2009-02-22 17:55:57

तिब्बत में लोकतांत्रिक रुपांतरण की नीति के लागू होने के बाद पिछले 50 वर्षों में भारी उपलब्धियां मिलीं

वर्ष 2009 तक तिब्बत में लोकतांत्रिक रुपांतरण की नीति लागू हुए 50 वर्ष हो चुके हैं। एक आर्थिक विकास , जातीय एकता और खुशहाल जीवन वाला नया तिब्बत लोगों के सामने उभर कर आया है।

पुराने तिब्बत में भूदासों की आबादी 90 प्रतिशत से भी ज्यादा थी, लेकिन उन की कोई व्यक्तिगत स्वतंत्रता नहीं थी और मनमानी रुप से मालिकों द्वारा बेचे जाते थे। लोकतांत्रिक रुपांतरण की नीति लागू होने के बाद भूदास पुरानी व्यवस्था से मुक्त हो कर देश के स्वामी बन गये हैं। पिछले 50 वर्षों में तिब्बत के अर्थतंत्र व समाज का कायापलट हो गया है। तिब्बत में अर्थतंत्र का तेज़ विकास हुआ, समाज की निरंतर प्रगति हुई और जन जीवन में चतुर्मुखी उन्नति आयी है। वर्ष 2007 में तिब्बत में जी डी पी 34 अरब चीनी य्वान से ज्यादा पहुंचा था, जो वर्ष 1959 की तुलना में 59 गुने अधिक है। छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग के खुलने से तिब्बत के पर्यटन व्यवसाय में जीवंट शक्ति का संचार हुआ है। पर्यटन व्यवसाय तिब्बत का सब से बड़ा स्तंभ वाला उद्योग बन चुका है। लोकतांत्रिक रुपांतरण से पहले किसानों व चरवाहों की कोई आमदनी नहीं थी, जबकि वर्ष 2007 में उन की औसत आमदनी 2788 चीनी य्वान तक पहुंची थी। इतना ही नहीं, तिब्बत में चिकित्सा व स्वास्थ्य की स्थिति में भी भारी सुधार आया है। तिब्बत में प्रति व्यक्ति की औसत आयु 67 साल तक पहुंची, जबकि वर्ष 1951 की शांतिपूर्ण मुक्ति के समय वह केवल 36 साल थी।

पिछले 50 वर्षों में तिब्बत द्वारा प्राप्त उपलब्धियों से साबित हुआ है कि लोकतांत्रिक रुपांतरण ने तिब्बत के विकास के लिए दृढ़ आधार स्थापित किया है। (श्याओयांग)