमान वित्तीय संकट की कठिन स्थिति में ठोस कार्यवाही से व्यापार संरक्षणवाद का विरोध करने और यूरोप के साथ संकट का मुकाबला करने पर कायम है ।

चीन सरकार की खेलेपन धारणा और संकट के मुकाबले में सकारात्मक जिम्मेदाराना रवैये को जर्मन आर्थिक जगत की ओर से खूब दाद मिली है । जर्मन आर्थिक व तकनीक मंत्री गुट्टेंबर्ग ने कहा कि चीनी बाजार काफी हद तक खुल गया है , चीनी खरीददारी चीनी यूरोपीय द्विपक्षीय आर्थिक व्यापार व सहयोग बढाने और समान रूप से वर्तमान वित्तीय संकट का सामना करने के लिये फायदेमंद है । 

हालांकि चीन व जर्मनी दोनों देशों की सरकारों ने वित्तीय संकट का सामना करने में तेजी से प्रबल कदम उठाये हैं , पर केवल किसी एक देश की आर्थिक प्रोत्साहित योजना मंदी में पड़े विश्व बाजार की मांग को बढाने में असमर्थ है । इसलिये जर्मनी चीनी द्विपक्षीय आर्थिक व व्यापारिक आवाजाही को बढावा देने का भारी महत्व है । ऐसे कठिन दौर में चीनी खरीददारी मंडल ने विश्चास व सकारात्मक सिगनल पहुंचा दिया है । जबकि संरक्षणवाद वित्तीय संकट का सरासर गलत जवाब ही है । इसीलिये दोनों देश विश्व व्यापार संगठन की दोहा राऊंट वार्ता को समान रुप से गति देने को संकल्पबद्ध हैं , ताकि नीति के निर्धारण और आर्थिक योजना के कार्यांवयन में संरक्षणवाद रुझान की रोकथाम की जा सके ।

चीन सरकार वर्तमान में वित्तीय संकट के मुकाबले के लिये घरेलू मांग को विस्तृत करने में लगी हुई है । वाहन , लौहा इस्पात , इलेक्ट्रोनिक सूचना , हल्के उद्योग और रासायनिक उद्योग से जुड़ी चीनी प्रोत्साहित योजनाओं से चीनी व जर्मन कारोबारों के लिये संबंधित क्षेत्रों में सहयोग की विशाल संभावनाएं प्रदान की गयी हैं । चीनी उत्तर वाहन लिमिटेड कम्पनी के अधिकारी श्री छाओ क्वो पिंग का विचार है कि खरीददारी दोनों देशों के कारोबारों के लिये समान जीत ला देगी ।

जर्मनी का बढ़िया प्रोसेसिंग साजसामान चीनी तेज गति वाली रेल सेवा को सुनिश्चित बनाने में सक्षम है । इस बार जर्मनी में आकर जर्मन कम्पनी के साथ दीर्घलालिक सहयोग बढाने का एक अच्छा मौका है ।

पता चला है कि चीनी व्यापार व पूंजी संवर्द्धन मंडल स्वीटजरलैंड , स्पेन और ब्रिटेन जाकर संबंधित मामलों पर विचार विमर्श भी करेगा ।