प्रिय दोस्तों को हमारा प्यार भरा नमस्कार । जैसा कि आप को मालूम है कि कुछ दिन पहले चीनी लोग अपने सब से महत्वपूर्ण वसंत त्यौहार की खुशियों में मस्त हुए। फिर चीनी परम्परागत दिपोत्सव की खुशियां इसी त्यौहार को बुलंदी पर पहुंचा देता है । चीनी पंचांग के अनुसार प्रथम माह की 15 तारीख को यानी नव वर्ष के 15 वें दिन इसी दीपोत्सव मनाया जाता है । चीनी परम्परा के अनुसार दिपोत्सव मनाने के बाद चीनी नव वर्ष की खुशियां समाप्त हो जाती हैं । दिपोत्सव को मिलन दिवस भी कहा जाता है , मौके पर परिवार के सभी सदस्य व मित्र इकट्ठे होकर य्वान श्याओ , जिस का आकार प्रकार रसकुल्ला मालूम पड़ता है खाते हैं , रंगीन लालटेन जलाते हैं और पहलियां बुझाने तथा अन्य विविधतापूर्ण रंगारंग मनोरंजक गतिविधियां भी चलाते हैं । चालू वर्ष के दीपोत्सव के उपलक्ष में 600 साल से अधिक पुरानी सुप्रसिद्ध वाणिज्य सड़क छ्येनमन पर फिर इसी त्यौहार का उल्लासपूर्ण माहौल देखने को मिलता है। आज के इस चीन के भ्रमण कार्यक्रम हम आप को इसी हर्षोल्लासपूर्ण वातावरण को महसूस करने के लिये छ्येन मन सड़क पर घूमने ले चलते हैं।
छ्येन मन सड़क पेइचिंग शहर की सब से पुरानी सड़कों में से एक है , जिस की कुल लम्बाई 840 मीटर से अधिक है और आसपास सैकड़ों छोटी बड़ी दुकानें खड़ी हुई नजर आती हैं । पिछले सैकड़ों वर्षों में छ्येन मन सड़क पर पेइचिंग क्षेत्र की परम्परागत वास्तु निर्माण शैलियां हू ब हू बनाये रखे हुए हैं । आज तक भी वह पेइचिंग शहर की प्रतीकात्मक सड़कों व चीन के सब से रौनकदार वाणिज्य क्षेत्रों में से एक मानी जाती है । गाढ़ा सांस्कृतिक माहौल साल भर में बड़ी तादाद में देशी विदेशी पर्यटकों को लुभा लेता है । छ्येन मन सड़क की प्रबंधन कमेटी की सदस्य श्री ली पो ने इस का परिचय देते हुए कहा कि
छ्येन मन सड़क मशहूर चंग यांग गेट के दक्षिण में अवस्थित है यानी वह पुराने शाही प्रासाद से अत्यंत नजदीक है । पुराने जमाने में जब कोई भी राजा घूमने या पूर्वजों की पूजा करने बाहर जाता था , तो वह जरूर ही इसी सकड़ से गुजरता था , इसीलिये वह आकाश सड़क के नाम से नामी भी है । छ्येन मन सड़क की स्थापना 16 वीं व 17 वीं शताब्दियों से हुई , मिंग राजवंश के बाद यह सड़क फलती फूलती दिखायी देने लगी , फिर छिंग राजवंश तक उस का विकास अपनी बुलंदी पर पहुंच गया । तब से लेकर आज तक यहां पर रौनकदार वातावरण बराबर व्याप्त रहा है , आम लोग यहां पर अकसर सौदा करने , जश्न मनाने और रैलियां करने जैसी गतिविधियां चलाते आये हैं । परिणामस्वरुप इस सड़क के दोनों किनारों पर उत्तरोत्तर अधिक दुकानें खड़ी की गयी हैं और चहल पहल भी दिखाई देने लगी है.
गत सदी के बीस तीस वाले दशकों में पश्चिमी संस्कृति का प्रचार प्रसार चीन में आने के चलते छ्येन मन सड़क की वास्तु निर्माण शैलियों पर पश्चिमी वास्तु शैली की झलक मिसती है , अब इस सड़क की दोनों ओर यूरोपीय वास्तु शैली से युक्त इमारतें व घंटा भवन खड़े हुए हैं । श्री ली पो ने परिचय देते हुए कहा कि तत्कालीन वास्तु शैलियों को बनाये रखने के लिये सांस्कृतिक अवशेष संरक्षण विभाग ने इस पुरानी सड़क की मरम्मत की । उन्हों ने कहा कि
2002 वर्ष से हम ने छ्येन मन सड़क के सांस्कृतिक व वाणिज्य मूल्य की अभिव्यक्ति के लिये विशेष तौर पर दसियों विशेषज्ञों को आमंत्रित कर दिया और छ्येन मन सड़क को पिछली शताब्दी के बीस व तीस वाले दशकों की मूल सूरत का रुप धारण बहाल करने का फैसला किया । अभी आप ने इस सड़क के जो जितने भी ज्यादा भू दृश्य देखे हैं , वे सब के सब छ्येन मन सड़क के पुराने तस्वीरों व तत्कालीन शैलियों के आधार पर पुनर्निर्मित हुए हैं । इसलिये आज यदि आप छ्येन मन सड़क पर खड़े होकर चारों तरफ नजर दौड़ाए , तो आप को दसियों साल यहां तक की सौ सालों से पहले के नजर नजारे का आभास होता है ।