2009-02-19 16:26:21

चीनी महिला विज्ञानी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने की अपेक्षा कर रही हैं

समाज की प्रगति के चलते, अधिकाधिक महिला विज्ञान तकनीकी कार्यकर्ता अन्तरराष्ट्रीय विज्ञान तकनीक क्षेत्रों में प्रफुल्लिलत हैं। चीन में हरेक तीन विज्ञान तकनीकी कार्यकर्ताओं में एक महिला जरूर होती है। हाल ही में आयोजित चीनी विज्ञान जगत के वार्षिक सम्मेलन , चीनी विज्ञान संघ की वार्षिक बैठक में विशेष तौर से महिला विज्ञानियों के लिए एक उच्च स्तरीय मंच स्थापित की गयी है, जहां महिला विकास व विज्ञान तकनीक अनुसंधान आदि मुददो पर अध्ययन किया जा सकता है। इस कार्यक्रम में हम आप को चीनी विज्ञानियों की स्थिति पर कुछ जानकारी देगें।

माओ च्येन छिंग पेइचिंग उडडयान व अंतरिक्ष यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर हैं, पिछली शताब्दी के 60 वाले दशक में पेइचिंग यूनिविर्सिटी और पेइचिंग उडडयान व अंतरिक्ष यूनिवर्सिटी से स्नातक होने के बाद, उन्होने अपने जीवन को रक्षा विज्ञान तकनीक के सूत्र में बांध दिया, और 1985 में वह नए चीन की पहले जत्थे की महिला डाक्टर डिग्री प्राप्त विज्ञानी रहीं। वर्तमान वह चीनी नियंत्रण सिद्धांत व इंजीनीयरिंग क्षेत्र की मशहूर स्कोलर हैं। उन्होने अपने जीवन में महिला विज्ञानियों व तकनीकी कार्यकर्ताओं के दल समूह का फलता फूलता समय को देखा है। उन्होने कहा नए चीन की स्थापना के बाद चीन द्वारा महिला विज्ञानियों का प्रशिक्षण सामाजिक स्थान से लेकर उसकी संख्या तक पहले की किसी भी समय से अधिक है, विशेषकर चीन के आर्थिक सुधार व खुलेपन के बाद बड़ी संख्या में देश विदेश की चीनी महिला विज्ञानियों व तकनीकी कार्यकर्ताओं की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है।

1984 से अब तक ,सुश्री माओ च्येन छिंग ने अलग अलग तौर से चीनी राष्ट्रीय प्राकृतिक विज्ञान कोष परियोजना व रक्षा आधारभूत अनुसंधान महत्वपूर्ण परियोजना तथा उडडयान कोष आदि 20 से अधिक प्राथमिक विज्ञान अनुसंधान परियोजनाओं को पूरा किया है। इस के अलावा देश विदेश की केन्द्रीय पत्रिकाओं व सभाओं में कुल 150 अनुसंधान निबंध भी प्रकाशित किए हैं, इन में 60 से अधिक अनुसंधान निबंध अन्तरराष्ट्रीय के जाने माने अकादमिक पत्रिकाओं द्वारा सुरक्षित रखे गए हैं। उन्होने अलग अलग तौर से 15 बार ब्रिटेन और अमरीरका आदि देशों में अकादमिक रिपोर्टे भी दी हैं।

सुश्री माओ च्येन छिंग ने कहा कि विज्ञान तकनीकी क्षेत्रों में अनुसंधान उपलब्द्धियां प्राप्त करने के लिए, महिलाओं को आम तौर पर पुरूषों से अधिक कठोर मेहनत करनी पड़ती है। उन्हे परिवार की देख रेख के लिए इम्पीरियल कालेज लंदन में डाक्टर डिग्री का अध्ययन करने के मौके को त्याग देना पड़ा था। लेकिन उनकी असाधारण सफलताओं ने साबित कर दिखाया है कि उडडयान व अंतरिक्ष जैसे उच्च कोटि तकनीकी क्षेत्रों में महिला समान रूप से अपनी माहिरता का प्रदर्शन कर सकती है। उन्होने कहा अपने अनुभवों से मैं कहा सकती हूं कि हालांकि उडडयान व अंतरिक्ष क्षेत्रों का अनुसंधान कार्य एक भारी मानसिक व शारीरिक काम है, लेकिन महिला पुरूष की तरह, पूर्ण रूप से इस किस्म के विज्ञान तकनीकी अनुसंधान कार्य में खरी उतर सकती हैं।

1949 में नए चीन की स्थापना के बाद, सुश्री माओ च्येन छिंग की तरह बड़ी संख्या में देश विदेशों में गौरव प्राप्त महिला विज्ञानियों की संख्या लगातार बढ़ने लगी है। चीन सरकार के आंकड़ो के अनुसार, वर्तमान चीन में कुल विभिन्न किस्मों के महिला विज्ञान तकनीकी कार्यकर्ताओं की संख्या एक करोड़ तक जा पहुंची हैं, जो विज्ञान तकनीकी क्षेत्रों में कार्यरत महिलाओं की कुल संख्या का करीब 37 प्रतिशत बनता है। चीनी विज्ञान अनुसंधान की सबसे ऊंची स्तर वाले चीनी विज्ञान अकादमी व चीनी इंजीनीयरिंग अकादमी में महिला अकादमिशनों की संख्या करीब 70 है. चीन की उच्च स्तरीय महिला विज्ञान तकनीकी प्रतिभाशाली महिला अनुसंधान कार्यकर्ता दल का अनुपात ,यहां तक कि अमरीका, फ्रांस और जर्मनी आदि जैसे विकसित देशों से कहीं ज्यादा ऊंचा है। चीनी विज्ञान तकनीक संघ की पूर्व उपाध्यक्ष सुश्री ल्यो सू ने चीनी महिला विज्ञान तकनीक कार्यकर्ता अनुसंधान रिपोर्ट की अध्यक्षता की थी, उन्होने हमें बताया चीनी महिला विज्ञान तकनीकी कार्यकर्ताओं समूह एक बहुत जवान समूह है, अधिकतर महिलाओं की उम्र 50 साल के नीचे हैं, हमारे देश के उच्च स्तरीय विश्वविद्यालयों में मास्टर डिग्री का अध्ययन कर रहीं महिलाओं की संख्या में तेज गति आ रही है, इस से साबित होता है कि महिला विज्ञान तकनीकी कार्यकर्ताओं की आने वाली नयी पीढ़ी बहुत ही संतोषजनक है।

चीनी महिला विज्ञान तकनीकी कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या में उभरना न केवल उनके खुद के कठोर परिश्रम से घनिष्ठ संबंध रखता है बल्कि चीन के समाज विकास व महिला स्थान में भारी उन्नति होने से भी अलग नहीं किया जा सकता है। चीन में आधारभूत शिक्षा के दौर में हो या उच्च शिक्षालयों की अध्ययन के दौर में, महिला पुरूषों की तरह समानता का अधिकार का उपभोग कर रही हैं, इस ने महिलाओं के विज्ञान तकनीकी अनुसंधान के दरबार में तेजी से कदम बढ़ाने की एक मजबूत नींव तैयार की है। हेनान प्रांत के कृषि यूनिवर्सिटी की कुलपति वांग येन लिंग ने भाव विभोर होकर कहा हमारे देश में इधर के सालों में उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त करने वाली छाताओं समेत मास्टर डिग्री का अध्ययन करने वाली महिला छात्राओं में अभूतपूर्व तेज वृद्धि का रूझान बना रहा है, पूरे देश के उच्च स्तरीय शिक्षालयों में महिला छात्राओं की संख्या कुल संख्या का 47.08 प्रतिशत है, इन में महिला मास्टर डिग्री का अध्ययन करने वालों की संख्या 46.02 प्रतिशत व महिला डाक्टर डिग्री का अध्ययन करने वाली महिलाओं की संख्या 32.57 प्रतिशत जा पहुंची है।

अलबत्ता, विज्ञान तकनीकी अनुसंधान मार्ग पर महिलाओं के विकास में अब भी दुनिया भर में , यहां तक कि यूरोप व अमरीका जैसे विकसित देशों में भी भेदभाव आदि प्रतिकूल कारक मौजूद हैं, महिला अनुसंधानकर्ताओं की कतार में उच्च स्तरीय की अनुपस्थिति बरकरार हैं। चीन में भी परम्परागत सांस्कृतिक प्रभाव में महिला अधिकतर परिवार के अमनचैन की जिम्मेदारी संभालती है, उन्हे परिवार की देखरेख समेत अपने कार्य के दो बोझ संभालने की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। चीनी विज्ञान संघ की पूर्व उपाध्यक्ष सुश्री ल्यो सू ने कहा कि उम्दा सामाजिक माहौल महिला विज्ञान तकनीक कार्यकर्ताओं की सफलता का महत्वपूर्ण कारक है, समाज को उनको अधिक मदद व सम्मान व समझने की अवश्यकता है। उन्होने कहा हमारे देश को नीति निर्धारित करने के स्तर से ही महिला अनुसंधान कार्यकर्ताओं की गर्भवती, प्रसूती व सन्तान की देखरेख की विशेषताओं को ध्यान में रखना चाहिए, उन्हे अधिक रियायत देनी चाहिए, सामाजिक संगठन, परिवार , अनुसंधान संस्थाओं व स्कूलों को भी उन्हे समझने के साथ उनका समर्थन भी करना चाहिए।

खुशी की बात तो यह है कि चीन ने इधर के सालों में अनेक कार्यवाहियों से महिला अनुसंधानकर्ताओं के कार्य विकास की सुरक्षा करने के साथ उन्हे भारी समर्थन भी दिया जा रहा है। 2004 में चीनी महिला संयुक्त संघ, चीनी विज्ञान संघ व यूनेस्को की चीनी कमेटी आदि विभागों ने संयुक्त रूप से चीनी युवा महिला विज्ञानी पुरूस्कार की स्थापना की , अब तक दसेक युवा महिला विज्ञानियों को इस गौरव से सम्मानित किया जा चुका हैं। इस के अलावा, 2007 में प्रथम महिला व विज्ञान अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन करने के बाद वर्ष 2009 में चीनी विज्ञान अकादमी अनेक अन्तरराष्ट्रीय संगठनों के साथ पेइचिंग में संयुक्त रूप से महिला विज्ञानी संगठन सम्मेलन का आयोजन करेगा, ताकि महिला विज्ञान तकनीकी अनुसंधानकर्ताओं , विशेषकर विकासशील देशों की महिला विज्ञानियों के बीच आदान प्रदान व बातचीत को प्ररित किया जा सके। इधर के सालों में चीनी महिला विज्ञानियों को अधिकाधिक अन्तरराष्ट्रीय विज्ञान जगत का सम्मान मिलने के साथ मान्यता भी हासिल हुई है। महिला नोबेल पुरूस्कार के नाम से जाना माना विश्व असाधारण महिला विज्ञानी सफलता पुरूस्कार के चुनाव में चीनी महिला अकादमिशन ली फांग हवा और ये वी रू को यह गौरव प्राप्त हुआ है। चीनी महिला विज्ञानियों के भावी विकास की चर्चा करते हुए चीनी विज्ञान संघ की पूर्व उपाध्यक्ष ल्यो सू ने आशा भरे स्वर में कहा विज्ञान तकनीक के तीव्र विकास ने महिला को समानता से विज्ञान तकनीक कार्य में शरीक होने का सुअवसर दिया है। वर्तमान नवीन विज्ञान तकनीक क्षेत्रों में महिला विज्ञानियों व अनुसंधानकर्ताओं के बेहतरीन प्रदर्शन से यहा कहा जा सकता है कि विज्ञान तकनीक दरबार में महिलाओं का भविष्य अत्यन्त उज्जवल है।

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