2009-02-23 16:48:03

शी एन की ह्वेईमीन सड़क में रहने वाले लोग

पश्चिमी चीन के शान शी प्रांत की राजधानी शी एन एथेंस, रोम और काहिरा के साथ विश्व की चार सभ्यताओं वाली पुरानी राजधानी है। चीन के इतिहास में सब से समृद्ध च्यो, छीन, हान और थांग राजवंशों की राजधानी इसी स्थल में स्थित थी। शी एन चीनी सभ्यता के महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है। मशहूर रेशमी मार्ग का उद्गगम स्थल होने के नाते, शी एन देश-विदेश की संस्कृति के साथ आवाजाही व विभिन्न जातियों के एक साथ रहने का स्थल भी है, इसलिए, शी एन की संस्कृति की विविधतापूर्ण विशेषताएं हैं। अब हम आप लोगों को शी एन शहर के केंद्र स्थित पेईय्वानमन ह्वेई जाति की रीति रिवाज़ की सड़क पर ले चलेंगे

यह एक रेस्तरां बहुल सड़क है, जिस में अनेक ह्वेई जाति के रेस्तरां स्थित हैं। सड़क के दोनों किनारों पर दुकानें पुराने समय की इमारतों की तरह दिखायी देती हैं, जिसे पर्यटक बहुत पसंद करते हैं। हर रात , पूरी सड़क रोशनी से जगमगा उठती है। देश विदेश से आये अनेक लोग यहां इकट्ठे आकर खाना खाते हैं।

इस सड़क का नाम है ह्वेई मीन सड़क, इस की लम्बाई 500 मीटर है और चौड़ाई 10 मीटर से अधिक। सड़क पर छोटी बड़ी दसियों विभिन्न मस्जिदें खड़ी हैं। यह उत्तर पश्चिमी चीन में सब से ज्यादा मस्जिद वाली सड़क है। लगभग 20 हजार मुस्लिम यहां रहते हैं और अपनी धार्मिक परम्परा व रीति रिवाज़ों का पालन करते हैं। यहां मिलने वाला ह्वेई जाति का खाना देश विदेश में मशहूर है। यहां सौ वर्ष पुराने रेस्तरां हैं. शी एन में सब से बड़ी मस्जिद ह्वाच्वेईश्यांग मस्जिद है और अनेक पुराने मकान हैं। यह सड़क छिन राजवंश की समाधि, मींग राजवंश की दीवार और छिन राजवंश की धरोहर मिट्टी योद्धाओं और घोड़ों की ही तरह लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन चुकी है।

श्री एन चींग लुंग, जिन की उम्र 61 है, ह्नवेई जाति के एक रिटायर सरकारी अधिकारी हैं। श्री एन का जन्म यहीं हुआ और वे ह्वेई मीन सड़क की सब से पुरानी दुकान तुंग नींग ग के मैनेजर हैं। पिछले बीस वर्षों में इस सड़क में हुए परिवर्तन की चर्चा करते हुए श्री एन चींग लुंग ने कहा, इस सड़क पर भारी परिवर्तन हुए हैं। पहले इस सड़क पर कोई दुकान नहीं थीं, सब लोग घर के बाहर चीज़ें बेचते थे। रुपांतरण व खुलेपन की नीति लागू होने से पहले, हम सब बहुत गरीब थे। उस समय हमारा देश भी गरीब था। बाद में लोगों ने कुछ पैसे कमाये। 1986 में हमारे यहां के च्या जी ल्यांग ने प्रथम दुकान खोली, इस के बाद मैंने तुंग नींग ग दुकान खोली। मेरे एक रिश्तेदार ने भी चिन च्या शाओ छ्येई नामक रेस्तरां खोला। कहा जा सकता है कि ये दुकानें इस सड़क पर सब से पुरानी दुकानें हैं।

प्रिय श्रोताओं, हो सकता है कि आप न समझे हों कि क्यों श्री एन ने इस बात पर जोर दिया कि देश में रुपांतरण व खुलेपन की नीति लागू होने के बाद ही इस सड़क पर लोगों ने व्यापार करना शुरु किया । कारण यह है कि वर्ष 1978 में चीन में रुपांतरण व खुलेपन की नीति लागू होने से पहले चीन में पूरी राजनीतिक आर्थिक व्यवस्था लागू थी। सभी आर्थिक गतिविधियों का सरकार द्वारा प्रबंध किया जाता था। निजी अर्थतंत्र पर पाबंदी थी और निजी व्यक्ति कोई भी व्यापार नहीं कर सकता था। इसलिए, ह्वेई मीन सड़क पर लोग अपने जीवन में हुए भारी परिवर्तन की चर्चा करते समय अवश्य ही रुपांतरण व खुलेपन की बात करते हैं। चूंकि रुपांतरण व खुलेपन की नीति के बिना उन का जीवन न बदलता।

च्या जी ल्यां ह्वेई मीन सड़क पर मशहूर फींग वा दुकान के मालिक हैं। वे एक गरीब आदमी से लखपति बन गये। उन की कहानी भी इस सड़क और शी एन की ही तरह बहुत अनोखी है।

इस लेख का दूसरा भाग अगली बार प्रस्तुत होगा, कृप्या इसे पढ़े।(श्याओयांग)