आज के इस चीन के भ्रमण कार्यक्रम में हम आप को दक्षिण चीन के छोर पर स्थित हाईनान प्रांत के सान या शहर का दौरा करने ले चलते हैं ।
आप को मालूम हुआ होगा कि दक्षिण चीन स्थित हाई नान प्रांत का सान या शहर प्रसिद्ध उष्णकटिबंधिय द्वीपीय रमणीक पर्यटन स्थल माना जाता है , वहां की नरम धुप , ताजा जलवायु और लम्बा चौड़ा सूक्ष्म सफेद बीज साल भर में बड़ी तादाद में देशी विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करता ही नहीं , बल्कि बहुत से विदेशी पर्यटन उद्यमियों को भी अपनी ओर खिंच लेता है । पहले हम ने इसी कार्यक्रम में हम आप को इसी पर्यटन स्थल में पर्यटन उद्योग में जुटी तीन विदेशी हस्तियों का परिचय करा दिया है , सान या पर्यटन स्थल के अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य पर मोहित उत्तरोत्तर अधिकाधिक देशी विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ने के चलते उक्त तीनों विदेशी पर्यटन उद्यमियों का कारोबार भी दिन ब दिन फलता फूलता नजर आने लगा । सान या पर्यटन स्थल न सिर्फ विदेशियों को आकर्षित करता है , बल्कि चीनी लोगों के लिये एक आकर्षण का केंद्र भी रहा है। विशेषकर कड़ाके की सर्दियों में सान या की नरम धुप और ताजा वातावरण सर्दी से जुझने वाले उत्तरी चीनी वासियों को लुभा लेता है ।
जैसा कि आप को मालूम है कि वर्तमान चीन का अधिकांश भाग कड़ाके की सर्दी से ग्रस्त है , उत्तर पूर्वी चीन का साधारण तापमान मानस के नीचे दसियों सेल्सियस डिग्री होता है , कुछ क्षेत्रों में भारी बर्फ पड़ती है और शीत लहर चलती है । जबकि दक्षिण चीन के हाईनान प्रांत के सान या शहर में हरियाली छायी रहती है और औसत तापमान बीस सेल्सियस डिग्री होता है , मौसम अत्यंत सुहावना है और चारों तरफ वसंत का पर्यावरण व्याप्त रहा है। इतना मनमोहक पर्यटन स्थल देशी विदेशी पर्यटकों को मोह लेना स्वाभाविक बात है ।
मेडम यांग मध्य चीन के च्यांगशी प्रांत से छुट्टी मनाने के लिये सानया शहर आयी , विमान से उतरते ही उन्हें गर्मी लगी और मोटे मोटे कपड़े उतारना पड़ा।
उन्हों ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि बाहर निकते समय मैं ने मोटे मोटे कपड़े पहन लिये , पर यहां आने के बाद फिर उतार दिये । यहां बड़ा अच्छा लगता है , प्राकृतिक दृश्य खूब सूरत ही नहीं , पर्यावरण भी तरोताजा और साफ सुथरा है ।
प्रथम बार सान या शहर के दौरे पर आने वाले पर्यटक आम तौर पर थ्येनयाहाईचो नामक विशेष महत्व रखने वाले पर्यटन स्थल अवश्य ही जाते हैं । थ्येनयाहाईचो का चीनी भाषा में अर्थ है आकाश की सीमा और समुद्री कोना यानी चीनी परम्परागत संस्कृति में सब से दूरस्थ स्थल का प्रतीक है और स्थिर प्रेमभाव का महत्व भी है । क्योंकि सान या शहर चीन के हाईनान प्रांत के दक्षिण छोर पर स्थित है , इसलिये पूर्वजों ने सान या के दक्षिण पश्चिम बीच पर दो भीमकाय पत्थर खड़े किये और उन पर अलग अलग तौर पर थ्येनया व हाईचो शब्द अंकित किये , क्या पता है कि आज यह स्थल एक विश्वविख्यात दर्शनीय पर्यटन स्थल का रूप ले चुका है ।
आज यह रमणीय स्थल सुंदर रोमांटिक प्रेम का साक्षी बन गया है , हर वर्ष में यहां पर अंतर्राष्ट्रीय शादी व्याह उत्सव आयोजित होता है और मौके पर नव दंपति समान रूप से अपना रोमांटिक क्षण बिताने के लिये आते हैं ।
थ्येनयाहाईचो पर्यटन स्थल के बगल में नान शान सांस्कृतिक पर्यटन अवस्थित है , यहां के समुद्री तट पर 108 मीटर ऊंची अवलोकितेश्वरी मूर्ति खड़ी हुई है और वह बुद्धि व सामंजस्य का प्रतीक है और नान शान पर्यटन स्थल का द्योतक भी है।
इस लेख का दूसरा भाग अगली बार पेश की जाय़ेगा , कृपया आप इसे आगे पढ़े ।