2009-02-13 11:10:44

चीन अफ्रीकी देशों के साथ व्यावहारिक सहयोग बढाएगा


चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन ताओ अफ्रीकी देश माली की पहली राजकीय यात्रा के लिए 12 तारीख को माली की राजधानी दामाको पहुंचे । माली राष्ट्रपति अमादो टौमानी टोर के साथ हुई वार्ता में राष्ट्राध्यक्ष हू चिन ताओ ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट की गंभीर चुनौती के सामने चीन अफ्रीका एकता व सहयोग बढाने का बडा महत्व है ।उन्होंने चीन सरकार की ओर वायदा किया कि चीनी पक्ष चीन अफ्रीका सहयोग मंच के पेइचिंग शिखर सम्मेलन में निर्धारित हुए विभिन्न राहत कदम उठाते हुए अफ्रीका की राहत करने की यथासंभव करेगा ,अफ्रीकी देशों के कर्जों को कम व माफ करेगा और अफ्रीका के साथ व्यापार व पूंजी निवेश का विस्तार करेगा ताकि चीन अफ्रीका व्यावहारिक सहयोग को बढावा मिले ।

जब चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन ताओ माली की राजधानी बामाको के हवाई अड्डे पहुंचे ,माली राष्ट्रपति टोर और अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने उन का जोशपूर्ण स्वागत किया । माली की जनता ने परंपरागत गीत व नाच का प्रदर्शन किया ।माली हू चिन ताओ की अफ्रीकी यात्रा का प्रथम पडाव है और चीनी राष्ट्राध्यक्ष की हैसियत से हू चिन ताओ की चौथी अफ्रीका यात्रा है ।

बामाको के मुख्य सडकों के दोनों किनारों पर हजारों स्थानीय लोग हू चिन ताओ के स्वागत के लिए इकट्ठे हुए ।कुछ लोग ऐसी टी शर्ट पहने हुए ,जिस पर दो देशों के राष्ट्रीय झंडे छपे थे ।उत्साहपूर्ण बामाको वासियों ने दो देशों की राष्ट्रीय झंडे हिलाते हुए चीनी राष्ट्राध्यक्ष का जोरदार स्वागत किया ।

राष्ट्रपति टोर ने राष्ट्रपति भवन में चीनी राष्ट्राध्यक्ष के स्वागत के लिए एक भव्य समारोह आयोजित किया ।इस के बाद दो नेताओं ने वार्ता की और द्विपक्षीय संबंधों को बढाने के लिए सिलसिलेवार समानताएं प्रांप्त कीं ।वार्ता के बाद हुए संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रपति टोर ने चीन माली मैत्री का उच्च मूल्यांकन किया ।उन्होंने कहा ,जब आज हम राष्ट्राध्यक्ष हू चिन ताओ का स्वागत करते हैं , माली चीन संबंध 49 साल से गुजरे हैं ।अगले साल दो देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 50 वर्षगांठ होगी ,जो हमारी परंपरागत मैत्री दिखाने का मौका होगा ।माली की स्वतंत्रता के बाद चीन ने माली के आर्थिक विकास व औद्योगिकरण के पहले दौर में माली को मदद दी थी। इधर कुछ सालों में दो देशों के संबंध निरंतर बढते रहे और अधिक महत्वपूर्ण हो रहे हैं ।हमारा सहयोग निर्स्वार्थ है और इस की बडी उपल्बधियां हैं ।मैं दो देशों के संबंधों के विकास पर बहुत खुश हूं ।

वर्ष 2006 चीन अफ्रीका सहयोग मंच के पेइचिंग शिखर सम्मेलन पर चीनी राष्टाध्यक्ष हू चिन ताओ ने दो पक्षों के व्यावहारिक सहयोग को मजबूत करने के लिए 8 कदमों की घोषणा की थी ।आज गंभीर अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट के बीच क्या चीन इन कदमों को उठाता रहेगा ,यह एक ध्यानाकर्षक सवाल है ।इस के प्रति चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन ताओ ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय परिस्थिति जटिल व गहरे रूप से परिवर्तित हो रही है । अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट से पैदा गंभीर चुनौतियों के सामने चीन अफ्रीका एकता व सहयोग की मजबूती का बडा महत्व है ।उन्होंने चीन सरकार की ओर वायदा किया कि चीनी पक्ष पेइचिंग शिखर सम्मलेन में निर्धारित विभिन्न राहत कदम संजीदगी से उठाता रहेगा ।उन्होंने कहा , अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट से चीनी अर्थव्यवस्था अनेक कठिनाइयों का सामना कर रही है ।लेकिन अफ्रीकी देशों के सच्चे दोस्त के नाते चीन पेइचिंग शिखर सम्मेलन में संपन्न विभिन्न राहत कदम उठाता रहेगा और अफ्रीका की यथासंभव कोशिशक करेगा ।चीन अफ्रीकी देशों के कर्जों को कम व माफ करेगा और अफ्रीका में व्यापार व निवेश का विस्तार करेगा ताकि चीन अफ्रीका व्यावहारिक सहयोग को बढावा मिले ।चीन अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट से अफ्रीकी देशों पर पडे प्रभाव पर अधिक ध्यान देकर अफ्रीका को राहत देने का वायदा पूरा करने की अपील करेगा ।चीन माली समेत विभिन्न अफ्रीकी देशों के साथ पारस्परिक समर्थन कर वर्तमान कठिन समय से मिलकर गुजरना चाहता है ।

चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन ताओ ने अंत में दोहराया कि चीन चीन माली परंपरागत मैत्री को मूल्यवान समझता है और माली के साथ दो देशों के संबंधों को बढाकर दो देशों की जनता को कल्याण लाने को तैयार है ।