2009-02-25 14:26:44

अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट के बीच यूनिवर्सियाड चल रहा है

अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट के बीच उत्तर पूर्वी चीन के हे लोंग च्यांग प्रांत की राजधानी हारपिन में 24वां विश्व विद्यार्थी खेल समारोह या युनिवर्सियाड पिछले शनिवार को उद्घाटित हुआ । क्या इस वित्तीय संकट का चालू साल के युनिवर्सियाड पर कुछ प्रभाव पडा है और इस के आयोजन का हारपिन पर क्या सकारात्मक असर पडेगा । इन सवालों को लेकर हमारे संवाददाता ने हारपिन में कुछ व्यक्तियों के साथ साक्षात्कार किया ।

अलेक्स लाक्रोइक्स इस युनिवर्सियाड में भाग ले रहे कनाडा के स्केटिंग खिलाडी हैं ।अपने अनुभव की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा विश्व कप जैसी चोटी के स्तर वाली प्रतियोगिताओं की तरह ,हर मैच देखने के लिए बहुत दर्शक आए हैं । बडी अच्छी बात है ।इस के अलावा हारपिन के आयोजन का काम बहुत अच्छा है ।हर व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कराहट देखने को मिलती है ।हर व्यक्ति हमारी मदद के लिए तैयार है ।यह अनुभव बढिया है ।

अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय खेल संघ के अध्यक्ष जोर्ज किलियन ने भी आयोजन समिति का उच्च मूल्यांकन किया । उन्होंने कहा ,मैं हारपिन के आयोजन के काम से बहुत संतुष्ट हूं । हम यहां अनेक बार आये हैं । उन्होंने जो वायदा किये थे ,वे सभी पूरे किए हैं ।इसलिए उन के आयोजन के काम में कोई कसर नहीं रही है। मुझे विश्वास है कि हारपिन यूनिवर्सियाड पूरी तरह सफल होगा ।

पिछले चार साल में हेइ लोंग च्यांग प्रांत ने यूनिवर्सियाड की तैयारी में 3 अरब य्वान से अधिक पूंजी लगायी है।अप्रत्याशित वैश्विक वित्तीय संकट के बीच क्या आयोजकों को दबाव महसूस हुआ है ।इस के जवाब देते हुए हेइ लोंग च्यांग प्रांत के गवर्नर ली चैन शू ने कहा कि उन्होंने कोई दवाब महसूस नहीं किया ।उन्होंने कहा ,वित्तीय संकट से हे लोंग च्यांग के आर्थिक विकास पर कछ हद तक कुप्रभाव पडा है और यह प्रभाव गहरा होने की संभावना है । पर मुझे लगता है कि वित्तीय संकट ने इस यूनिवर्सियाड की तैयारी व आयोजन पर कोई प्रभाव नहीं डाला है। क्योंकि हम ने चार साल पहले ही यूनिवर्सियाड की तैयारी शुरू कर दी थी ।जब वित्तीय संकट पैदा हुआ ,तो हमारी तैयारियां खासकर ढांचागत संस्थापनों का निर्माण पूरा हो चुका था ।मेरी चिंता यह थी कि आर्थिक संकट से शायद कुछ देशों के खिलाडी यहां न आएं या आने वाले खिलाडियों की संख्या पूर्वयोजना से कुछ कम न हो । कुछ देशों व क्षेत्रों के प्रतिनिधि मंडलों का पहले शायद चीन में दस दिन ठहरने का कार्यक्रम था ,अब वे यहां शायद कम समय ठहरेंगे ।

गवर्नर ली चैन शू की चिंता निराधार नहीं है ।वर्तमान स्थिति के अनुसार सचमुच कुछ प्रतिनिधि मंडलों ने आर्थिक कठिनाई से या तो प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया या प्रतिनिधि मंडल का पैमाना छोटा कर दिया ।पर आयोजन समिति का कहना है कि ऐसी स्थिति बहुत कम है ।क्योंकि अधिकांश प्रतिनिधि मंडल अंतरराष्ट्रीय प्रभाव संपन्न इस बडे खेल समारोह में भाग लेने से चूकना नहीं चाहते।इस युनिवर्सियाड में चालीस से अधिक देशों व क्षेत्रों ने अपने प्रतिनिधि मंडल भेजे हैं । खिलाडियों ,प्रशिक्षकों और अधिकारियों की संख्या 2500 से ज्यादा है ,जो यूनिवर्सियाड के इतिहास में सब से बडी है ।

इस के अलावा यूनिवर्सियाड के आयोजक किफायत से खेल समारोह के आयोजन का विचार अमल में लाए हैं।इस यूनिवर्सियाड की तैयारी के लिए आयोजकों ने सिर्फ हारपिन इंजीनियर विश्वविद्यालय और हारपिन खेल कालेज में दो नये स्टेडियमों का निर्माण किया ।बाकी स्टेडियम सभी पुराने हैं ।पर उन का जीर्णोद्धार किया गया है ।अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय खेल संघ ने सुधारे गए स्टेडियमों का उच्च मूल्यांकन किया । इस कार्यवाही से न सिर्फ प्रतियोगिताओं की मांग पूरी की गयी ,बल्कि निवेश भी कम हुआ है।

खेल अर्थतंत्र से जुडता है । गवर्नर ली चैन शू के विचार में यूनिवर्सियाड के आयोजन से जन जीवन के सुधार ,आंतरिक मांग के विस्तार व रोज़गार के सृजन को बढावा मिलेगा ।

सूत्रों के अनुसार यूनिवर्सियाड के आयोजन से हारपिन की जनजीवन से जुडी परियोजनाओं के निर्माँण को बढावा मिला है । उदाहरण के लिए यूनिवर्सियाड की अगवानी के लिए हारपिन म्युनिसिपल सरकार ने कुछ मार्गों को चौडा किया है या पुराने शहर को संवारा है ।हवा की गुणवत्ता सुधारने के लिए हारपिन में सर्दी में एकल हीटिंग व्यवस्था स्थापित की गई है ।सिलसिलेवार ब्आएलर और चिमनी हटायी गयीं हैं।

इतिहास से पता चलता है कि संकट में मौके भी निहित होते हैं ।वित्तीय संकट के बीच हो रहा यूनिवर्सियाड स्थानीय आर्थिक व सामाजिक विकास के लिए शायद एक मौका भी है ।गवर्नर ली चैन शू ने बताया ,यूनिवर्सियाड के आयोजन से हे लोंग च्यांग के शीतकालीन खेल से केंद्रित पर्यटन कार्य को बढावा मिला है ।पर्यटन उद्योग के विकास से रोज़गार के ज्यादा मौके पैदा हुए हैं ,यातायात व परिवहन को प्रेरणा मिली है और सामाजिक उपभोग भी बढा है ।हमें महसूस हुआ है कि यूनिवर्सियाड की तैयारी से आंतरिक मांग प्रोत्साहित हुई है ।इस दृष्टि से देखा जाए तो यूनिवर्सियाड के आयोजन से वित्तीय संकट का मुकाबला करने में मदद मिली है ।