चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता श्री मा चाओ श्वू ने 24 तारीख को पेइचिंग में आयोजित एक नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मानवतावादी झंडा उठाकर चीनी जनता के बुनियादी सांस्कृतिक हितों व अधिकारों का अतिक्रमण करना बेतुकी बात है।
यह बात श्री मा चाओ श्वू ने कुछ विदेशी व्यक्तियों द्वारा सांस्कृतिक धरोहरों को वापस देने के बहाने से चीन सरकार को मानवाधिकार का सुधार करने की धमकी देने की हरकत का जवाब देते समय कही। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण करना और सांस्कृतिक धरोहरों के स्वामी देश को वापस देना उस देश की जनता का बुनियादी अपरिहार्य सांस्कृतिक अधिकार है। चीन सरकार चीन से गैर कानूनी रुप से हथियाए गए सांस्कृतिक धरोहरों को विदेशों से वापस मांगने के कार्य को बड़ा महत्व देती है । चीन ने संबंधित अंतरराष्ट्रीय संधि में भाग लिया है ,अनेक देशों के साथ संबंधित द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किया है और सक्रिय रुप से अंतरराष्ट्रीय सहयोग में भी भाग लिया है। चीन ने सफलतापूर्वक अनेक देशों से अपनी सांस्कृतिक धरोहरों को वापस ले लिया है।
श्री मा ने यह भी कहा कि चीनी युन मिंग युन पार्क के सांस्कृतिक धरोहरों का नीलाम करने की कार्यवाई संबंधित अंतरराष्ट्रीय संधि की बुनियादी भावना का उल्लंघन करती है और चीनी जनता के सांस्कृतिक हितों व राष्ट्रीय भावना को गंभीर रुप से नुकसान पहुंचाएगी। आशा है कि संबंधित पक्ष चीनी जनता की न्यायपूर्ण मांग का सम्मान कर सकेंगे व इसे समझ सकेंगे। (श्याओयांग)