संकट ने लोगों को अपनी कार्यवाहियों पर नया सिरे से चिन्तन करने को विवश किया, इसलिये आत्म समीक्षा के विषय की पुस्तकें लोकप्रिय होंगी, यह मेरा विचार है। चीनी परंपरागत संस्कृति में ऐसे बहुत से विचार मिलते हैं, जो अपनी वासना पर कैसे नियंत्रण करने और प्रकृति का अंधाधुंध प्रयोग मत करने की शिक्षा देते हैं, ऐसे विषयक पुस्तकों का प्रकाशन लोकप्रिय होगा ।
इधर कुछ वर्षों में चीनी पुस्तक प्रकाशन उद्योग में अनेक विषयों पर निकली पुस्तकें अत्यन्त खूब बिकती हैं। 2006 से 2007 तक टीवी के कार्यक्रम के प्रभाव के कारण परंपरागत सांस्कृतिक विषयों की पुस्तकें चीन में बहुत लोकप्रिय हो गयी। 2008 में चीनी पुस्तक बाजार में सब से लोकप्रिय पुस्तकें स्वास्थ्य व चिकित्सा से जुड़ी हुई हैं।
तो 2009 में किस तरह की पुस्तक लोकप्रिय होंगी? पुस्तक उद्योग जगत ने कहा कि यह मुश्किल से अनुमान किया जा सकता है। लेकिन उन का समान विचार है कि पुस्तक लोगों की पढ़ने की आवश्यकता पूरा करने का काबिला होनी चाहिये और पाठकों को अच्छी सेवा प्रदान की जानी चाहिये।
चीनी पुस्तक ब्यूरो के प्रकाशन विभाग के प्रभारी हू डा छिंग ने कहा कि पुस्तक की गुणवत्ता बाजार में जीत प्राप्त होने का एकमात्र उपाय है। उन्होंने कहाः
अगर पुस्तक की गुणवत्ता अच्छी हो तो वह बाजार में लोकप्रिय होगी। अगर अच्छी नहीं हो, तो लोग उसे नहीं खरीदेंगे।
मेले में उपस्थित ब्रिटिश लेखक टोनी पार्सोन्स ने कहा कि ब्रिटिश प्रकाशन उद्योग के अनुभव से साबित हो गया है कि वित्तीय मंदी के दौरान लोग पुस्तक पढ़ने में ज्यादा उत्सुक होते हैं और अच्छी गुणवत्ता वाली पुस्तकों को लोगों का स्वागत मिलेगा। श्री टोनी ने कहाः
इस समय सचमुच कठिन काल रहा है। ब्रिटेन में बेरोजगार दर में वृद्धि हुई है। लेकिन लोग पुस्तक पढ़ना पसंद करते हैं। बाजार में लोग अक्सर अच्छी रचनाएं और अच्छी पुस्तकों का स्वागत करते हैं। इस पर मैं बहुत आशाप्रद हूं।
जांग सू प्रांत के फिनीक्स प्रकाशन व मीडिया समूह के महानिर्देशक श्री थांग यू चीनी पुस्तक उद्योग के विकास पर भी आशाप्रद हैं। उन के विचार में 2008 में कागज के दाम और लागत बढ़ने के प्रभाव के कारण कुछ प्रकाशन एजेंसियों ने कम मुनाफा कमाया है और 2009 में उन के सामने कठिनाइयां खड़ी होंगी। लेकिन दूरगामी दृष्टि से प्रकाशन उद्योग के विकास का रणनीतिक मौका आ गया है। उन्होंने कहाः
मेरे विचार में रणनीतिक व वैचारिक तैयारी कर चुके उद्यमों के लिये अब एक महत्वपूर्ण मौका है। क्योंकि अतीत में लोगों में सुधार व पुनर्गठन करने का उत्साह कम था। अभी ऐसा करने की बाह्य स्थिति पैदा हुई है।
विश्लेषकों का विचार है कि चीन सरकार ने सांस्कृतिक व सार्वजनिक सेवा व्यवस्था के निर्माण को बढ़ाया है, जिस से प्रकाशन बाजार का विकास हो सकेगा । इस के अलावा चीन सरकार द्वारा विश्वव्यापी स्पर्द्धा शक्ति रखने वाले व प्रभावकारी सांस्कृतिक समूह की स्थापना की जाने से चीनी प्रकाशन उद्योग के विकास में अधिक जीवन शक्ति का संचार होगा । (रूपा)