2009-02-17 11:17:38

पाक राष्ट्रपति चीन की यात्रा करेंगे

चीन सरकार के निमंत्रण पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति जरदारी इस महीने की 20 से 23 तारीख तक चीन के हुपेई प्रांत और शांगहाई शहर की यात्रा करेंगे । यह पिछले साल के अक्तूबर में श्री जरदारी की चीन की राजकीय यात्रा के बाद उन की दूसरी यात्रा है , यात्रा के दौरान श्री जरदारी चीन के जल संसाधन, कृषि और वित्त के क्षेत्र में विकास की स्थिति का निरीक्षण करेंगे और इन क्षेत्रों में चीन पाक सहयोग को आगे बढ़ाएंगे । अपनी यात्रा की पूर्ववेला में श्री जरदारी ने पाक राष्ट्रपति भवन में पाक स्थित चीनी मीडिया के साथ साक्षात्कार किया ।

चीन पाक राष्ट्रपति बनने के बाद श्री जरदारी की प्रथम विदेश यात्रा का देश है। पिछले साल के अक्तूबर में चीन की यात्रा के दौरान उन्हों ने चीन के विकास पर गहरी रूचि प्रकट की और कहा था कि आइंदे वे हर तीन माह बाद एक बार चीन की यात्रा करने आएंगे और खुद अपनी आंखों से चीन के विभिन्न स्थानों के विकास का जायजा करेंगे। इस के बारे में उन्हों ने कहाः

जब न्यूयार्क में मेरी चीनी प्रधान मंत्री वन चापाओ से पहली मुलाकात हुई ,तो मैं ने उन्हें बताया था कि मेरे ससुर अली. भुट्टो के शासन काल में ही चीन पाक मैत्रीपूर्ण संबंध सच्चे मायने में मजबूत हो गया । अली भुट्टो के विवेकतापूर्ण फैसले के मुताबिक मैं चीन सरकार के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों का निरंतर विकास करता रहूंगा और मैं ने फैसला लिया कि मैं हर तीन महीने के बाद एक बार चीन की यात्रा करूंगा । मैं चाहता हूं कि दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध उन्नत हो और दोस्ती बढ़ जाए । दोनों देशों को नजदीक आना चाहिए, जिस से एक दूसरे से ज्यादा सीख सकेंगे।

अपनी मौजूदा यात्रा के दौरान श्री जरदारी चीन के हुपेई प्रांत और शांगहाई शहर की यात्रा करेंगे, जल संसाधन, कृषि व वित्त के क्षेत्रों में चीन के सफल अनुभवों पर अध्ययन करेंगे और चीन के समुन्नत जल संरक्षण व कृषि तकनीकों का आयात करने पर विचार विमर्श करेंगे तथा चीन के साथ आर्थिक व्यापारिक क्षेत्र में सहयोग बढ़ाएंगे। इधर के सालों में चीन पाक सहयोग विभिन्न क्षेत्रों में तरक्की कर रहा है, खासकर 2006 में दोनों देशों के बीच चीन पाक आर्थिक व व्यापारिक सहयोग की पंचवर्षीय विकास योजना संपन्न हुआ, जिस में सार्वजनिक इंजीनियरिंग, कृषि, सूचना प्रोद्योगिकी और टेलीकॉम आदि क्षेत्रों में 61 सहयोग मुद्दे निश्चित हुए और चीन पाक सहयोग को गहरा और व्यवहारित किया गया है। पाक राष्ट्रपति जरदारी की पिछली चीन यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच आर्थिक तकनीक, व्यापार, खनिज, कृषि, पर्यावरण संरक्षण तथा सूचना उपग्रह व रेडियो टीवी के बारे में द्विपक्षीय सहयोग के दस्तावेज हस्ताक्षरित हुए। अब दोनों पक्ष इन मुद्दों को अमल में लाने की कोशिश कर रहे हैं। इस पर जरदारी ने कहाः

हम इन सब को अमली जामा पहनने की प्रतिक्षा में हैं, हम चीनी कंपनियों के पाक चीन मुक्त व्यापार क्षेत्र में निवेश करने की प्रतिक्षा में हैं, ताकि दोनों देशों के निर्यात को बढ़ाया जा सके और दोनों की 50 साल पुरानी दोस्ती को आपसी लाभ वाले संबंध का रूप दिया जाए और दोनों देशों के उपक्रमों को फायदा मिल जाए।

श्री जरदारी ने कहा कि पाक चीन आर्थिक सहयोग दोनों के रणनीतिक साझेदारी संबंध का एक अहम भाग है। ज्यादा से ज्यादा चीनी कंपनियों ने पाक में अपनी स्थाई संस्था कायम की है और वे ऊर्जा, कोयला, इलेक्ट्रोनिक और टेलीकाम आदि में बड़ी बड़ी परियोजनाओं का विकास कर सकेंगे । चीन और पाक में आर्थिक सहयोग की बड़ी निहित शक्ति है।

लेकिन वर्तमान में पाक की सुरक्षा स्थिति अच्छी नहीं है और कुछ चीनी कर्मचारियों का वहां अगवा किया गया या उन की हत्या की गयी थी। इस से दोनों देशों के आर्थिक सहयोग के लिए बाधा आएगी। इस की चर्चा करते हुए श्री जरदारी ने कहा कि हालांकि वर्तमान में पाक की सुरक्षा स्थिति गंभीर है, फिर भी वे सुरक्षा स्थिति के सुधार पर आशावान है।

हमें वर्तमान स्थिति का सामना करना पड़ेगा, हमारे पास संसाधन सीमित है, जिस से हमारे लिए स्थिति और मुश्किल हो गयी और जन जीवन सामान्य नहीं हो रहा है। हमारी सरकार का प्रथम कार्य शांति कायम करना है और जनता की जिन्दगी की रक्षा करना है। हम चुनौतियों के मुकाबले के लिए एकमुश्त योजना लागू करेंगे और देश के पुलिस बल को मजबूत करेंगे और सेना की शक्ति उन्नत करेंगे और खतरे को निम्नतम हद तक कम करेंगे।