2009-02-23 11:36:30

श्रीलंकाई परिस्थिति कड़ी परीक्षा में

दोस्तो , 26 वर्षों तक जारी रहा श्रीलंकाई गृह युद्ध वर्तमान में कुंजीभूत दौर में प्रविष्ट हो गया है । श्रीलंकाई फौजी प्रवक्ता ने 22 फरवरी को राजधानी कोलम्बो में यह घोषित किया है कि सरकारी सेना ने लिट्टे की बची खुची सशस्त्र शक्तियों को एक संकरे घेरे में डाल दिया है , युद्ध समाप्त होने वाला है । वर्तमान में श्रीलंकाई सेना उत्तरी जुझारु क्षेत्र में मानवीय राहत सवाल के समाधान की कोशिश कर रही है , कुछ युद्ध ग्रस्त निवासी मुल्लाटिवू व वावुनिया से सुरक्षित स्थल में स्थानांतरित हो गये हैं । पर लिट्टे ने अपनी रणनीति में हेर फेर किया है , इसलिये श्रीलंका की भावी अंदरुनी परिस्थिति को फिर भी कड़ी परीक्षा का सामना करना पड़ेगा ।

रिपोर्ट के अनुसार चालू वर्ष जनवरी में श्रीलंकाई सरकारी सेना द्वारा लिट्टे के खिलाफ चलाये जाने वाले नये फौजी अभियान में उल्लेखनीय विजय प्राप्त हो चुकी है , लिट्टे का अधिकृत क्षेत्र 98 प्रतिशत तक सिकुड़ गया है , सरकारी सेना ने लिट्टे की अधिकतर छावनियों को तबाह कर दिया , लम्बे अर्से में लिट्टे के कब्जे में पड़े अहम कस्बे किलिनोच्ची को फिर एक बार अपने काबू में पा लिया है , साथ ही लिट्टे की तमान शक्तियों को पूरी तरह नष्ट करने की कसम भी खायी।

अभी लिट्टे सरकारी सेना के साथ आमने सामने मुकाबला करने में असमर्थ हो गया है । श्रीलंकाई राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने 21 फरवरी को कहा कि कुछ बंदूकधारी सशस्त्र शक्तियों ने राजधानी कोलम्बो के पूर्व से 280 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक गांव में घूसकर सिंहली गांव वासियों पर अंधाधुंध गोलियां चलायीं , जिस से 21 गांव वासी मारे गये और अन्य बहुत से गांववासी घायल हुए , जिन में बाल बच्चे भी शामिल हैं । श्रीलंका सरकार ने कहा कि लिट्टे ने एक आतंकवादी वारदात खडी कर दी है । इस के पूर्व दिन यानी 20 फरवरी की रात को लिट्टे के दो विमानों ने राजधानी कोलम्बो पर आत्मघाती हवाई हमले किये , जिस से कम से कम 2 व्यक्ति मर गये और अन्य 50 से ज्याधा घायल हुए । श्रीलंकाई सेना ने कहा कि हवाई हमले करने वाले दो विमानों में से एक मार गिराया गया और अन्य एक विमान नियंत्रण खोकर श्रीलंकाई कराधान इमारत के पास गिर पड़ा । पर लिट्टे ने 21 फरवरी को घोषित किया कि इस आत्मघाती हवाई हमलों का निशाना कोलम्बो के केंद्र में स्थित वायु सेना का मुख्यालय और उत्तर शहरी क्षेत्र से 35 किलोमीटर दूर वायु सैनिक अड्डा ही है , हवाई हमले सफल हुए हैं । श्रीलंकाई वायु सैनिक प्रवक्ता ने कबूल किया है कि उसी रात को सचमुच हवाई हमले हुए हैं , लेकिन विमान निशाने को मारने से पहले ही श्रीलंकाई वायु भेदी टुकड़ियों ने मार गिरा दिये हैं , लिट्टे कोई रणनीतिक लक्ष्य ठीन नहीं बैठ पाया ।

विश्लेषकों का मानना है कि उक्त वारदातों से साबित हो गया है कि लिट्टे ने सरकारी सेना के साथ आमने सामने दुश्मनी रखने की अपनी रणनीतिक छोड़ कर छामामार युद्ध और आतंकवादी प्रहार करने की नयी रणनीति अपनायी है । आइंदे श्रीलंका के विभिन्न क्षेत्रों में आतंकवादी घटनाएं घटित होने से श्रीलंका की भावी परिस्थिति और अधिक अस्थिर होगी ।

20 फरवरी को कोलम्बो में हुए आत्मघाती हवाई हमलों के बाद भारत ने वर्तमान गम्भीर श्रीलंकाई परिस्थित पर अपनी चिन्ता जतायी और मुठभेड़ ग्रस्त दोनों पक्षों से शांति वार्ता के जरिये जातीय मुठभेड़ों को दूर करने की अपील की । भारतीय विदेश मंत्री श्री मुखर्जी ने 21 फरवरी को कहा कि कोलम्बो में हुए हवाई हमलों व हमलों विरोधी वारदात से जाहिर हो गया है कि श्रीलंका सरकार को राजनीतिक तौर तरीके से लिट्टे सवाल का समाधान करना होगा , फौजी प्रहार से सवाल का समाधान नहीं किया जा सकता । उन्हों ने बल देते हुए कहा कि राजनीतिक तौर तरीका मौजूदा सवाल का समाधान करने का एक मात्र तरीका है । पता चला है कि इस माह की 26 तारीख को श्री मुखर्जी श्रीलंका की यात्रा पर जार रहे हैं और वहां पर श्रीलंका के राष्ट्रपति राजापाक्से से भेंट करेंगे । श्री मुखर्जी 27 से 28 फरवरी तक कोलम्बो में होने वाले सार्क के विदेश मंत्री सम्मेलन में भाग लेंगे और श्रीलंकाई अंदरूनी परिस्थिति पर भारतीय रुख दोहराएंगे ।

उत्तर श्रीलंका में गृह युद्ध से गम्भीर मानवीय संकट पैदा हो गया है , वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र संघ जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों व कुछ देशों ने श्रीलंका सरकार से फौजी कार्यवाहियों को बंद कर शांतिपूर्ण ढंग से अंदरुनी मामलों का समाधान करने की अपील की ।